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ठंड से रहें सावधान, ई-संजीवनी ओपीडी का ऑनलाइन उठाएं लाभ

नूंह में पड़ रही ठंड को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है. वहीं तबियत खराब होने पर ई-संजीवनी सेवा का लाभ उठाने की भी सलाह दी है.

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नूंह में पड़ रही ठंड को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ई संजीवनी सेवा के बारे में किया जागरूक
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Published : Jan 17, 2021, 5:07 PM IST

नूंह: उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड से लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ जहां ठंडी हवा लोगों पर सितम ढा रही है. वहीं धुंध के चलते लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है. नूंह जिले में भी ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. सुबह और शाम को आलम ये है कि बिना आग जलाए लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही. जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है.

नूंह के उप सिविल सर्जन डॉ. बसंत दुबे ने बताया कि जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड में लोगों की तबीयत नासाज हो सकती है. वहीं कोहरे की चादर दुर्घटना का शिकार बना सकती है. ठंड और कोहरे में घर से बाहर बहुत ही जरूरी काम होने पर ही निकले.

नूंह में पड़ रही ठंड को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ई संजीवनी सेवा के बारे में किया जागरूक

बुजुर्गों और बच्चों का रखा जाए ध्यान: उप सिविल सर्जन

अगर घर से बाहर निकलना पड़े, तो अधिक से अधिक गर्म कपड़े पहने और शरीर के किसी भी हिस्से को खुला न रखें. हाथों में दस्ताने, पैरों में जुर्राब के अलावा जर्सी, जैकेट व मफलर इत्यादि अवश्य डालें. वहीं बुजुर्गों और बच्चों को एक कपड़ा अधिक पहनाएं. ताकि कड़ाके की ठंड में सर्दी लगने से उन्हें बचाया जा सके. डॉक्टर के मुताबिक ठंड लगने से छींक आना, बुखार, जुखाम इत्यादि की परेशानी हो सकती है.

ई-संजीवनी ओपीडी सेवा का उठाएं लाभ

उप सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने कहा कि कड़ाके की ठंड व घने कोहरे में लोगों को दवाई लेने के लिए घरों से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ई-संजीवनी ओपीडी सरकार ने शुरू की हुई है. जिस पर डॉक्टर की टीम उपलब्ध रहती है. कोई भी व्यक्ति इस ई-संजीवनी से ऑनलाइन अपने स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टर से सलाह-मशवरा कर सकता है और दवाइयां लेकर अपने शरीर को स्वस्थ रखता है.

ई-संजीवनी सेवा से लोग मुफ्त में ले सकते हैं दवाइयां

उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी पर सिर्फ ऑनलाइन ऑपरेशन की सुविधा नहीं है. बाकी बीमारियों के लिए सलाह मशवरा से लेकर दवाई, गोली इत्यादि उपलब्ध है. ऐसे में नीम, हकीम से दवाई लेने के बजाय प्रशिक्षित डॉक्टर से ही दवाई लेनी चाहिए. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद मरीज को स्वयं जाने की जरूरत नहीं है. उसी रजिस्ट्रेशन के आधार पर परिवार का कोई भी व्यक्ति नजदीकी अस्पताल से जाकर मुफ्त दवाइयां भी स्वास्थ्य विभाग से ले सकता है.

ये भी पढ़ें: नूंह: लिंगानुपात में हो रहा सुधार, प्रदेश में दूसरे नंबर पर पहुंचा मेवात

ठंड के मौसम में अधिक से अधिक इस योजना का उठाएं लाभ: डॉ. बसंत दुबे

डॉक्टर ने कहा कि ई-संजीवनी ओपीडी का जितना लाभ जिले के लोगों को उठाना चाहिए, उतनी तेजी से लोग उठा नहीं रहे हैं. इसलिए लोग जागरूक बनें और ई-संजीवनी ओपीडी का खासकर ऐसे मौसम में अधिक से अधिक लाभ उठाएं. बसंद दुबे ने कहा कि जिले में अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दिन में बना हुआ है. रात्रि में पारा काफी गिर रहा है. कुल मिलाकर इलाके में शीत लहर जारी है, इससे अगर अपने आप को स्वस्थ रखना है ,तो सावधान रहने के साथ-साथ जागरूक रहना भी उतना ही जरूरी है.

नूंह: उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड से लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ जहां ठंडी हवा लोगों पर सितम ढा रही है. वहीं धुंध के चलते लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है. नूंह जिले में भी ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. सुबह और शाम को आलम ये है कि बिना आग जलाए लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही. जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है.

नूंह के उप सिविल सर्जन डॉ. बसंत दुबे ने बताया कि जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड में लोगों की तबीयत नासाज हो सकती है. वहीं कोहरे की चादर दुर्घटना का शिकार बना सकती है. ठंड और कोहरे में घर से बाहर बहुत ही जरूरी काम होने पर ही निकले.

नूंह में पड़ रही ठंड को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ई संजीवनी सेवा के बारे में किया जागरूक

बुजुर्गों और बच्चों का रखा जाए ध्यान: उप सिविल सर्जन

अगर घर से बाहर निकलना पड़े, तो अधिक से अधिक गर्म कपड़े पहने और शरीर के किसी भी हिस्से को खुला न रखें. हाथों में दस्ताने, पैरों में जुर्राब के अलावा जर्सी, जैकेट व मफलर इत्यादि अवश्य डालें. वहीं बुजुर्गों और बच्चों को एक कपड़ा अधिक पहनाएं. ताकि कड़ाके की ठंड में सर्दी लगने से उन्हें बचाया जा सके. डॉक्टर के मुताबिक ठंड लगने से छींक आना, बुखार, जुखाम इत्यादि की परेशानी हो सकती है.

ई-संजीवनी ओपीडी सेवा का उठाएं लाभ

उप सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने कहा कि कड़ाके की ठंड व घने कोहरे में लोगों को दवाई लेने के लिए घरों से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ई-संजीवनी ओपीडी सरकार ने शुरू की हुई है. जिस पर डॉक्टर की टीम उपलब्ध रहती है. कोई भी व्यक्ति इस ई-संजीवनी से ऑनलाइन अपने स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टर से सलाह-मशवरा कर सकता है और दवाइयां लेकर अपने शरीर को स्वस्थ रखता है.

ई-संजीवनी सेवा से लोग मुफ्त में ले सकते हैं दवाइयां

उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी पर सिर्फ ऑनलाइन ऑपरेशन की सुविधा नहीं है. बाकी बीमारियों के लिए सलाह मशवरा से लेकर दवाई, गोली इत्यादि उपलब्ध है. ऐसे में नीम, हकीम से दवाई लेने के बजाय प्रशिक्षित डॉक्टर से ही दवाई लेनी चाहिए. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद मरीज को स्वयं जाने की जरूरत नहीं है. उसी रजिस्ट्रेशन के आधार पर परिवार का कोई भी व्यक्ति नजदीकी अस्पताल से जाकर मुफ्त दवाइयां भी स्वास्थ्य विभाग से ले सकता है.

ये भी पढ़ें: नूंह: लिंगानुपात में हो रहा सुधार, प्रदेश में दूसरे नंबर पर पहुंचा मेवात

ठंड के मौसम में अधिक से अधिक इस योजना का उठाएं लाभ: डॉ. बसंत दुबे

डॉक्टर ने कहा कि ई-संजीवनी ओपीडी का जितना लाभ जिले के लोगों को उठाना चाहिए, उतनी तेजी से लोग उठा नहीं रहे हैं. इसलिए लोग जागरूक बनें और ई-संजीवनी ओपीडी का खासकर ऐसे मौसम में अधिक से अधिक लाभ उठाएं. बसंद दुबे ने कहा कि जिले में अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दिन में बना हुआ है. रात्रि में पारा काफी गिर रहा है. कुल मिलाकर इलाके में शीत लहर जारी है, इससे अगर अपने आप को स्वस्थ रखना है ,तो सावधान रहने के साथ-साथ जागरूक रहना भी उतना ही जरूरी है.

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