नूंह: जिले के सबसे व्यस्त मार्ग गुरुग्राम-अलवर मार्ग पर वाहनों की रफ्तार में कमी आई है. कड़ाके की ठंड और दो दिन से पड़ रहे कोहरे की वजह से वाहन आपस में भीड़ जाते हैं. सड़क के बीचों-बीच कई बार रोड़ी-क्रेशर इत्यादि भरा होने और उसके सड़क पर बिखर जाने की वजह से वाहनों का पहिया थम जाता है. दोनों ओर से सड़क पर आने वाले वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण जाम जैसा नजारा देखने को अकसर मिल जाता है.
सड़क पर नहीं सचेतक चिन्ह
खास बात ये है कि गुरुग्राम-अलवर मार्ग जिले का मुख्य मार्ग है, लेकिन कहीं सफेद पट्टी मिट चुकी है. पुलिया, खंबे, मोड़ इत्यादि पर कोई सचेतक चिन्ह नहीं हैं. सड़क पर कहीं-कहीं तो रिफ्लेक्टर भी नहीं हैं. धुंध पिछले कई दिन से वाहन चालकों की परेशानी बढ़ा रही है. केएमपी पर सीजन की पहली धुंध से दूसरे हफ्ते में तीन लोगों की जान चली गई थी.
बच गई चालकों की जान
वहीं जिले की सीमा से सटे गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो ट्रक धुंध के कारण आपस में टकरा गए. गनीमत रही की धुंध की वजह से दोनों वाहनों की गति कम थी, जिस वजह से वाहनों में बैठे चालक-परिचालक की जान बच गई. इनको मामूली चोटें आईं.
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सड़क पर हादसे
जिले में नगीना-पुन्हाना मार्ग पर भी कई बार बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं. सड़कों पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है. लेकिन मार्गों का चौड़ीकरण-सरलीकरण उतनी तेजी से नहीं हो पा रहा है. जिस कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं.