नूंह: अब सब्जी तथा फलों की खेती करने वाले किसान को चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि सरकार ने उनकी समस्याओं पर ध्यान रखते हुए जोखिम मुक्त खेती करने के लिए बीमा योजना की शुरुआत कर दी है. इससे पहले सब्जी औग बाग से जुड़े किसानों को प्राकृतिक आपदा की स्थिति में कोई आर्थिक मदद सरकार की तरफ से नहीं दी जाती थी. राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना से जुड़ने के लिए किसानों को अपनी फसलों का बीमा कराना होगा.
नूंह के बागवानी अधिकारी डॉ. दीन मोहम्मद ने बताया कि अगर पाला, आगजनी, ओलावृष्टि या किसी भी प्रकार से सब्जी की फसल खराब होती है तो 30 हजार रुपये की आर्थिक मदद तथा फल की खेती खराब होती है तो 40 हजार रुपये की आर्थिक मदद सरकार की तरफ से दी जाएगी.
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उन्होंने बताया कि स्कीम से जुड़ने के लिए ढाई प्रतिशत प्रीमियम देना आवश्यक है. सब्जी के लिए 750 तथा फलों की खेती के लिए 1000 रुपये देने होंगे. ध्यान रहें कि इससे पहले गेहूं, सरसों, कपास इत्यादि फसलों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाता था, लेकिन किसानों के भविष्य को देखते हुए सरकार ने अब फल तथा सब्जी की खेती करने वाले किसानों को भी बड़ी राहत देने का काम किया.
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अब देखना ये है कि सरकार बीमा योजना का कितने सब्जी-फल उत्पादक किसान लाभ उठा सकते हैं. परंतु इतना जरूर है कि सरकार किसानों के हित में अपने फैसले ले रही है.