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शाहीन बाग के समर्थन में मेवात बार एसोसिएशन, अब केंद्र सरकार को दी ये चेतावनी

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Published : Feb 1, 2020, 9:59 PM IST

Updated : Feb 2, 2020, 9:06 AM IST

शाहीन बाग की महिलाओं के समर्थन में मेवात बार असोसिएशन सामने आया है. मेवात बार असोसिएशन ने सीएए और एनआरसी को सरकार से वापस लेने की मांग की है.

mewat bar association support shaheen bagh women protest
मेवात बार असोसिएशन

नूंह: पूरे देश में एनआरसी और सीएए का लगातार विरोध जारी है. दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले 45 दिनों से महिलाएं इस कानून के विरोध में बैठी है. अब इन शाहीन बाग की महिलाओं के और सीएए व एनआरसी कानून के विरोध में मेवात बार असोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है.

शाहीन बाग के समर्थन में मेवात बार असोसिएशन उतरा

शनिवार को मेवात बार असोसिएशन की बैठक हुई, जिसमें ये फैसला लिया गया. बैठक में बताया गया कि मेवात बार न केवल विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनेगा बल्कि अगर किसी पर कार्रवाई की गई तो निचली अदालत से लेकर सुप्रीम अदालत तक केस फ्री लड़ेगी. आपको बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर नूंह जिले की राजधानी बड़कली चौक पर भी लोग सीएए और एनआरसी कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं.

शाहीन बाग के समर्थन में मेवात बार असोसिएशन, देखें वीडियो

बड़कली चौक पर भी धरना शुरू

गांधी बलिदान दिवस गत 30 जनवरी को इस धरना-प्रदर्शन की शुरुआत की गई थी. पिछले तीन दिन से लगातार धरना जारी है. शाहीन बाग और बड़कली चौक के धरने में फर्क इतना है कि वहां महिलाओं की संख्या अधिक है और यहां कम है.

पुन्हाना बार ने भी दिया समर्थन

बार के वकीलों ने दो टूक कहा कि ये देश को तोड़ने वाला कानून है. उन्हें किसी सूरत में ये कानून स्वीकार नहीं है. सरकार इसे तत्काल वापस लेने का एलान करे. ताहिर हुसैन एडवोकेट ने बताया कि पुन्हाना बार एशोसिएशन भी उनके साथ इस फैसले में साथ खड़ी है.

ये भी जाने- कुरुक्षेत्र: चोरों ने कैसे उड़ाए आटा चक्की से 25 हजार रुपये? देखें वीडियो

वकीलों ने दी ये चेतावनी

उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि धरना-प्रदर्शन करने वाले लोगों पर किसी प्रकार की ज्यादती से लेकर क़ानूनी कार्रवाई की गई तो वकील न केवल इसका डटकर विरोध करेंगे बल्कि न्यायपालिका में मजबूती से वकालत करेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार से कानून को वापस लेने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी.

नूंह: पूरे देश में एनआरसी और सीएए का लगातार विरोध जारी है. दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले 45 दिनों से महिलाएं इस कानून के विरोध में बैठी है. अब इन शाहीन बाग की महिलाओं के और सीएए व एनआरसी कानून के विरोध में मेवात बार असोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है.

शाहीन बाग के समर्थन में मेवात बार असोसिएशन उतरा

शनिवार को मेवात बार असोसिएशन की बैठक हुई, जिसमें ये फैसला लिया गया. बैठक में बताया गया कि मेवात बार न केवल विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनेगा बल्कि अगर किसी पर कार्रवाई की गई तो निचली अदालत से लेकर सुप्रीम अदालत तक केस फ्री लड़ेगी. आपको बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर नूंह जिले की राजधानी बड़कली चौक पर भी लोग सीएए और एनआरसी कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं.

शाहीन बाग के समर्थन में मेवात बार असोसिएशन, देखें वीडियो

बड़कली चौक पर भी धरना शुरू

गांधी बलिदान दिवस गत 30 जनवरी को इस धरना-प्रदर्शन की शुरुआत की गई थी. पिछले तीन दिन से लगातार धरना जारी है. शाहीन बाग और बड़कली चौक के धरने में फर्क इतना है कि वहां महिलाओं की संख्या अधिक है और यहां कम है.

पुन्हाना बार ने भी दिया समर्थन

बार के वकीलों ने दो टूक कहा कि ये देश को तोड़ने वाला कानून है. उन्हें किसी सूरत में ये कानून स्वीकार नहीं है. सरकार इसे तत्काल वापस लेने का एलान करे. ताहिर हुसैन एडवोकेट ने बताया कि पुन्हाना बार एशोसिएशन भी उनके साथ इस फैसले में साथ खड़ी है.

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वकीलों ने दी ये चेतावनी

उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि धरना-प्रदर्शन करने वाले लोगों पर किसी प्रकार की ज्यादती से लेकर क़ानूनी कार्रवाई की गई तो वकील न केवल इसका डटकर विरोध करेंगे बल्कि न्यायपालिका में मजबूती से वकालत करेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार से कानून को वापस लेने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी.

Intro:संवाददाता नूह मेवात

स्टोरी ;- सीएए /एनआरसी / एनपीआर के विरोध में सामने आई जिला मेवात बार एशोसिएशन

नूह जिले की राजधानी बड़कली चौक से लेकर देश के किसी भी इलाके में सीएए / एनआरसी / एनपीआर का विरोध कर रहे लोगों के समर्थन में जिला मेवात बार एशोसिएशन भी कूद गई है। बार न केवल विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनेगी बल्कि अगर किसी भी कार्रवाई की गई तो निचली अदालत से लेकर सुप्रीम अदालत तक केस की फ्री में पैरवी की जाएगी। जिला मेवात बार एशोसिएशन ने शनिवार को कोर्ट परिसर नूह में बैठक कर यह फैसला लिया है।

कुल मिलाकर सीएए / एनसीआर / एनपीआर पर भले ही सरकार एक इंच पीछे नहीं हटने का एलान कर चुकी है , लेकिन विरोध कम होने की बजाय गति पकड़ता जा रहा है। दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर नूह जिले की राजधानी बड़कली चौक पर भी लोग सीएए इत्यादि कानून में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं। गांधी बलिदान दिवस गत 30 जनवरी को इस धरना - प्रदर्शन की शुरुआत की गई। पिछले तीन दिन से लगातार धरना चल रहा है। शाहीन बाग और बड़कली चौक के धरने में फर्क इतना है कि वहां महिलाओं की संख्या अधिक है और यहां कम है। सीएए / एनआरसी / एनपीआर का विरोध तेज होने से भाजपा सरकार की मुसीबत बढ़ सकती है। देश में दर्जनों शाहीन बाग बनते जा रहे हैं , तो विदेशों में भी लोग इस कानून के विरोध में उतर रहे हैं। Body:आपको बता दें कि सिर्फ मुस्लिम समाज के लोग ही नहीं सभी मजहब को मानने वाले लोग इस कानून के खिलाफ हैं। वकीलों ने दो टूक कहा कि ये देश को तोड़ने वाला कानून है। उन्हें किसी सूरत में भी यह कानून पसंद नहीं है। सरकार इसे तत्काल वापस लेने का एलान करे। ताहिर हुसैन एडवोकेट ने बताया कि पुन्हाना बार एशोसिएशन भी उनके साथ इस फैसले में साथ खड़ी है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि धरना - प्रदर्शन करने वाले लोगों पर किसी प्रकार की जुल्म , ज्यादती से लेकर क़ानूनी कार्रवाई की गई तो वकील न केवल इसका डटकर विरोध करेंगे बल्कि न्यायपालिका में मजबूती से वकालत करेंगे। वकीलों के कानून की निंदा करते हुए सरकार से कानून वापस लेने की अपील की है। जिला मेवात बार एशोसिएशन के प्रधान सलीम अहमद बाई ने कहा कि बार सीएए / एनआरसी / एनपीआर के विरोध में रेज्युलेशन कर चुकी है। अब सरकार से कानून को वापस लेने के लिए आर - पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। प्रधान ने भाजपा नेताओं द्वारा शाहीन बाग में धरने पर बैठी महिलाओं के खिलाफ की जा रही टिप्पणी की जीतनी निंदा की जाये , उतनी ही कम है। जिन महिलाओं के लिए भाजपा नेता कसीदे गढ़ते थे , उन्हीं को सड़क पर लाने का काम किया। पिछले करीब 47 दिनों से महिलाएं कामकाज छोड़कर धरने पर बैठी हुई हैं। उनसे मिलने के लिए अभी तक कोई नेता - अधिकारी केंद्र सरकार की तरफ से नहीं पहुंचा है।

जिला मेवात बार एशोसिएशन के सीएए / एनआरसी इत्यादि के खिलाफ खड़े होने से सरकार व जिला प्रशासन के लोगों की मुसीबत बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। अब देखना है कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार का इस पर क्या स्टैंड सामने आता है। नूह जिले की राजधानी बड़कली चौक पर धरना - प्रदर्शन में लगातार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेवात क्षेत्र के बींचोबीच यह बड़कली चौक पड़ता है , इसलिए समाजसेवी संगठन एवं धरना - प्रदर्शन को लीड कर रही मेवात विकास सभा सहित अन्य संगठनों ने इस स्थान को चुना है। Conclusion:बाइट ;- सलीम अहमद बाई जिला मेवात बार एशोसिएशन
बाइट ;- ताहिर हुसैन देवला सीनियर एडवोकेट
बाइट ;- ताहिर हुसैन एडवोकेट
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Last Updated : Feb 2, 2020, 9:06 AM IST
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