नूंह: अलग-अलग समुदाय के प्रेमी युगल के भागने के बाद फिरोजपुर झिरका में प्रदर्शन अभी तक जारी है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इस बार पत्रकारों को निशाना बनाया और उनके साथ मारपीट की.
भीड़ ने पत्रकारों को पीटा
भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर के समय जानलेवा हमला किया. हमला उस समय किया गया, जब पत्रकार एक दुकान में बैठे हुए थे. पत्रकार को दुकान के भीतर से जानवरों की तरह मारते-पीटते घसीट कर बाहर निकाला गया. बड़ी मुश्किल से बाकी पत्रकारों ने पीड़ित पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया.
पुलिस ने हालात पर काबू पाया
वहीं जब तक एक पत्रकार को कमरे में बंद किया जाता तब तक भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी. इस झगड़े में दोनों पत्रकारों को हल्की चोटें आई हैं. इसके अलावा भीड़ उनके सामान भी लूट कर ले गई. घटना की खबर मिलते ही एसएचओ हरिसिंह तथा सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया. घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है.
पंचायत में नहीं बनी सहमति
दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में इस मामले को लेकर पंचायत हुई, लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई. उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मौजिज लोगों की बात हुई. बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची.
एसडीएम रीगन कुमार तथा डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे. घटना पर कोई अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं.
वीडियो को लेकर दी एक और शिकायत
एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि एफआईआर दर्ज की हुई है. लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है. जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं.
14 अगस्त को भागा था प्रेमी युगल
गौरतलब है कि फिरोजपुर झिरका की रहने वाली 19 वर्षीय लड़की बिलाकपुर निवासी 30 वर्षीय युवक के साथ 14 अगस्त को भाग गई थी. परिजनों ने लड़की को खूब खोजने और वापस लाने की कोशिश की लेकिन उनकी सभी कोशिशों पर पानी फिर गया. दो समुदायों का मामला होने के चलते फिरोजपुर झिरका शहर में खूब बवाल मचा. इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा.
वहीं अब तो हालात ये हो चले कि गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी है. विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है. पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में नजर आ रहा है. पिछले तीन दिन से बाजार बंद होने तथा रोड जाम जैसे कदम उठाने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है. अब देखना है कि पंचायत क्या फैसला लेती है और पुलिस प्रशासन का अगला कदम क्या होता है. पंचायतों के निर्णय से लेकर घटना पर कोई भी व्यक्ति मीडिया के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.