ETV Bharat / state

नूंह में हुई बारिश से खिले किसानों के चेहरे, अनाज उत्पादन बढ़ने की उम्मीद

रविवार को नूंह में हुई बारिश जिले के किसानों के लिए वरदान है. इससे ना सिर्फ गेहूं की फसल बल्कि दलहन के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.

farmers happy due to rain in nuh
नूंह में हुई बारिश से खिले किसानों के चेहरे
author img

By

Published : Jan 4, 2021, 3:36 PM IST

नूंह: रविवार को नूंह में हुई बरसात किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. बरसात के इंतजार में बैठे किसानों की बांछे खिल गई हैं. नूंह जिले के नूंह खंड में सबसे अधिक 30 एमएम बरसात हुई, तो वहीं फिरोजपुर झिरका में सबसे कम लगभग 1 एमएम बरसात रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा तावडू खंड में 15 एमएम,नगीना खंड में 12 एमएम और पुन्हाना खंड में 3 एमएम बरसात दर्ज की गई है.

कृषि विभाग के अनुसार रविवार को हुई बरसात गेहूं और सरसों की फसल के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. वहीं इस बरसात से दलहन की फसलों के उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

नूंह में हुई बारिश से खिले किसानों के चेहरे

उप निदेशक कृषि विभाग डॉ महाबीर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि वैसे तो बरसात राज्य के सभी किसानों के लिए बेहद लाभकारी है, लेकिन सबसे ज्यादा लाभकारी नूंह जिले के किसानों के लिए है. क्योंकि यहां के हजारों किसान ऐसे हैं जिनकी फसलों की सिंचाई के लिए कोई साधन नहीं है. खेती बरसात पर आधारित है और इस बरसात को बेमौसम बरसात नहीं कहा जा सकता. भले ही इससे ठंड बढ़ेगी, लेकिन जितनी ठंड बढ़ेगी. उतना ही गेहूं की फसल को लाभ होगा.

ये भी पढ़ें: सब्जी के दामों में आई भारी गिरावट से किसान परेशान, लोगों को मिली राहत

उप निदेशक कृषि विभाग ने कहा कि नगीना खंड के 50 गांवों में सिंचाई के लिए पानी की एक बूंद नहीं है. इस बरसात से ऐसे इलाकों में भी फसलों के उत्पादन की आस जग गई है. अभी भी आसमान में बादल छाए हुए हैं और हल्की-हल्की बूंदाबांदी हो रही है. पिछले करीब 48 घंटों में सूरज दिखाई तो दिया है, लेकिन बादलों की लुकाछिपी का दौर जारी है.

नूंह: रविवार को नूंह में हुई बरसात किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. बरसात के इंतजार में बैठे किसानों की बांछे खिल गई हैं. नूंह जिले के नूंह खंड में सबसे अधिक 30 एमएम बरसात हुई, तो वहीं फिरोजपुर झिरका में सबसे कम लगभग 1 एमएम बरसात रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा तावडू खंड में 15 एमएम,नगीना खंड में 12 एमएम और पुन्हाना खंड में 3 एमएम बरसात दर्ज की गई है.

कृषि विभाग के अनुसार रविवार को हुई बरसात गेहूं और सरसों की फसल के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. वहीं इस बरसात से दलहन की फसलों के उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

नूंह में हुई बारिश से खिले किसानों के चेहरे

उप निदेशक कृषि विभाग डॉ महाबीर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि वैसे तो बरसात राज्य के सभी किसानों के लिए बेहद लाभकारी है, लेकिन सबसे ज्यादा लाभकारी नूंह जिले के किसानों के लिए है. क्योंकि यहां के हजारों किसान ऐसे हैं जिनकी फसलों की सिंचाई के लिए कोई साधन नहीं है. खेती बरसात पर आधारित है और इस बरसात को बेमौसम बरसात नहीं कहा जा सकता. भले ही इससे ठंड बढ़ेगी, लेकिन जितनी ठंड बढ़ेगी. उतना ही गेहूं की फसल को लाभ होगा.

ये भी पढ़ें: सब्जी के दामों में आई भारी गिरावट से किसान परेशान, लोगों को मिली राहत

उप निदेशक कृषि विभाग ने कहा कि नगीना खंड के 50 गांवों में सिंचाई के लिए पानी की एक बूंद नहीं है. इस बरसात से ऐसे इलाकों में भी फसलों के उत्पादन की आस जग गई है. अभी भी आसमान में बादल छाए हुए हैं और हल्की-हल्की बूंदाबांदी हो रही है. पिछले करीब 48 घंटों में सूरज दिखाई तो दिया है, लेकिन बादलों की लुकाछिपी का दौर जारी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.