नूंह: प्रदेश में महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है. वहीं रोजाना थाली में परोसे जाने वाली सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. जिससे सब्जियां गरीब व मध्यम वर्गीय लोगों की थाली से दूर होती जा रही है. प्रदेश के सबसे पिछड़े जिले नूंह में भी लोग सब्जियों के बढ़ते दामों से परेशान हैं. बढ़ते दाम का सीधा असर लोगों के बजट पर पड़ रहा है.
महंगाई से जनता त्रस्त: नूंह जिले में हरी मिर्च अपने बढ़ते भाव की वजह से और तीखी हो रही है. वहीं टमाटर का रंग बढ़ते भावों की वजह से ज्यादा लाल हो रहा है. सब्जियों का यह बदलता रंग ग्राहकों को रास नहीं आ रहा है और रसोई का बजट गड़बड़ा गया है. लोगों की आमदनी घट रही है और खर्चा लगातार महंगाई की वजह से बढ़ रहा है. नूंह जिले की पिनगवां सब्जी मंडी में टमाटर 50, मिर्च 60, तोरई 40, बैंगन 40, टिंडे 40, आलू 30, भिंडी 40, गोभी 60, पालक 40 प्रति किलो की दर से बिक रहा है.
लोग कम खरीद रहे सब्जियां: लोग पहले के मुताबिक कम सब्जियां खरीद रहे है. डीजल-पेट्रोल के दामों में भले ही सरकार ने कटौती कर दी हो, लेकिन इसके बावजूद भी महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है. तेल-रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर लोग पहले ही परेशान (vegetables price hike in haryana) थे. अब रही-सही कसर सब्जी के बढ़ते हुए भाव ने पूरी कर दी है. कुल मिलाकर सब्जियां आम जनता की पहुंच से दूर होती जा रही हैं और अपने बढ़ते भाव की वजह से अब सबसे ज्यादा टमाटर रंग बदल रहा है.
टमाटर रसोई की शान है, बिना तड़का सब्जी खाना किसी को भी पसंद नहीं. टमाटर व प्याज सब्जी और दाल के तड़के के लिए बेहद लाजमी है. इन दोनों सब्जियों के आसमान छूते दामों ने गरीब जनता की कमर तोड़ कर रख दी (people on vegetables price hike) है. ऐसे में जनता ने केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की खट्टर सरकार से महंगाई से लोगों निजात दिलाने की अपील की है.
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