पलवल: जिले के सिविल अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा शुरू की गई है. इस सुविधा का गरीब व्यक्ति बखुभी लाभ उठा रहा है. इस सुविधा की खास बात ये है कि मरीजों को केवल 938 रूपए में डायलिसिस किया जा रहा है, जबकि प्राईवेट अस्पताल में डायलिसिस का खर्चा तीन से चार हजार रूपए आता है.
डायलिसिस की मिलेगी अच्छी सुविधा
डायलिसिस की ये सुविधा पिछड़े लोगों के लिए बिल्कुल मुफ्त में है. सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग हरियाणा ने नेशनल डायलिसिस प्रोग्राम शुरू किया है. इसी प्रोग्राम के तहत ही पलवल सिविल अस्पताल में डायलिसिस सेंटर बनाया गया है. उन्होंने बताया कि डायलिसिस रक्त शोधन की एक कृत्रिम विधि है. यह सुविधा हर किसी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है.
इन लोगों के लिए मुफ्त में होगा डायलिसिस
हरियाणा सरकार ने पीपीपी मोड़ पर डायलिसिस की सुविधा जिला स्तर के सिविल अस्पतालों में शुरू की है. इसमें मरीजों की सुविधा के लिए 10 बैड और 10 डायलिसिस की मशीनें लगाई गई है. प्रदीप शर्मा ने बताया कि बीपीएल परिवार, अनुसूचितजाति के परिवारों के लिए डायलिसिस सुविधा मुफ्त है.
ये भी जाने- परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से मिला तालमेल कमेटी का प्रतिनिधिमंडल, सौंपा 26 सूत्रीय मांग पत्र
66 मरीज उठा रहे हैं लाभ
इस अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में 66 मरीज डायलिसिस सुविधा का लाभ ले रहे है, जिनकी नियमित रूप से डायलिसिस हो रही है. इनमें लगभग 18 मरीज ऐसे है जो निशुल्क इस सुविधा का लाभ ले रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस तरह का कदम उठाकर ना केवल गरीब व्यक्तियों के लिए बल्कि आम आदमी के लिए भी यह सुविधा शुरू करने का काम किया है.
पहले जाना पड़ता था फरीदाबाद और दिल्ली
उन्होंने डायलिसिस के मरीजों से अपील करते हुए कहा कि जो मरीज दिल्ली और फरीदाबाद की निजी अस्पताल में डायलिसिस करवाने के लिए जाते थे, अब उन्हें पलवल सिविल अस्पताल में यह सुविधा मिलेगी.
इसलिए होती है डायलिसिस की प्रक्रिया
भूमिका जब दोनों किडनी कार्य नहीं कर रही हों, उस स्थिति में किडनी का कार्य कृत्रिम विधि से करने की पध्दति को डायालिसिस कहते है. डायलिसिस एक प्रक्रिया है जो किडनी की खराबी के कारण शरीर में एकत्रित अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त पानी को कृत्रिम रूप से बाहर निकालता है.