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नूंह: फिरोजपुर झिरका में कवरेज करने गए पत्रकारों की पिटाई, बाजार तीसरे दिन भी रहे बंद

फिरोजपुर झिरका में में अलग-अलग समुदाय के लड़का-लड़की के भाग जाने के बाद और लड़की का वीडियो सामने के बाद फिरोजपुर झिरका शहर का बाजार लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी पूरी तरह बंद रहा. वहीं धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मीडिया कर्मियों को अपना निशाना बनाया.

nuh couple love marriage
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Published : Aug 21, 2019, 7:47 PM IST

नूंह: अलग-अलग समुदाय के प्रेमी युगल के भागने के बाद फिरोजपुर झिरका में प्रदर्शन अभी तक जारी है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इस बार पत्रकारों को निशाना बनाया और उनके साथ मारपीट की.

फिरोजपुर झिरका में प्रदर्शन और मौजूदा स्थिति पर पुलिस का बयान

भीड़ ने पत्रकारों को पीटा
भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर के समय जानलेवा हमला किया. हमला उस समय किया गया, जब पत्रकार एक दुकान में बैठे हुए थे. पत्रकार को दुकान के भीतर से जानवरों की तरह मारते-पीटते घसीट कर बाहर निकाला गया. बड़ी मुश्किल से बाकी पत्रकारों ने पीड़ित पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया.

पुलिस ने हालात पर काबू पाया
वहीं जब तक एक पत्रकार को कमरे में बंद किया जाता तब तक भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी. इस झगड़े में दोनों पत्रकारों को हल्की चोटें आई हैं. इसके अलावा भीड़ उनके सामान भी लूट कर ले गई. घटना की खबर मिलते ही एसएचओ हरिसिंह तथा सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया. घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है.

पंचायत में नहीं बनी सहमति
दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में इस मामले को लेकर पंचायत हुई, लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई. उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मौजिज लोगों की बात हुई. बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची.

एसडीएम रीगन कुमार तथा डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे. घटना पर कोई अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं.

वीडियो को लेकर दी एक और शिकायत
एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि एफआईआर दर्ज की हुई है. लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है. जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं.

14 अगस्त को भागा था प्रेमी युगल
गौरतलब है कि फिरोजपुर झिरका की रहने वाली 19 वर्षीय लड़की बिलाकपुर निवासी 30 वर्षीय युवक के साथ 14 अगस्त को भाग गई थी. परिजनों ने लड़की को खूब खोजने और वापस लाने की कोशिश की लेकिन उनकी सभी कोशिशों पर पानी फिर गया. दो समुदायों का मामला होने के चलते फिरोजपुर झिरका शहर में खूब बवाल मचा. इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा.

वहीं अब तो हालात ये हो चले कि गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी है. विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है. पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में नजर आ रहा है. पिछले तीन दिन से बाजार बंद होने तथा रोड जाम जैसे कदम उठाने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है. अब देखना है कि पंचायत क्या फैसला लेती है और पुलिस प्रशासन का अगला कदम क्या होता है. पंचायतों के निर्णय से लेकर घटना पर कोई भी व्यक्ति मीडिया के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

नूंह: अलग-अलग समुदाय के प्रेमी युगल के भागने के बाद फिरोजपुर झिरका में प्रदर्शन अभी तक जारी है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इस बार पत्रकारों को निशाना बनाया और उनके साथ मारपीट की.

फिरोजपुर झिरका में प्रदर्शन और मौजूदा स्थिति पर पुलिस का बयान

भीड़ ने पत्रकारों को पीटा
भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर के समय जानलेवा हमला किया. हमला उस समय किया गया, जब पत्रकार एक दुकान में बैठे हुए थे. पत्रकार को दुकान के भीतर से जानवरों की तरह मारते-पीटते घसीट कर बाहर निकाला गया. बड़ी मुश्किल से बाकी पत्रकारों ने पीड़ित पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया.

पुलिस ने हालात पर काबू पाया
वहीं जब तक एक पत्रकार को कमरे में बंद किया जाता तब तक भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी. इस झगड़े में दोनों पत्रकारों को हल्की चोटें आई हैं. इसके अलावा भीड़ उनके सामान भी लूट कर ले गई. घटना की खबर मिलते ही एसएचओ हरिसिंह तथा सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया. घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है.

पंचायत में नहीं बनी सहमति
दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में इस मामले को लेकर पंचायत हुई, लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई. उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मौजिज लोगों की बात हुई. बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची.

एसडीएम रीगन कुमार तथा डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे. घटना पर कोई अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं.

वीडियो को लेकर दी एक और शिकायत
एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि एफआईआर दर्ज की हुई है. लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है. जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं.

14 अगस्त को भागा था प्रेमी युगल
गौरतलब है कि फिरोजपुर झिरका की रहने वाली 19 वर्षीय लड़की बिलाकपुर निवासी 30 वर्षीय युवक के साथ 14 अगस्त को भाग गई थी. परिजनों ने लड़की को खूब खोजने और वापस लाने की कोशिश की लेकिन उनकी सभी कोशिशों पर पानी फिर गया. दो समुदायों का मामला होने के चलते फिरोजपुर झिरका शहर में खूब बवाल मचा. इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा.

वहीं अब तो हालात ये हो चले कि गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी है. विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है. पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में नजर आ रहा है. पिछले तीन दिन से बाजार बंद होने तथा रोड जाम जैसे कदम उठाने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है. अब देखना है कि पंचायत क्या फैसला लेती है और पुलिस प्रशासन का अगला कदम क्या होता है. पंचायतों के निर्णय से लेकर घटना पर कोई भी व्यक्ति मीडिया के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- फिरोजपुर झिरका बाजार तीसरे दिन बंद , कवरेज करने गए पत्रकारों की पिटाई
दिनभर चला पंचायतों का दौर नहीं निकला कोई नतीजा

फिरोजपुर झिरका में प्रेम विवाह की खबरों तथा लड़की द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करने की घटना से नाराज फिरोजपुर झिरका शहर में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मीडिया कर्मियों को अपना निशाना बनाया। भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर के समय जानलेवा हमला किया। हमला उस समय किया गया , जब पत्रकार अपने साथी पत्रकार की दुकान में बैठे हुए थे। पत्रकार को दुकान के भीतर से जानवरों की तरह बाहर मारते - पीटते घसीट कर निकाला। बड़ी मुश्किल से पत्रकारों ने पीटते हुए पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया। जब तक एक पत्रकार को कमरे में बंद किया जाता तब तक भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी। इस झगड़े में दोनों पत्रकारों को हल्की चोटे आई हैं। इसके अलावा भीड़ उनके पेन डायरी इत्यादि सामान भी लूट कर ले गई । घटना की खबर लगते ही एसएचओ हरिसिंह तथा सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया। तब जाकर पत्रकार अपनी जान बचाकर वहां से निकल सके। घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है।
आपको बता दें कि एक समुदाय की लड़की को विशेष समुदाय का शादीशुदा युवक गत 14 अगस्त को लेकर फरार हुआ था। इस जोड़े ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में गत 17 अगस्त को शादी रचा ली थी। उसके बाद से ही शहर के लोगों ने ना केवल शहर को बंद कर दिया बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को भी सोमवार को पहले दिन करीब 11 घंटे जाम रखा। शाम होते-होते पुलिस में भीड़ में हल्की झड़प की नौबत तक भी आ गई। इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा। इसी की कवरेज करने गए पत्रकारों पर भीड़ ने भड़ास निकाली। पत्रकारों के कपडे तक फाड़ दिए गए। भीड़ लड़की को वापस लाने की मांग कर रही है। दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में मुस्लिम समाज की पंचायत हुई , लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई। उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मुस्लिम समाज के मौजिज लोगों की बात हुई। बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची। एसडीएम रीगन कुमार तथा डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना - प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे। घटना पर कोई अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं। एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज की हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है। जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। अब तो हालात यह हो चले कि डॉक्टरों की दुकानों पर इलाज नहीं हो रहा तो गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी। विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में नजर आ रहा है। पिछले तीन दिन से बाजार बंद होने तथा रोड जाम जैसे कदम उठाने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। अब देखना है कि पंचायत क्या फैसला लेती है और पुलिस प्रशासन का अगला कदम क्या होता है। पंचायतों के निर्णय से लेकर घटना पर कोई भी व्यक्ति मीडिया के सामने जबान खोलने को तैयार नहीं है।
आग भड़काने वालों की कमी नहीं ;- नूंह जिले में दशकों से जो भाईचारा कायम है। उसको नुकसान पहुंचाने की कोशिशें लाल कुआं चौक पर भाषणों से हो रही हैं। आग लगाने वाले भाषण ज़माने के सामने उजागर न हो , इसलिए मीडिया कर्मियों को भी धर्म - समुदाय में बांटने की नापाक कोशिश हो रही हैं। यही वजह है कि एक समुदाय के पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है। उनके अख़बारों की प्रतियां जलाई जा रही हैं , तो उन पर जानलेवा हमले किये जा रहे हैं। बावजूद इसके मुस्लिम पक्ष लड़की को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिशों में जुटा हुआ है। पत्रकारों में इस घटना को लेकर नाराजगी है।
बाइट;- हरी सिंह एसएचओ फिरोजपुर झिरका
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- फिरोजपुर झिरका बाजार तीसरे दिन बंद , कवरेज करने गए पत्रकारों की पिटाई
दिनभर चला पंचायतों का दौर नहीं निकला कोई नतीजा

फिरोजपुर झिरका में प्रेम विवाह की खबरों तथा लड़की द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करने की घटना से नाराज फिरोजपुर झिरका शहर में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मीडिया कर्मियों को अपना निशाना बनाया। भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर के समय जानलेवा हमला किया। हमला उस समय किया गया , जब पत्रकार अपने साथी पत्रकार की दुकान में बैठे हुए थे। पत्रकार को दुकान के भीतर से जानवरों की तरह बाहर मारते - पीटते घसीट कर निकाला। बड़ी मुश्किल से पत्रकारों ने पीटते हुए पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया। जब तक एक पत्रकार को कमरे में बंद किया जाता तब तक भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी। इस झगड़े में दोनों पत्रकारों को हल्की चोटे आई हैं। इसके अलावा भीड़ उनके पेन डायरी इत्यादि सामान भी लूट कर ले गई । घटना की खबर लगते ही एसएचओ हरिसिंह तथा सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया। तब जाकर पत्रकार अपनी जान बचाकर वहां से निकल सके। घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है।
आपको बता दें कि एक समुदाय की लड़की को विशेष समुदाय का शादीशुदा युवक गत 14 अगस्त को लेकर फरार हुआ था। इस जोड़े ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में गत 17 अगस्त को शादी रचा ली थी। उसके बाद से ही शहर के लोगों ने ना केवल शहर को बंद कर दिया बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को भी सोमवार को पहले दिन करीब 11 घंटे जाम रखा। शाम होते-होते पुलिस में भीड़ में हल्की झड़प की नौबत तक भी आ गई। इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा। इसी की कवरेज करने गए पत्रकारों पर भीड़ ने भड़ास निकाली। पत्रकारों के कपडे तक फाड़ दिए गए। भीड़ लड़की को वापस लाने की मांग कर रही है। दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में मुस्लिम समाज की पंचायत हुई , लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई। उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मुस्लिम समाज के मौजिज लोगों की बात हुई। बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची। एसडीएम रीगन कुमार तथा डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना - प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे। घटना पर कोई अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं। एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज की हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है। जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। अब तो हालात यह हो चले कि डॉक्टरों की दुकानों पर इलाज नहीं हो रहा तो गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी। विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में नजर आ रहा है। पिछले तीन दिन से बाजार बंद होने तथा रोड जाम जैसे कदम उठाने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। अब देखना है कि पंचायत क्या फैसला लेती है और पुलिस प्रशासन का अगला कदम क्या होता है। पंचायतों के निर्णय से लेकर घटना पर कोई भी व्यक्ति मीडिया के सामने जबान खोलने को तैयार नहीं है।
आग भड़काने वालों की कमी नहीं ;- नूंह जिले में दशकों से जो भाईचारा कायम है। उसको नुकसान पहुंचाने की कोशिशें लाल कुआं चौक पर भाषणों से हो रही हैं। आग लगाने वाले भाषण ज़माने के सामने उजागर न हो , इसलिए मीडिया कर्मियों को भी धर्म - समुदाय में बांटने की नापाक कोशिश हो रही हैं। यही वजह है कि एक समुदाय के पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है। उनके अख़बारों की प्रतियां जलाई जा रही हैं , तो उन पर जानलेवा हमले किये जा रहे हैं। बावजूद इसके मुस्लिम पक्ष लड़की को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिशों में जुटा हुआ है। पत्रकारों में इस घटना को लेकर नाराजगी है।
बाइट;- हरी सिंह एसएचओ फिरोजपुर झिरका
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- फिरोजपुर झिरका बाजार तीसरे दिन बंद , कवरेज करने गए पत्रकारों की पिटाई
दिनभर चला पंचायतों का दौर नहीं निकला कोई नतीजा

फिरोजपुर झिरका में प्रेम विवाह की खबरों तथा लड़की द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करने की घटना से नाराज फिरोजपुर झिरका शहर में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मीडिया कर्मियों को अपना निशाना बनाया। भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर के समय जानलेवा हमला किया। हमला उस समय किया गया , जब पत्रकार अपने साथी पत्रकार की दुकान में बैठे हुए थे। पत्रकार को दुकान के भीतर से जानवरों की तरह बाहर मारते - पीटते घसीट कर निकाला। बड़ी मुश्किल से पत्रकारों ने पीटते हुए पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया। जब तक एक पत्रकार को कमरे में बंद किया जाता तब तक भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी। इस झगड़े में दोनों पत्रकारों को हल्की चोटे आई हैं। इसके अलावा भीड़ उनके पेन डायरी इत्यादि सामान भी लूट कर ले गई । घटना की खबर लगते ही एसएचओ हरिसिंह तथा सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया। तब जाकर पत्रकार अपनी जान बचाकर वहां से निकल सके। घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है।
आपको बता दें कि एक समुदाय की लड़की को विशेष समुदाय का शादीशुदा युवक गत 14 अगस्त को लेकर फरार हुआ था। इस जोड़े ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में गत 17 अगस्त को शादी रचा ली थी। उसके बाद से ही शहर के लोगों ने ना केवल शहर को बंद कर दिया बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को भी सोमवार को पहले दिन करीब 11 घंटे जाम रखा। शाम होते-होते पुलिस में भीड़ में हल्की झड़प की नौबत तक भी आ गई। इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा। इसी की कवरेज करने गए पत्रकारों पर भीड़ ने भड़ास निकाली। पत्रकारों के कपडे तक फाड़ दिए गए। भीड़ लड़की को वापस लाने की मांग कर रही है। दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में मुस्लिम समाज की पंचायत हुई , लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई। उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मुस्लिम समाज के मौजिज लोगों की बात हुई। बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची। एसडीएम रीगन कुमार तथा डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना - प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे। घटना पर कोई अधिकारी तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं। एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज की हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है। जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। अब तो हालात यह हो चले कि डॉक्टरों की दुकानों पर इलाज नहीं हो रहा तो गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी। विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में नजर आ रहा है। पिछले तीन दिन से बाजार बंद होने तथा रोड जाम जैसे कदम उठाने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। अब देखना है कि पंचायत क्या फैसला लेती है और पुलिस प्रशासन का अगला कदम क्या होता है। पंचायतों के निर्णय से लेकर घटना पर कोई भी व्यक्ति मीडिया के सामने जबान खोलने को तैयार नहीं है।
आग भड़काने वालों की कमी नहीं ;- नूंह जिले में दशकों से जो भाईचारा कायम है। उसको नुकसान पहुंचाने की कोशिशें लाल कुआं चौक पर भाषणों से हो रही हैं। आग लगाने वाले भाषण ज़माने के सामने उजागर न हो , इसलिए मीडिया कर्मियों को भी धर्म - समुदाय में बांटने की नापाक कोशिश हो रही हैं। यही वजह है कि एक समुदाय के पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है। उनके अख़बारों की प्रतियां जलाई जा रही हैं , तो उन पर जानलेवा हमले किये जा रहे हैं। बावजूद इसके मुस्लिम पक्ष लड़की को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिशों में जुटा हुआ है। पत्रकारों में इस घटना को लेकर नाराजगी है।
बाइट;- हरी सिंह एसएचओ फिरोजपुर झिरका
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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