नूंह: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर काम रुकवाने वाले खेड़ा खलीलपुर गांव (Kheda Khalilpur Village Nuh) के किसान सोमवार को उपायुक्त अजय कुमार और एसपी नूंह वरुण सिंगला से मुलाकात करने के लिए पहुंचे. किसानों की एसपी नूंह वरुण सिंगला से तो मुलाकात हुई, लेकिन उपायुक्त अजय कुमार के छुट्टी पर होने की वजह से उनसे मुलाकात नहीं हो पाई.
पुलिस कप्तान वरुण सिंगला से बातचीत के बाद किसानों को उम्मीद है कि उनकी खेड़ा खलीलपुर-मंडकोला लिंक रोड में अंडर पास बनाने की मांग पूरी हो सकती है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान किसानों ने दो टूक कहा कि जब तक उनकी यह मांग पूरी नहीं होती तब तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे (Delhi Mumbai Expressway) पर किसानों का धरना जारी रहेगा. अगर जरूरत पड़ी तो आसपास के गांवों के किसान भी उनके इस धरने को समर्थन देने के लिए एकजुट हो सकते हैं.
ग्रामीण किसानों ने कहा कि मंगलवार को अंडर पास बनाए जाने को लेकर किसान उपायुक्त अजय कुमार से मुलाकात कर सकते हैं. खेड़ा खलीलपुर गांव के किसानों का कहना है कि खेड़ा खलीलपुर-मंडकोला लिंक रोड पांच कर्म पक्का बना हुआ था. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के अधिग्रहण होने के चलते यह रास्ता बंद हो गया. एनएचएआई के अधिकारियों ने रोड को डाइवर्ट करके दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के साथ-साथ केएमपी से जोड़ने का भरोसा ग्रामीणों को दिलाया था.
लेकिन अभी तक इस लिंक मार्ग को आपस में जोड़ा नहीं गया है, जबकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर तेजी से काम हो रहा है. लगभग 70 फीसदी से अधिक काम हो चुका है. किसानों को चिंता सताने लगी है. किसानों का कहना है कि अगर लिंक मार्ग को आपस में नहीं जोड़ा गया तो उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
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बता दें किसानों की खेती लिंक रोड से जुड़े मार्गों (Delhi-Mumbai Expressway in Kheda Khalilpur village) के दोनों तरफ है. अगर लिंक रोड नहीं बनाया गया तो उन्हें खेती करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए किसानों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन करना शुरु कर दिया है. सोमवार को दूसरे दिन भी सड़क निर्माण कार्य बाधित रहा (Farmers protest in Nuh Delhi Mumbai Expressway) है. वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी मामले का कब संज्ञान लेते हैं इस सभी की नजर बनी हुई है.