नूंह: उपायुक्त पंकज यादव ने गेहूं खरीद को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा, किसानों को पेमेंट आढ़तियों के माध्यम से मिलेगी.
उन्होंने अधिकारियों और खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि गेहूं खरीद के काम में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. समय पर लिफ्टिंग, मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए स्वच्छ पेयजल, साफ-सफाई, सुलभ शौचालय और बिजली की सुविधा होनी चाहिए. ताकि किसानों को मंडियों में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े.
उन्होंने कहा कि इस बार गेहूं की पेमेंट को लेकर कुछ नए प्रावधान किए गए हैं. इसके लिए सरकार ने कुछ बैंकों से टाई-अप किया है. सरकार से पैसा बैंकों को जाएगा और बैंकों से आढ़तियों के पास जाएगा, जहां से किसान को पेमेंट होगी.
इस प्रक्रिया में बीसीएपी यानी बिलिंग-कम-पेमेंट एजेंट नाम के व्यक्ति को बीच से हटा दिया गया है. उन्होंने बताया कि सरसों की खरीद को लेकर संबंधित किसान को मेरी फसल-मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है. जबकि गेहूं की फसल के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं है.
उन्होंने कहा कि गेंहू की फसल बेचने वाले किसानों को मंडियों में गेट पास कम्प्यूटर से जारी किए जाए. किसानों से भी अनुरोध किया है कि वो मंडी में अपनी फसल को साफ-सुथरी करके और सुखा कर लाए जिसमें 12 प्रतिशत से ज्यादा नमी ना हो.