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राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य पहुंचे नूंह, अधिकारियों से ली मिटिंग - राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य मंजीत सिंह राय ने नूंह पहुंचकर अलपसंख्यकों के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सूत्रीय कार्यक्रम पर मीटिंग ली. इस दौरान उन्होंने सरपंचों से भी बात की.

नूंह में अधिकारियों के साथ मीटिंग करते राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य
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Published : Jul 29, 2019, 10:00 PM IST

नूंह: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ राज्यों के प्रभारी एवं सदस्य मंजीत सिंह राय सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह पहुंचे. मंजीत सिंह राय ने लघु सचिवालय स्थित मीटिंग हाल में अधिकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सूत्रीय कार्यक्रम सहित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. इसी दौरान वो नूंह में पड़ने वाले गांवों के सरपंचो से भी मिले.

मंजीत सिंह राय, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य

'नहीं मिली उन्हें मॉब लिंचिंग की शिकायत'

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य मंजीत सिंह राय कहा कि नूंह जिले के लोगों मॉब लिंचिंग की घटनाओं की उनसे कोई शिकायत नहीं की. अगर शिकायत की होती तो आयोग सख्त एक्शन लेता. मंजीत राय ने कहा कि भीड़तंत्र को कानून हाथ में लेने की कतई जरूरत नहीं है.

अगर किसी ने मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दिया है तो आयोग उसे किसी सूरत में छोड़ने वाला नहीं है. एक तरफ तो नूंह जिले में पहलू, रकबर को मॉब लिंचिंग में मार दिया जाता है वहीं आयोग कहता है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. जैसे ही नूंह के लोगों ने मंजीत सिंह राय से जिले में विकास कार्यों और यूनिवर्सिटी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने उनकी इस मांग को वाजिब तो बताया लेकिन उन्होंने सारा दोष पहले की सरकारों पर थोप दिया.

नूंह: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ राज्यों के प्रभारी एवं सदस्य मंजीत सिंह राय सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह पहुंचे. मंजीत सिंह राय ने लघु सचिवालय स्थित मीटिंग हाल में अधिकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सूत्रीय कार्यक्रम सहित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. इसी दौरान वो नूंह में पड़ने वाले गांवों के सरपंचो से भी मिले.

मंजीत सिंह राय, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य

'नहीं मिली उन्हें मॉब लिंचिंग की शिकायत'

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य मंजीत सिंह राय कहा कि नूंह जिले के लोगों मॉब लिंचिंग की घटनाओं की उनसे कोई शिकायत नहीं की. अगर शिकायत की होती तो आयोग सख्त एक्शन लेता. मंजीत राय ने कहा कि भीड़तंत्र को कानून हाथ में लेने की कतई जरूरत नहीं है.

अगर किसी ने मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दिया है तो आयोग उसे किसी सूरत में छोड़ने वाला नहीं है. एक तरफ तो नूंह जिले में पहलू, रकबर को मॉब लिंचिंग में मार दिया जाता है वहीं आयोग कहता है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. जैसे ही नूंह के लोगों ने मंजीत सिंह राय से जिले में विकास कार्यों और यूनिवर्सिटी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने उनकी इस मांग को वाजिब तो बताया लेकिन उन्होंने सारा दोष पहले की सरकारों पर थोप दिया.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य पहुंचे नूंह
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के हरियाणा , पंजाब , चंडीगढ़ इत्यादि राज्यों के प्रभारी एवं सदस्य मंजीत सिंह राय सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह पहुंचे। मंजीत सिंह राय ने सर्किट हाउस में विधायक चौधरी जाकिर हुसैन एवं सरपंच इत्यादि गणमान्य लोगों से बात की तथा दोपहर बाद लघु सचिवालय स्थित मीटिंग हाल में अधिकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सूत्रीय कार्यक्रम सहित विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य मंजीत सिंह राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नूंह जिले के लोगों मॉब लिंचिंग की घटनाओं की उनसे किसी ने शिकायत नहीं की। अगर शिकायत की होती तो आयोग सख्त एक्शन लेता। मंजीत राय ने कहा कि भीड़ तंत्र को कानून हाथ में लेने की कतई जरूरत नहीं है। अगर किसी ने मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दिया तो आयोग उसे किसी सूरत में छोड़ने वाला नहीं है। नूंह जिले में पहलू , रकबर इत्यादि घटना भले ही हुई , लेकिन आयोग का कहना है कि उन्हें इन घटनाओं की जानकारी नहीं मिली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 70 किलोमीटर दूर बसे देश के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार नूंह के लोगों के रेल नहीं देख पाने और यूनिवर्सिटी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने मांग को वाजिब तो बताया , लेकिन सारा दोष पूर्व की सरकारों पर मढ़ते हुए कहा कि नूंह जिले में पहले कुछ नहीं हुआ , जो हुआ पांच वर्षों में हुआ है। मंजीत राय ने कहा कि वो अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली 6 बिरादरी के लोगों के कल्याण के लिए हरियाणा के 7 जिलों के करीब 15 खंडों में दौरे कर वहां के हालात का जायजा ले रहा हूं और प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत आने वाले पहलुओं पर बात की जा रही है। नूंह जिले में जाने के लिए आयोग चैयरमेन सैयद गयूरुल हसन रिजवी ने भी कहा। यहां के लोगों और अधिकारियों से मुखातिब होने के लिए यहां आया हूं। अल्पसंख्यक मंत्रालय अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए करीब 5 हजार करोड़ रुपये की राशि खर्च करने जा रहा है। मंजीत राय बोले कि दक्षिणी हरियाणा के लोगों को जितना सिंचाई का पानी पिछले पांच वर्षों में मिला है , उतना पहले कभी नहीं मिला। नौकरियों में बिना भेदभाव नियुक्तियां हुई हैं। काबिलियत के दम पर अल्पसंख्यकों को भी नौकरी मिली हैं। उन्होंने कहा कि अगर मॉबलिंचिंग की कोई घटना सामने आती भी है , तो आयोग को मोबाइल , ईमेल , व्हाट्सएप्प इत्यादि के माध्यम से भी शिकायत भेजी जा सकती है। ऐसे मामलों में तुरंत और सख्ती से आयोग अपना काम करेगा।
बाइट;- मंजीत सिंह राय सदस्य राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य पहुंचे नूंह
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के हरियाणा , पंजाब , चंडीगढ़ इत्यादि राज्यों के प्रभारी एवं सदस्य मंजीत सिंह राय सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह पहुंचे। मंजीत सिंह राय ने सर्किट हाउस में विधायक चौधरी जाकिर हुसैन एवं सरपंच इत्यादि गणमान्य लोगों से बात की तथा दोपहर बाद लघु सचिवालय स्थित मीटिंग हाल में अधिकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सूत्रीय कार्यक्रम सहित विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य मंजीत सिंह राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नूंह जिले के लोगों मॉब लिंचिंग की घटनाओं की उनसे किसी ने शिकायत नहीं की। अगर शिकायत की होती तो आयोग सख्त एक्शन लेता। मंजीत राय ने कहा कि भीड़ तंत्र को कानून हाथ में लेने की कतई जरूरत नहीं है। अगर किसी ने मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दिया तो आयोग उसे किसी सूरत में छोड़ने वाला नहीं है। नूंह जिले में पहलू , रकबर इत्यादि घटना भले ही हुई , लेकिन आयोग का कहना है कि उन्हें इन घटनाओं की जानकारी नहीं मिली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 70 किलोमीटर दूर बसे देश के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार नूंह के लोगों के रेल नहीं देख पाने और यूनिवर्सिटी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने मांग को वाजिब तो बताया , लेकिन सारा दोष पूर्व की सरकारों पर मढ़ते हुए कहा कि नूंह जिले में पहले कुछ नहीं हुआ , जो हुआ पांच वर्षों में हुआ है। मंजीत राय ने कहा कि वो अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली 6 बिरादरी के लोगों के कल्याण के लिए हरियाणा के 7 जिलों के करीब 15 खंडों में दौरे कर वहां के हालात का जायजा ले रहा हूं और प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत आने वाले पहलुओं पर बात की जा रही है। नूंह जिले में जाने के लिए आयोग चैयरमेन सैयद गयूरुल हसन रिजवी ने भी कहा। यहां के लोगों और अधिकारियों से मुखातिब होने के लिए यहां आया हूं। अल्पसंख्यक मंत्रालय अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए करीब 5 हजार करोड़ रुपये की राशि खर्च करने जा रहा है। मंजीत राय बोले कि दक्षिणी हरियाणा के लोगों को जितना सिंचाई का पानी पिछले पांच वर्षों में मिला है , उतना पहले कभी नहीं मिला। नौकरियों में बिना भेदभाव नियुक्तियां हुई हैं। काबिलियत के दम पर अल्पसंख्यकों को भी नौकरी मिली हैं। उन्होंने कहा कि अगर मॉबलिंचिंग की कोई घटना सामने आती भी है , तो आयोग को मोबाइल , ईमेल , व्हाट्सएप्प इत्यादि के माध्यम से भी शिकायत भेजी जा सकती है। ऐसे मामलों में तुरंत और सख्ती से आयोग अपना काम करेगा।
बाइट;- मंजीत सिंह राय सदस्य राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य पहुंचे नूंह
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के हरियाणा , पंजाब , चंडीगढ़ इत्यादि राज्यों के प्रभारी एवं सदस्य मंजीत सिंह राय सोमवार को मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह पहुंचे। मंजीत सिंह राय ने सर्किट हाउस में विधायक चौधरी जाकिर हुसैन एवं सरपंच इत्यादि गणमान्य लोगों से बात की तथा दोपहर बाद लघु सचिवालय स्थित मीटिंग हाल में अधिकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सूत्रीय कार्यक्रम सहित विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य मंजीत सिंह राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नूंह जिले के लोगों मॉब लिंचिंग की घटनाओं की उनसे किसी ने शिकायत नहीं की। अगर शिकायत की होती तो आयोग सख्त एक्शन लेता। मंजीत राय ने कहा कि भीड़ तंत्र को कानून हाथ में लेने की कतई जरूरत नहीं है। अगर किसी ने मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दिया तो आयोग उसे किसी सूरत में छोड़ने वाला नहीं है। नूंह जिले में पहलू , रकबर इत्यादि घटना भले ही हुई , लेकिन आयोग का कहना है कि उन्हें इन घटनाओं की जानकारी नहीं मिली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 70 किलोमीटर दूर बसे देश के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार नूंह के लोगों के रेल नहीं देख पाने और यूनिवर्सिटी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने मांग को वाजिब तो बताया , लेकिन सारा दोष पूर्व की सरकारों पर मढ़ते हुए कहा कि नूंह जिले में पहले कुछ नहीं हुआ , जो हुआ पांच वर्षों में हुआ है। मंजीत राय ने कहा कि वो अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली 6 बिरादरी के लोगों के कल्याण के लिए हरियाणा के 7 जिलों के करीब 15 खंडों में दौरे कर वहां के हालात का जायजा ले रहा हूं और प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत आने वाले पहलुओं पर बात की जा रही है। नूंह जिले में जाने के लिए आयोग चैयरमेन सैयद गयूरुल हसन रिजवी ने भी कहा। यहां के लोगों और अधिकारियों से मुखातिब होने के लिए यहां आया हूं। अल्पसंख्यक मंत्रालय अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए करीब 5 हजार करोड़ रुपये की राशि खर्च करने जा रहा है। मंजीत राय बोले कि दक्षिणी हरियाणा के लोगों को जितना सिंचाई का पानी पिछले पांच वर्षों में मिला है , उतना पहले कभी नहीं मिला। नौकरियों में बिना भेदभाव नियुक्तियां हुई हैं। काबिलियत के दम पर अल्पसंख्यकों को भी नौकरी मिली हैं। उन्होंने कहा कि अगर मॉबलिंचिंग की कोई घटना सामने आती भी है , तो आयोग को मोबाइल , ईमेल , व्हाट्सएप्प इत्यादि के माध्यम से भी शिकायत भेजी जा सकती है। ऐसे मामलों में तुरंत और सख्ती से आयोग अपना काम करेगा।
बाइट;- मंजीत सिंह राय सदस्य राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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