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अब नूंह के गांव-गांव जाकर लड़कियों में खून की कमी जांचेगी किशोरी एक्सप्रैस

किशोरी एक्सप्रेस में मिलने वाले सभी सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त होंगी. इसका रोस्टर बनाकर आंगनवाड़ी, आशा वर्कर इत्यादि को दिया जाएगा. ग्रामीण अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र एवं आशा इत्यादि से इस किशोरी एक्सप्रेस के बारे में जानकारी जुटा सकती है.

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अब नूंह के गांव-गांव जाकर लड़कियों में खून की कमी जांचेगी किशोरी एक्सप्रैस
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Published : Jan 9, 2021, 10:18 PM IST

नूंह: जिले के साथ-साथ सरकार प्रदेश-देश को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गंभीर है. पिछले काफी समय से जो किशोरी एक्सप्रेस जिले के पुनहाना खंड के तक सीमित थी. वो अब पूरे जिले में गांव-गांव जाकर 10-20 वर्ष की आयु के बीच की किशोरियों में एनीमिया की जांच करेगी उम्र के हिसाब से जिस किशोरी में खून की कमी मिलेगी.

किशोरी एक्सप्रेस में मिलने वाले सभी सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त होंगी. इसका रोस्टर बनाकर आंगनवाड़ी, आशा वर्कर इत्यादि को दिया जाएगा. ग्रामीण अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र एवं आशा इत्यादि से इस किशोरी एक्सप्रेस के बारे में जानकारी जुटा सकती है. ध्यान रहे कि एनीमिया की कमी को जांच कर दूर करने के लिए कई अन्य संस्थाएं और स्वास्थ्य विभाग अन्य माध्यम से भी मेहनत कर रहा है. यह बात डिप्टी सिविल सर्जन बसंत दुबे ने पत्रकारों को बताई.

किशोरी एक्सप्रैस के मिले अच्छे परिणाम

उप सिविल सर्जन एवं प्रशिक्षण अभियान के नोडल अधिकारी बसंत दुबे ने कहा कि किशोरी एक्सप्रेस पुन्हाना खंड में जेएसपीएल फाउंडेशन की मदद से काफी समय से चलाई जा रही थी. इसके में अच्छे परिणाम सामने आए हैं, लेकिन जितनी किशोरियों को अपने खून की कमी की जांच के लिए आगे आना चाहिए था उतनी संख्या में किशोरी नहीं आ पा रही है. लिहाजा जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए लोगों को तथा किशोरियों को किशोरी एक्सप्रेस की टीम का सहयोग करना चाहिए तभी जाकर महिलाओं व किशोरियों में खून की कमी को दूर किया जा सकता है.

खान-पान की कमी की वजह से होती है खून की कमी

डॉक्टर बसंत के मुताबिक नूंह जिला हरियाणा के उन जिलों में शामिल है. जहां किशोरियों को महिलाओं में खून की कमी सबसे ज्यादा है. खान-पान भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है, लेकिन समय पर जांच कराकर किशोरिया खून की कमी को बड़ी आसानी से दूर कर सकती हैं. इसके लिए जिंदल स्टील पावर लिमिटेड फाउंडेशन मेवात के लोगों की पूरी तरह से मदद कर रहा है . स्वास्थ्य विभाग मेवात के साथ मिलकर जेएसपीएल फाउंडेशन जिले की किशोरियों में महिलाओं को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए जी जान से जुटी हुई है.

ये भी पढे़ं- सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल किसान ने जहर खाकर दे दी जान

नूंह: जिले के साथ-साथ सरकार प्रदेश-देश को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गंभीर है. पिछले काफी समय से जो किशोरी एक्सप्रेस जिले के पुनहाना खंड के तक सीमित थी. वो अब पूरे जिले में गांव-गांव जाकर 10-20 वर्ष की आयु के बीच की किशोरियों में एनीमिया की जांच करेगी उम्र के हिसाब से जिस किशोरी में खून की कमी मिलेगी.

किशोरी एक्सप्रेस में मिलने वाले सभी सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त होंगी. इसका रोस्टर बनाकर आंगनवाड़ी, आशा वर्कर इत्यादि को दिया जाएगा. ग्रामीण अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र एवं आशा इत्यादि से इस किशोरी एक्सप्रेस के बारे में जानकारी जुटा सकती है. ध्यान रहे कि एनीमिया की कमी को जांच कर दूर करने के लिए कई अन्य संस्थाएं और स्वास्थ्य विभाग अन्य माध्यम से भी मेहनत कर रहा है. यह बात डिप्टी सिविल सर्जन बसंत दुबे ने पत्रकारों को बताई.

किशोरी एक्सप्रैस के मिले अच्छे परिणाम

उप सिविल सर्जन एवं प्रशिक्षण अभियान के नोडल अधिकारी बसंत दुबे ने कहा कि किशोरी एक्सप्रेस पुन्हाना खंड में जेएसपीएल फाउंडेशन की मदद से काफी समय से चलाई जा रही थी. इसके में अच्छे परिणाम सामने आए हैं, लेकिन जितनी किशोरियों को अपने खून की कमी की जांच के लिए आगे आना चाहिए था उतनी संख्या में किशोरी नहीं आ पा रही है. लिहाजा जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए लोगों को तथा किशोरियों को किशोरी एक्सप्रेस की टीम का सहयोग करना चाहिए तभी जाकर महिलाओं व किशोरियों में खून की कमी को दूर किया जा सकता है.

खान-पान की कमी की वजह से होती है खून की कमी

डॉक्टर बसंत के मुताबिक नूंह जिला हरियाणा के उन जिलों में शामिल है. जहां किशोरियों को महिलाओं में खून की कमी सबसे ज्यादा है. खान-पान भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है, लेकिन समय पर जांच कराकर किशोरिया खून की कमी को बड़ी आसानी से दूर कर सकती हैं. इसके लिए जिंदल स्टील पावर लिमिटेड फाउंडेशन मेवात के लोगों की पूरी तरह से मदद कर रहा है . स्वास्थ्य विभाग मेवात के साथ मिलकर जेएसपीएल फाउंडेशन जिले की किशोरियों में महिलाओं को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए जी जान से जुटी हुई है.

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