नूंह: जिले में बीते माह हुई आगजनी की घटना के बाद से बंद पड़े नपा कार्यालय को गुरुवार को एचसीएस अधिकारी जितेंद्र गर्ग की मौजूदगी में खोला गया. नपा कार्यालय से कुछ बचे हुए दस्तावेज लेकर जांच कंप्लीट करने के नियत से कार्यालय भवन की सील तकरीबन 20 दिन बाद खोली गई. जिस दौरान बंद पड़े कार्यालय की सील खोली गई उस दौरान कई पार्षद और पार्षद पति अधिकारियों के साथ उपस्थित रहे.
जितेंद्र गर्ग ने कहा कि गत 25-26 जनवरी की रात को हुई आगजनी की घटना के बाद कार्यालय को सील कर दिया गया था. जिसके बाद इसे कुछ कागजात लेने के लिए आज खोला गया. मामले की गहनता से जांच चल रही है. जांच पूरी होने पर ही खुलासा हो पाएगा की कौन - कौन से रिकॉर्ड को आग लगाई गई थी.
बता दें कि नगरपालिका नूंह में आगजनी घटना में डीसी रेट पर लगे इलेक्ट्रीशियन जफरुद्दीन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. जफरुद्दीन ने पुलिस पूछताछ में बताया था की आगजनी की घटना को उसने और राहुल सिंगला ने पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले किया था. नूंह पुलिस अभी भी कई आरोपियों की तलाश में जुटी है, लेकिन आरोपी उनकी गिरफ्त से बाहर है.
नगर पालिका और विवादों का गहरा नाता
नगर पालिका में कई घुट पार्षदों के बने हुए हैं , जो पिछले कई साल से लगातार नपा चेयरपर्सन सीमा सिंगला और उनके पति विष्णु सिंगला सहित नगर पालिका स्टाफ पर विकास कार्यों में गड़बड़ी के आरोप लगाते रहे हैं. जिनकी लगातार जांच चल रही है. नगर पालिका चेयरपर्सन और उनके पति सहित कई लोगों पर थाने में एफ आई आर दर्ज हो चुकी हैं. एक बार तो चेयरपर्सन को सस्पेंड तक करने के आदेश दिए जा चुके हैं , लेकिन कुछ माह बाद ही उसे वापस बहाल कर दिया . नगरपालिका नूंह में चल रही उठापटक की राजनीति की वजह से विकास कार्य लगातार प्रभावित भी हो रहे हैं.
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