नूंह: पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. लोगों को इस ठंड में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने संजीवनी ओपीडी की की शुरूआत की है. ये एक तरह से ऑनलाइन फ्री सर्विस है, जो लोगों को ठंड और बीमार से बचाव के तरीके बताएगा.
ऑनलाइन ओपीडी के माध्यम से मरीज विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह मशवरा करने के साथ-साथ अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, ताकि उन्हें लंबी- लंबी लाइनों में ना लगना पढ़े. इसके साथ ही ऑनलाइन सलाह के बाद अगर मरीज अस्पताल तक नहीं पहुंच सकता है, तो वो नजदीकी सरकारी अस्पताल से दवाइयां ले सकते हैं. ये जानकारी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. वसंत दुबे ने दी है.
डॉ. बसंत दुबे ने बताया कि अलग-अलग रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर सुबह 10बजे से 1 बजे व दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक सोमवार से शनिवार तक इस संजीवनी ओपीडी पर उपलब्ध रहेंगे. कोई भी व्यक्ति इन डॉक्टरों से ऑनलाइन सलाह ले सकता है. डॉक्टर बसंत दुबे ने बताया कि प्रदेश भर में करीब 300 से अधिक डॉक्टर ई संजीवनी ओपीडी के तहत जुड़े हुए हैं. इसमें सबसे ज्यादा नूंह जिले से तकरीबन 41 डॉक्टर जोड़े जाएंगे.
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ये लोगों को इलाज के बारे में जानकारी देने के लिए उपलब्ध रहेंगे. डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सर्दी से बचने के लिए शरीर में रूखापन नहीं होना चाहिए, नवी युक्त साबुन या क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ठंड में गर्म कपड़े पहनने, हाथों में ग्लाउज, सिर पर टोपी पहनने चाहिए, ताकि ठंड से बचाव हो सके.