नूंह: प्रदेश के नूंह जिले में पिछले साल की तुलना में इस साल कपास की फसल ज्यादा उगाई गई है. साथ ही कपास की फसल में कीड़े लगने भी शुरु हो चुके हैं. जिससे किसान बेहद परेशान हैं. ऐसे में किसानों को चिंता सताने लगी है कि कहीं कीड़ों से उनकी फसलें नष्ट ना हो जाएं.
किसानों का कहना है कि करीब तीन चार साल पहले नूंह जिले के किसान कपास की फसल बोने से कतराते थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि कपास की फसल में ज्यादा मुनाफा होता है, तो किसानों में कपास की फसल बोने की होड़ सी लग गई. देखा जाए तो इस बार नूंह जिले में 60 प्रतिशत जमीन पर कपास की फसल उगाई गई है.
हालांकि जिले में इस बार बरसात कम हुई, लेकिन फिर भी कपास की फसल पूरे जिले में लहलहाती नजर आ रही है. उन्होंने बताया कि कपास की फसल को मेवात के लोग अच्छी तरह से उगाना तक नहीं जानते थे. लेकिन धीरे-धीरे ऐसा शौक चढ़ा कि अब हर व्यक्ति कपास उगाने के बारे में अच्छी तरह से जानने लग गया है.
किसानों ने बताया कि अभी तक संबंधित विभाग की तरफ से कीड़े के इलाज के लिए कोई उपाय नहीं बताए गए हैं. जिसके कारण कपास बोने वाला हर किसान चिंता में है. मजबूरी में किसान बाजारों से महंगी दवाईयां खरीद कर अपनी फसलों में स्प्रे कर रहे हैं. मगर अधिकारियों की तरफ से कीड़ों से छुटकारा दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.