नूंह: एनएचएम कर्मचारियों ने अस्पताल परिसर में प्रदर्शन करते (NHM employees protest in Nuh) कहा कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो कार्य बहिष्कार करने को मजबूर होंगे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के निदेशक ने एनएचएम प्रदेश अध्यक्ष रेहान रजा व उनके साथी ऋषि राज को सेवा से हटा दिया था. इसी मामले को लेकर एनएचएम कर्मचारी बेहद नाराज हैं.
नाराज एनएचएम कर्मचारियों ने अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा (Mandikheda Hospital Nuh) में मंगलवार को नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और एनएचएम नोडल अधिकारी डॉ. विशाल सिंगला के माध्यम से ज्ञापन भेजा. इतना ही नहीं एनएचएम कर्मचारियों ने इस ज्ञापन में सेवा समाप्ति के आदेशों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बिना किसी नोटिस और ठोस कारण के दो कर्मचारियों को सेवा मुक्त कर दिया गया.
हरियाणा में में करीब 14000 एनएचएम कर्मचारी हैं. कोविड महामारी में कर्मचारियों ने दिन-रात जान की परवाह न करते हुए बेहतरीन काम किया. इसके बावजूद एनएचएम कर्मचारियों पर तानाशाही फरमान जारी किए जा रहे हैं. कर्मचारियों ने दो टूक कहा कि आगामी 3 अगस्त को सभी नूंह जिले के एनएचएम कर्मचारी हाजिरी लगाकर कार्य का बहिष्कार करेंगे. उसके बाद 4 अगस्त को कर्मचारी हड़ताल करेंगे. आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी काम ठप रखा जायेगा. इसके बाद भी अगर स्वास्थ्य विभाग ने इन तुगलकी आदेशों को वापस नहीं लिया तो पूरी तरह से हड़ताल की जाएगी.
एनएचएम कर्मचारियों ने साफ-साफ कहा कि अगर इस हड़ताल के दौरान किसी प्रकार की कोई जान माल की हानि होती है तो उसका जिम्मेदार एनएचएम मिशन निदेशक हरियाणा (NHM Mission Director Haryana) और सिविल सर्जन नूंह होगा. डिप्टी सिविल सर्जन एवं एनएचएम नोडल अधिकारी डॉ. विशाल सिंगला ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है, जिसे जल्द ही आलाधिकारियों को भेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बातचीत के रास्ते कोई ना कोई समाधान निकाल लिया जाएगा और हड़ताल जैसी नौबत नहीं आने दी जाएगी.