नूंह: जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव कोशिश में जुटा हुआ है. मंगलवार को टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार के दिशा निर्देश पर जिला टीबी रोग अधिकारी प्रवीण तंवर ने टीबी कार्यक्रम में लगे कर्मचारियों के साथ बैठक की.
इस बैठक में टीबी अधिकारी ने कर्मचारियों से टीबी की रोकथाम के लिए 3 महीनों में किए गए कार्यों की समीक्षा की. बैठक के बाद जिला टीबी रोग अधिकारी डॉक्टर प्रवीण तंवर ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि टीबी रोगियों का इलाज करने के लिए जो कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त किए हुए हैं.
मीडिया ने जब उनसे पूछा कि मरीजों को दवाइयों का कितना लाभ हुआ है और इसमें क्या कमी आ रही है तो उन्होंने बताया कि साल 2019 में जिले भर में 3500 टीबी के मरीज चिन्हित किए गए थे जिनमें से काफी मरीज ठीक हो चुके हैं. जिले में इस साल 2020 में 2080 मरीज हैं. जो सरकार और गैर सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- पांच महीने बाद फिर से शुरू होगी चंडीगढ़ अंतरराज्यीय बस सेवा