नूंह: रविवार को हिंदू संगठनों ने नूंह हिंसा के विरोध में महापंचायत बुलाई है. नूंह में प्रशासन से परमीशन नहीं मिलने के चलते ये पंचायत पलवल के गांव पौंडरी में हो रही है. पहले नूंह जिले के किरा गांव की गौशाला में होनी थी लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. पौंडरी गांव नूंह-पलवल मार्ग पर स्थित है. हिंदू संगठनों द्वारा बुलाई गई इस महापंचायत में कई राज्यों से हजारों लोगों के शिरकत करने के दावे किए जा रहे हैं.
अरुण जेलदार सौंध की अध्यक्षता में यह महापंचायत बुलाई गई है. आयोजकों ने बातचीत के दौरान कहा कि जो लोग हिंसा मामले में नाजायज गिरफ्तार किए गए हैं, तोड़फोड़, आगजनी, मारपीट और चोरी इत्यादि की घटनाओं समेत सभी मुद्दों पर महापंचायत में विस्तारपूर्वक बात होगी. खास बात यह है कि बृज मंडल शोभा यात्रा दोबारा कब निकाली जाएगी, उसकी तिथि को लेकर भी फाइनल रणनीति महापंचायात में बनेगी.
रविवार को होने वाली इस महापंचायत पर शासन-प्रशासन ही नहीं बल्कि देशभर के लोगों की नजरें हैं. हेट स्पीच और किसी तरह के उपद्रव को लेकर प्रशासन भी अलर्ट है. महापंचायत के आयोजकों ने कहा कि इलाके में आपसी भाईचारा तेजी से बहाल हो, अमन व शांति बनी रहे, इस पर भी चर्चा की जायेगी. इस महापंचायत में कई हिंदू संगठन के लोगों के शामिल होने की चर्चा है. आयोजकों ने भीड़ को देखते हुए 3-4 एकड़ भूमि में टेंट लगवाया है.
नूंह के साथ ही पलवल जिला प्रशासन और खुफिया विभाग की भी इस पंचायत पर पूरी नजर है. सबसे खास बात है कि ब्रज मंडल यात्रा दोबारा निकालने को लेकर कुछ संगठन अड़े हुए हैं. नूंह हिंसा 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद के ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान ही हुई थी. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 2 पुलिस के होम गार्ड शामिल हैं. हिंसा के 13 दिन बाद यह महापंचायत बुलाई गई है.
ये भी पढ़ें- नूंह में हिंसा के 10 दिन बाद खुले स्कूल, 13 अगस्त तक बंद रहेंगी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं