नूंह: जिले के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र में एक गैंगरेप पीड़िता नाबालिग लड़की ने बच्चे को जन्म दिया है. बताया जा रहा है कि इसी साल फरवरी में दो लोगों द्वारा पीड़िताके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था. पीड़िता आफिया सामान्य अस्पताल में भर्ती है जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया है.
पीड़िता के साथ कई बार किया गया गैंगरेप
ताज्जुब इस बात का है की पीड़िता को एक बार नहीं बल्कि कई बार गैंगरेप का शिकार बनाया गया. समाज में बदनामी के डर से नाबालिग और उसके परिजनों ने गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज नहीं करवाया और अभी तक दोनों आरोपी आजाद गुम रहे है. वहीं पीड़िता के परिजनों ने भी बच्चे को अपनाने से मना कर दिया है.
आरोपियों ने पीड़िता का बनाया अश्लील वीडियो
मिली जानकारी के अनुसार फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में पीड़िता के साथ पड़ोस की ही एक महिला की मदद से गांव के ही 2 लोगों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. बताया जा रहा है कि पीड़ित लड़की का पिता वारदात के वक्त घर पर नहीं था. आरोप है कि पीड़िता के साथ वारदात के समय उसके फोटो लिए गए और वीडियो भी बनाए गए थे. जिसके दम पर बार-बार उसके साथ बालात्कार किया जा रहा था.
बदनामी के डर से परिजनों ने नहीं कराया था मामला दर्ज
पीड़िता की जब 29 मई को तबियत खराब हुई तो लड़की के परिजन उसे इलाज के लिए डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे तो पता चला कि लड़की तीन या चार महीने की गर्भवती है. पीड़िता के परिजनों ने ये बात सुनकर बदनामी की वजह से इस मामले को दबाने की कोशिश की लेकिन पीड़िता ने ये बात आरोपियों को फोन कर बता दी. पीड़िता का कहना है कि आरोपियों ने उसे गर्भ गिराने की गोलियां खिलाने की बात भी कही और साथ ही किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी.
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वहीं पीड़िता के परिजन बदनामी के डर से मामले को दबाते रहे और खुद ही आपसी समझौता कर इसे सुलझाने की कोशिश की. लेकिन फिर भी बात नहीं बनी तो 1 जून को विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया गया. हालांकि अभी तक पुलिस ने भी इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए है और आरोपी अभी तक आजाद घूम रहे है. बता दें कि गैंगरेप पीड़िता ने 5 नवंबर को नागरिक अस्पताल में बच्चो को जन्म दिया है.