नूंह: हरियाणा के लोगों को इस बार मानसून (Monsoon in Haryana) ने काफी इंतजार करवाया हैं. मानसून में देरी की वजह से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. जो किसान ज्वार और बाजरे की फसलों की बिजाई कर चुके थे. बारिश नहीं होने के चलते उनकी फसल सूखने की कगार पर है. किसानों ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत में बताया कि अगर जल्द ही बारिश नहीं हुई तो इस बार ज्वार और बाजरे की फसल कम होगी.
किसानों ने कहा कि बारिश नहीं होने से पशुओं के लिए चारे का संकट भी खड़ा हो सकता है. जिले के अधिकतर तालाब सूख गए हैं. जिसके चलते मवेशियों के लिए पीने के पानी का संकट भी खड़ा हो सकता है. बढ़ती गर्मी ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है. गर्मी की वजह से बिजली के लंबे कट लग रहे हैं. जिससे परेशानी और ज्यादा बढ़ रही है.
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मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी हवाओं के चलते इस बार मानसून के आने में देरी हुई है. वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दो-चार दिनों में हरियाणा में बारिश हो सकती है. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक किसानों को बरसात के लिए करीब एक सप्ताह का इंतजार और करना पड़ सकता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी हवाओं के कारण मानसून पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रुका हुआ है.