नूंह: राज्य स्तरीय सब्जी मेले में नूंह जिले को तीसरा स्थान मिला है. बागवानी मिशन हरियाणा ने करनाल में आयोजित छठा राज्य स्तरीय सब्जी मेले में जिला नूहं ने प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. इस सब्जी मेले में जिले के किसानों ने मेवात मे उगाई जाने वाली सब्जियों और फूलों को मेले में प्रदर्शित किया था. इस मेले में जिले के चार किसानों ने प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त किया है.
सब्जी मेले में नूंह तीसरे नंबर पर
नूंह जिले के पुरस्कार प्राप्त किसानों को बधाई देते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिले के किसानों की मेहनत ने अच्छा रंग दिखाया है. यदि किसान इसी लग्न और मेहनत सब्जी व फूलों की खेती पर ध्यान देंगे तो आने वाले समय में जिला निश्चित रूप से प्रथम स्थान प्राप्त करेगा. उपायुक्त ने जिले के वेदप्रकाश को फूलों की खेती में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर बधाई देते हुए कहा कि फूलों की अच्छी किस्म की पैदावार के लिए प्रथम पुरस्कार 11हजार रुपये, प्रशंसा पत्र दिए.
इन किसानों कि मेहनत लाई रंग
उपायुक्त ने किसान शाहब्बूदीन को टमाटर की उन्नत किस्म के लिए प्रथम प्राप्त करने पर बधाई देते हुए उनके खेती के तरीके सांझा किए. डीसी ने हारूण निवासी बडकालीमुदीन को फूलगोभी व ताहीर निवासी पापडी (पिनगंवा) को प्याज की अच्छी किस्म पैदा करने के द्वितीय पुरस्कार 5100 रुपये, प्रशंसा पत्र व शील्ड प्राप्त करने पर बधाई देते हुए कहा कि आप द्वारा अपनाई जा रही तकनीकों को अन्य किसानों को बताये ताकि दूसरे किसानों को भी इसका लाभ मिल सकें.
जिलें में दिया जा रहा है बागवानी कृषि को बढ़ावा
उपायुक्त ने जिला बागवानी अधिकारी से कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों के साथ-साथ हर समुदाय की पहचान करके उन्हें बागवानी कृषि से जोड़ना होगा. उन्होंने ये भी कहा कि किसानों के लिए अच्छी क्वालिटी का बीज मिले और जरूरत के अनुसार किसानों को कृषि करने की जानकारी मिले. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानो को अच्छे साधन उपलब्ध करवाकर किसानों की आय को वर्ष 2022 तक बढ़ाया जाये.
किसानों को दिया ये लक्ष्य
जिला उपायुक्त खलील ने किसानों का आह्वान किया कि वह अपनी आय को बढ़ाने के लिए परम्परागत खेती को छोड़कर बागवानी अपनाएं और पैक हाऊस, नेट हाऊस बनाकर उच्च किस्म की खेती को अपनाएं. उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है विदेशो में हरियाणा के किसानों की फल और सब्जियां बिके, पूरी दुनिया में हरियाणा के किसानों की फसलों की डिमांड बढ़े.
ये भी जाने- रेवाड़ी: दो दिन की हड़ताल पर बैंक कर्मचारी, कहा- बैंकों को नुकसान पहुंचा रही सरकार
उन्होंने किसानों से ड्रिप सिंचाई से खेती करने की भी सलाह दी. बागवानी अधिकारी खलील ने उपायुक्त को बताया कि किसानों को उच्च तकनीक से खेती करने के लिए प्रेरित किया गया है, जिसके कारण हमारे किसानों को प्रदेश में पहचान मिली है.