नूंह: हरियाणा सरकार ने भले ही बुजुर्गों की पेंशन में 250 की बढ़ोतरी कर पेंशन को 2250 रुपये कर दिया हो, लेकिन बुजुर्गों को सूबे के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से 5100 रुपये महीने की जो पेंशन की उम्मीद थी उससे उन्हें करारा झटका लगा है.
'इस सरकार ने कुछ नया नहीं किया'
दरअसल, मेवात के बुजुर्गों का कहना है कि मनोहर लाल पार्ट-वन सरकार में पहले ही 200 रुपये सालाना पेंशन की बढ़ोतरी हो रही थी. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जो बढ़ोतरी की है ये उनके लिए कुछ नया नहीं है. एक तरह से देखा जाए तो 5100 रुपये महीने पेंशन वाले वादे पर बुजुर्गों को झटका लगा है.
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बुजुर्गों ने कहा- वादों पर खरी नहीं उतर रही सरकार
बुजुर्गों का कहना है कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के परदादा ताऊ देवीलाल ने ही बुजुर्गों की पेंशन हरियाणा में शुरू की थी, इसलिए उन्हें दुष्यंत चौटाला से बुढ़ापा पेंशन 5100 रुपये मिलने की पूरी उम्मीद थी, लेकिन ना तो बुजुर्गों की पेंशन पूरी दी गई और ना ही किसानों के ब्याज माफ किए गए.
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने सत्ता में आने से पहले वादे किए थे, लेकिन उन पर सरकार खरा उतरती नहीं दिख रही है. बुजुर्गों ने कहा कि जो बुढ़ापा पेंशन मिलती है उससे बुजुर्गों का घर में सम्मान बढ़ता है. बहू-बेटे उसी पेंशन के लालच में न केवल उनकी बेहतर ढंग से इज्जत करते हैं बल्कि बुजुर्गों का मनोबल भी ज्यादा बढ़ता है.
दुष्यंत ने 5100 रुपये का किया था वादा
आपको बता दें कि दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी के घोषणापत्र में ये बात कही थी कि बुजुर्ग पेंशन 5100 रुपये की जाएगी, लेकिन अभी सिर्फ 250 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. दुष्यंत का इसपर कहना है कि आने वाले समय में बुजुर्ग पेंशन में और बढ़ोतरी होगी.
विपक्ष के निशाने पर बीजेपी-जेजेपी
बुजुर्ग पेंशन में मात्र 250 रुपये की बढ़ोतरी होने के बाद बीजेपी-जेजेपी सरकार विपक्ष के निशाने पर भी आ गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तंज कसते हुए कहा कि खोदा पहाड़ निकली चूहिया. उन्हीं के साथ कई विपक्षी नेताओं ने ये बात कही है कि ये ऊंट के मुंह में जीरा देने वाली बात है.