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PHED के कर्मचारियों का घोटाला, सरकारी पाइप बेचते पकड़े गए कर्मचारी, FIR दर्ज

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारियों का बड़ा घोटाला सामने आया है. अधिकारी और कर्मचारी आपस में मिलीभगत करके सरकारी वॉटर पाइपों को बेचने का काम करते थे जिसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है.

सरकारी वॉटर पाइप
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Published : Jul 24, 2019, 6:23 PM IST

नूंह: जिले के लोगों के सूखे कंठ तक पानी पहुंचाने के नाम पर अधिकारी-कर्मचारी सहित कुछ लोग मिलकर सरकारी वॉटर पाइपों में घोटाला कर रहे थे और विभाग को लाखों रुपये का चूना लगा रहे थे. बीते सप्ताह पल्ला गांव में बने जनस्वास्थ्य विभाग के गोदाम से पाइप भरकर तावड़ू की तरफ जा रहे कैंटर को नूंह पुलिस ने रुकवाकर पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई.

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विभाग के एसडीओ ने दी शिकायत
पहले तो अधिकारी इस घोटाले को लेकर कुछ भी बोलने से कतरा रहे थे. लेकिन खाकी के चंगुल में फंसते दिखे तो विभाग के एसडीओ ने अपने कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस को दे दी.

विभिन्न धाराओं में केस दर्ज
इस पूरे मामले पर बोलते हुए एसएचओ महेंद्र सिंह ने कहा कि शिकायत के आधार पर जेई साहून, आबिद चौकीदार, पंकज , रामशरण और स्टोर कीपर इसराईल के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. हालांकि आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. पकड़े जाने के बाद कुछ अन्य वारदातों का खुलासा होने से इनकार नहीं किया जा सकता.

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
बहरहाल नूंह पुलिस ने पाइप से लदे कैंटर को कब्जे में ले लिया है. इस वारदात के बाद विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की नींद उड़ी हुई है. पुलिस अब आरोपियों को जल्द दबोचने की बात कह रही है.

नूंह: जिले के लोगों के सूखे कंठ तक पानी पहुंचाने के नाम पर अधिकारी-कर्मचारी सहित कुछ लोग मिलकर सरकारी वॉटर पाइपों में घोटाला कर रहे थे और विभाग को लाखों रुपये का चूना लगा रहे थे. बीते सप्ताह पल्ला गांव में बने जनस्वास्थ्य विभाग के गोदाम से पाइप भरकर तावड़ू की तरफ जा रहे कैंटर को नूंह पुलिस ने रुकवाकर पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई.

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विभाग के एसडीओ ने दी शिकायत
पहले तो अधिकारी इस घोटाले को लेकर कुछ भी बोलने से कतरा रहे थे. लेकिन खाकी के चंगुल में फंसते दिखे तो विभाग के एसडीओ ने अपने कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस को दे दी.

विभिन्न धाराओं में केस दर्ज
इस पूरे मामले पर बोलते हुए एसएचओ महेंद्र सिंह ने कहा कि शिकायत के आधार पर जेई साहून, आबिद चौकीदार, पंकज , रामशरण और स्टोर कीपर इसराईल के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. हालांकि आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. पकड़े जाने के बाद कुछ अन्य वारदातों का खुलासा होने से इनकार नहीं किया जा सकता.

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
बहरहाल नूंह पुलिस ने पाइप से लदे कैंटर को कब्जे में ले लिया है. इस वारदात के बाद विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की नींद उड़ी हुई है. पुलिस अब आरोपियों को जल्द दबोचने की बात कह रही है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी बेचने जा रहे थे सरकारी पाइप , पुलिस ने गाड़ी को पकड़ा , जेई सहित आधा दर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज
नूंह जिले के लोगों के सूखे कंठ तक पानी पहुंचाने के नाम पर अधिकारी - कर्मचारी सहित कुछ लोग मिलकर विभाग के पाइपों को बेचकर विभाग को लाखों रुपये का चूना लगा रहे हैं। बीते सप्ताह पल्ला गांव में बने जनस्वास्थ्य विभाग के गोदाम से पाइप भरकर तावडू की तरफ जा रहे कैंटर को नूंह पुलिस रुकवाकर पूछताछ की , तो सच्चाई सामने आ गई। पहले तो अधिकारियों को मानो कुछ मालूम ही नहीं था , लेकिन खाकी के चंगुल में फंसते दिखे तो विभाग के एसडीओ अपने कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस वैसे तो अपना पूरा काम लगभग कर चुकी थी , लेकिन बाकि बचा काम एसडीओ त्रिलोक चंद की लिखित शिकायत में कर्मचारियों के नाम लिखकर पूरा कर दिया। एसएचओ महेंद्र सिंह नूंह ने पत्रकारवार्ता में बताया कि एसडीओ त्रिलोक चंद की शिकायत के आधार पर जेई साहून , आबिद चौकीदार व उसका भाई शमीम , पंकज , रामशरण , इसराईल स्टोर कीपर खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पकड़े जाने के बाद कुछ अन्य वारदातों का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। नूंह पुलिस ने कैंटर को लोहे नुमा पाइप से लदे कैंटर को कब्जे में ले लिया है। विभाग के अधिकारियों - कर्मचारियों की घटना उजागर होने से नींद उडी हुई हैं। पुलिस अब आरोपियों को जल्द दबोचने की बात कह रही है। एसएचओ नूंह के मुताबिक गाड़ी नंबर एचआर 69 सी - 6041 सोनीपत के किसी व्यक्ति के नाम है। इस गाड़ी में 176 पाइप लोड थे , जिनकी अनुमानित लागत करीब दस लाख रुपये बताई जा रही है। नूंह के प्यासे लोगों को पानी की आपूर्ति भले ही न हो , लेकिन पानी के नाम पर अधिकारी - कर्मचारी मोटी कमाई करने का मौका नहीं चूक रहे। नूंह जिले के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में आई करोड़ों रुपये की राशि के विकास कार्यों की जांच गहनता से की जाये , तो ऐसे बहुत से मामले उजागर हो सकते हैं। जीरो टॉलरेंस सीएम मनोहर लाल भले ही कर रहे हों , लेकिन यहां गाड़ी भर - भरकर सरकारी पाइप बेचे और खरीदे जा रहे हैं। पाइप कहां बेचे जाने थे और कौन - कौन इस नेटवर्क में शामिल हैं। इसका खुलासा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद होगा। जिन पाइपों को जनता के लिए पेयजल आपूर्ति में जमीन के अंदर बिछाना था , अगर नूंह पुलिस के जवान गाड़ी को रुकवाकर पूछताछ नहीं करते तो यह पाइप फाइलों में ही गायब हो जाना था। नूंह में जनस्वास्थ्य विभाग सहित कई विभागों की मुख्यमंत्री उड़नदस्ते से जांच कराई जाये , तो बड़े - बड़े घोटाले उजागर हो सकते हैं।
बाइट;- महेंद्र सिंह एसएचओ नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी बेचने जा रहे थे सरकारी पाइप , पुलिस ने गाड़ी को पकड़ा , जेई सहित आधा दर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज
नूंह जिले के लोगों के सूखे कंठ तक पानी पहुंचाने के नाम पर अधिकारी - कर्मचारी सहित कुछ लोग मिलकर विभाग के पाइपों को बेचकर विभाग को लाखों रुपये का चूना लगा रहे हैं। बीते सप्ताह पल्ला गांव में बने जनस्वास्थ्य विभाग के गोदाम से पाइप भरकर तावडू की तरफ जा रहे कैंटर को नूंह पुलिस रुकवाकर पूछताछ की , तो सच्चाई सामने आ गई। पहले तो अधिकारियों को मानो कुछ मालूम ही नहीं था , लेकिन खाकी के चंगुल में फंसते दिखे तो विभाग के एसडीओ अपने कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस वैसे तो अपना पूरा काम लगभग कर चुकी थी , लेकिन बाकि बचा काम एसडीओ त्रिलोक चंद की लिखित शिकायत में कर्मचारियों के नाम लिखकर पूरा कर दिया। एसएचओ महेंद्र सिंह नूंह ने पत्रकारवार्ता में बताया कि एसडीओ त्रिलोक चंद की शिकायत के आधार पर जेई साहून , आबिद चौकीदार व उसका भाई शमीम , पंकज , रामशरण , इसराईल स्टोर कीपर खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पकड़े जाने के बाद कुछ अन्य वारदातों का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। नूंह पुलिस ने कैंटर को लोहे नुमा पाइप से लदे कैंटर को कब्जे में ले लिया है। विभाग के अधिकारियों - कर्मचारियों की घटना उजागर होने से नींद उडी हुई हैं। पुलिस अब आरोपियों को जल्द दबोचने की बात कह रही है। एसएचओ नूंह के मुताबिक गाड़ी नंबर एचआर 69 सी - 6041 सोनीपत के किसी व्यक्ति के नाम है। इस गाड़ी में 176 पाइप लोड थे , जिनकी अनुमानित लागत करीब दस लाख रुपये बताई जा रही है। नूंह के प्यासे लोगों को पानी की आपूर्ति भले ही न हो , लेकिन पानी के नाम पर अधिकारी - कर्मचारी मोटी कमाई करने का मौका नहीं चूक रहे। नूंह जिले के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में आई करोड़ों रुपये की राशि के विकास कार्यों की जांच गहनता से की जाये , तो ऐसे बहुत से मामले उजागर हो सकते हैं। जीरो टॉलरेंस सीएम मनोहर लाल भले ही कर रहे हों , लेकिन यहां गाड़ी भर - भरकर सरकारी पाइप बेचे और खरीदे जा रहे हैं। पाइप कहां बेचे जाने थे और कौन - कौन इस नेटवर्क में शामिल हैं। इसका खुलासा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद होगा। जिन पाइपों को जनता के लिए पेयजल आपूर्ति में जमीन के अंदर बिछाना था , अगर नूंह पुलिस के जवान गाड़ी को रुकवाकर पूछताछ नहीं करते तो यह पाइप फाइलों में ही गायब हो जाना था। नूंह में जनस्वास्थ्य विभाग सहित कई विभागों की मुख्यमंत्री उड़नदस्ते से जांच कराई जाये , तो बड़े - बड़े घोटाले उजागर हो सकते हैं।
बाइट;- महेंद्र सिंह एसएचओ नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी बेचने जा रहे थे सरकारी पाइप , पुलिस ने गाड़ी को पकड़ा , जेई सहित आधा दर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज
नूंह जिले के लोगों के सूखे कंठ तक पानी पहुंचाने के नाम पर अधिकारी - कर्मचारी सहित कुछ लोग मिलकर विभाग के पाइपों को बेचकर विभाग को लाखों रुपये का चूना लगा रहे हैं। बीते सप्ताह पल्ला गांव में बने जनस्वास्थ्य विभाग के गोदाम से पाइप भरकर तावडू की तरफ जा रहे कैंटर को नूंह पुलिस रुकवाकर पूछताछ की , तो सच्चाई सामने आ गई। पहले तो अधिकारियों को मानो कुछ मालूम ही नहीं था , लेकिन खाकी के चंगुल में फंसते दिखे तो विभाग के एसडीओ अपने कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस वैसे तो अपना पूरा काम लगभग कर चुकी थी , लेकिन बाकि बचा काम एसडीओ त्रिलोक चंद की लिखित शिकायत में कर्मचारियों के नाम लिखकर पूरा कर दिया। एसएचओ महेंद्र सिंह नूंह ने पत्रकारवार्ता में बताया कि एसडीओ त्रिलोक चंद की शिकायत के आधार पर जेई साहून , आबिद चौकीदार व उसका भाई शमीम , पंकज , रामशरण , इसराईल स्टोर कीपर खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पकड़े जाने के बाद कुछ अन्य वारदातों का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। नूंह पुलिस ने कैंटर को लोहे नुमा पाइप से लदे कैंटर को कब्जे में ले लिया है। विभाग के अधिकारियों - कर्मचारियों की घटना उजागर होने से नींद उडी हुई हैं। पुलिस अब आरोपियों को जल्द दबोचने की बात कह रही है। एसएचओ नूंह के मुताबिक गाड़ी नंबर एचआर 69 सी - 6041 सोनीपत के किसी व्यक्ति के नाम है। इस गाड़ी में 176 पाइप लोड थे , जिनकी अनुमानित लागत करीब दस लाख रुपये बताई जा रही है। नूंह के प्यासे लोगों को पानी की आपूर्ति भले ही न हो , लेकिन पानी के नाम पर अधिकारी - कर्मचारी मोटी कमाई करने का मौका नहीं चूक रहे। नूंह जिले के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में आई करोड़ों रुपये की राशि के विकास कार्यों की जांच गहनता से की जाये , तो ऐसे बहुत से मामले उजागर हो सकते हैं। जीरो टॉलरेंस सीएम मनोहर लाल भले ही कर रहे हों , लेकिन यहां गाड़ी भर - भरकर सरकारी पाइप बेचे और खरीदे जा रहे हैं। पाइप कहां बेचे जाने थे और कौन - कौन इस नेटवर्क में शामिल हैं। इसका खुलासा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद होगा। जिन पाइपों को जनता के लिए पेयजल आपूर्ति में जमीन के अंदर बिछाना था , अगर नूंह पुलिस के जवान गाड़ी को रुकवाकर पूछताछ नहीं करते तो यह पाइप फाइलों में ही गायब हो जाना था। नूंह में जनस्वास्थ्य विभाग सहित कई विभागों की मुख्यमंत्री उड़नदस्ते से जांच कराई जाये , तो बड़े - बड़े घोटाले उजागर हो सकते हैं।
बाइट;- महेंद्र सिंह एसएचओ नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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