नूंह: सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरकार सीएए, एनआरसी और एनपीआर को वापस लेने का नाम नहीं ले रही है. इस कानून को वापस लेने के लिए लोग लगातार सरकार के खिलाफ अपनी प्रदर्शन कर रहे हैं. नूंह जिले की राजधानी कहलाने वाले बडकली चौक पर पिछले करीब 21 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना जारी है.
नूंह में जारी 21 दिन से धरना
मेवात विकास सभा के अध्यक्ष सलामुद्दीन एडवोकेट ने कहा कि आज धरने को 21 दिन हो गए हैं. आज नगीना गांव के लोगो ने अनिश्चितकालीन धरने को समर्थन दिया है. अनिश्चितकालीन धरने पर मेवात के मौलानाओं के समर्थन देने की बात भी सामने आ रही है.
मेवात के 3 विधायक धरने पर आकर समर्थन दे चुके हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, नूंह बार एसोसिएशन ने पहले ही अनिश्चितकालीन धरने को समर्थन दिया हुआ है.
नूंह में सीएए के खिलाफ धरना
लोगों का कहना है कि ये काला कानून है. सरकार जब तक इसको वापस लेने का ऐलान नहीं करेगी, तब तक इसी तरह अलग-अलग इलाकों में धरना प्रदर्शन करते रहेंगे. नूंह जिले में प्रदर्शनकारियों पर अलग-अलग थानों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमों में हजारों लोगों को नामजद किया जा चुका है.
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शाहीन बाग को मजबूती दे रहा नूंह का प्रदर्शन
लोग सीएए का विरोध करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. दिल्ली चुनाव में हॉट इश्यू रहा शाहीन बाग विरोध प्रदर्शनों के लिए नजीर का काम कर रहा है. नूह जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार अलग-अलग तरीके से विरोध जारी है. मेवात हरियाणा का अकेला मुस्लिम बाहुल्य जिला है. जिसमें शाहीन बाग की तरह बड़कली बाग अब विरोध का मजबूत गढ़ बनता जा रहा है.