ETV Bharat / state

हरियाणा में युवक की मौत के बाद बवाल, सड़क पर आगजनी, पुलिस PCR में लगाई आग - people protest nuh

नूंह के जमालगढ़ गांव (Jamalgarh village nuh) में युवक की मौत (young man death) के बाद बवाल हो गया. नाराज लोगों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और पुलिस पीसीआर को आग के हवाले कर दिया.

http://10.10.50.70:6060//finalout1/haryana-nle/thumbnail/12-June-2021/12107708_531_12107708_1623490104977.png
http://10.10.50.70:6060//finalout1/haryana-nle/thumbnail/12-June-2021/12107708_531_12107708_1623490104977.png
author img

By

Published : Jun 12, 2021, 3:10 PM IST

Updated : Jun 12, 2021, 11:00 PM IST

नूंह: फरीदाबाद पुलिस (Faridabad police) पर नूंह के जमालगढ़ गांव (Jamalgarh village nuh) के युवक की पिटाई करने का आरोप लगा है. आरोप है कि पुलिस की पिटाई की वजह से युवक की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. परिजनों ने पुलिस पीसीआर को भी आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने जुनैद नाम के युवक को करीब 12 दिन पहले किसी मुकदमे के सिलसिले में उस वक्त हिसारत में लिया था. जब वो अपने दोस्तों के साथ बारात से वापस अपने गांव लौट रहा था. इसके साथ ही पुलिस ने गांव के पांच अन्य युवकों को भी उठाया था.

ये भी पढ़ें- पानीपत: बधाई मांगने गए किन्नरों की गाली-गलौज के बाद पिटाई, नाराज़ किन्नरों ने अस्पताल में हंगामा किया

क्राइम सेल फरीदाबाद पुलिस (Crime cell Faridabad Police) पर आरोप है कि पुलिस ने जुनैद नाम के युवक की बेरहमी से पिटाई की. आरोप है कि युवक को छोड़ने की एवज में पुलिस ने मोटी रकम लेने की डिमांड की थी. आरोप है कि जुनैद को छोड़ने के एवज में पुलिस ने 70 हजार रुपये लिए थे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके पास क्राइम सेल फरीदाबाद के एसआई राजेश कुमार से बातचीत के भी सबूत हैं. जिसमें वो खुलेआम रिश्वत मांग रहा है. इतना ही नहीं उसने रुपए नहीं देने की सूरत में नाजायज मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी है.

हरियाणा में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद बवाल

मृतक जुनैद के रिश्तेदार मोहम्मद इशाक ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से भी इस बारे में बातचीत की. उन्होंने बताया कि एक जून को इरशाद और आजाद जो मृतक के सगे भाई हैं. उनको भी पुलिस उठाकर ले गई. जो अभी तक भी फरीदाबाद पुलिस की हिरासत में हैं. मोहम्मद इशाक ने बताया कि ना केवल मरने वाला जुनैद बेगुनाह है, बल्कि अभी भी पुलिस हिरासत में उसके दो भाई इरशाद और आजाद बंद है.

खबर लिखे जाने तक अभी तक मामले में ना तो एफआईआर हुई है और ना ही डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ है. परिजनों का आरोप है कि फरीदाबाद पुलिस बिना किसी वजह से जुनैद और उसके साथियों को उठाकर ले गई थी. जिसके बाद पुलिस ने जुनैद के साथ बेरहमी से मारपीट की. परिजनों का आरोप की 70 हजार रुपये की रिश्वत देकर वो जुनैद को छुड़वाकर लाए. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई.

नूंह: फरीदाबाद पुलिस (Faridabad police) पर नूंह के जमालगढ़ गांव (Jamalgarh village nuh) के युवक की पिटाई करने का आरोप लगा है. आरोप है कि पुलिस की पिटाई की वजह से युवक की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. परिजनों ने पुलिस पीसीआर को भी आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने जुनैद नाम के युवक को करीब 12 दिन पहले किसी मुकदमे के सिलसिले में उस वक्त हिसारत में लिया था. जब वो अपने दोस्तों के साथ बारात से वापस अपने गांव लौट रहा था. इसके साथ ही पुलिस ने गांव के पांच अन्य युवकों को भी उठाया था.

ये भी पढ़ें- पानीपत: बधाई मांगने गए किन्नरों की गाली-गलौज के बाद पिटाई, नाराज़ किन्नरों ने अस्पताल में हंगामा किया

क्राइम सेल फरीदाबाद पुलिस (Crime cell Faridabad Police) पर आरोप है कि पुलिस ने जुनैद नाम के युवक की बेरहमी से पिटाई की. आरोप है कि युवक को छोड़ने की एवज में पुलिस ने मोटी रकम लेने की डिमांड की थी. आरोप है कि जुनैद को छोड़ने के एवज में पुलिस ने 70 हजार रुपये लिए थे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके पास क्राइम सेल फरीदाबाद के एसआई राजेश कुमार से बातचीत के भी सबूत हैं. जिसमें वो खुलेआम रिश्वत मांग रहा है. इतना ही नहीं उसने रुपए नहीं देने की सूरत में नाजायज मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी है.

हरियाणा में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद बवाल

मृतक जुनैद के रिश्तेदार मोहम्मद इशाक ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से भी इस बारे में बातचीत की. उन्होंने बताया कि एक जून को इरशाद और आजाद जो मृतक के सगे भाई हैं. उनको भी पुलिस उठाकर ले गई. जो अभी तक भी फरीदाबाद पुलिस की हिरासत में हैं. मोहम्मद इशाक ने बताया कि ना केवल मरने वाला जुनैद बेगुनाह है, बल्कि अभी भी पुलिस हिरासत में उसके दो भाई इरशाद और आजाद बंद है.

खबर लिखे जाने तक अभी तक मामले में ना तो एफआईआर हुई है और ना ही डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ है. परिजनों का आरोप है कि फरीदाबाद पुलिस बिना किसी वजह से जुनैद और उसके साथियों को उठाकर ले गई थी. जिसके बाद पुलिस ने जुनैद के साथ बेरहमी से मारपीट की. परिजनों का आरोप की 70 हजार रुपये की रिश्वत देकर वो जुनैद को छुड़वाकर लाए. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई.

Last Updated : Jun 12, 2021, 11:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.