नूंह: हरियाणा के नूंह में हुए डीएसपी हत्याकांड मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. पुलिस की और से पकड़ा गया आरोपी इकराम उर्फ इक्कर मंदबुद्धि बताया गया (DUMPER CLEANER IS MENTALLY RETARDED) है. आरोपी खलासी का बड़ा भाई व मां भी मंदबुद्धि बताएं गए है. मां को यही पता नहीं की उसका बेटा हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुआ है. आरोपी के परिवारवालों के पास इकराम का स्वास्थ्य विभाग नूंह द्वारा जारी किया गया मंदबुद्धि का सार्टिफिकिट मौजूद है जिसमें आरोपी इकराम को 60 प्रतिशत मंदबुद्धि दिखाया गया है.
मामले का खुलासा तब हुआ जब शनिवार को मीडियाकर्मी आरोपी के घर पहुंचे. जब आरोपी की मां और बड़े भाई से बेटे इकराम की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा गया तो वह चुप रहती है और किसी तरह का जवाब नहीं दे पाती है. बार-बार सवाल किया गया तो वह बस इतना कह पाई की खाना रखा हुआ है, भूखा गया था आने वाला होगा.
गांव पचगांवा के ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर पत्रकारों को बताया कि डीएसपी हत्या मामले में पकड़ा गया आरोपी खलासी अधिकांश समय अरावली क्षेत्र में ही धूमता रहता था. मंदबुद्धि होनें के कारण चंद पैसों के लिए वह किसी भी ग्रामीण के साथ चला जाता था. पुलिस ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए उसके पैर में गोली मारकर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी दिखाते हुए वाह वाही लूटने का काम किया है.
ग्रामीणों के मुताबिक आरोपी बनाए गए खलासी का बड़ा भाई मुस्तकीम व उसकी मां नूरनिशा भी मंदबुद्धि है. घटना के बाद से ही पुलिस की ओर से पकड़े गए मंदबुद्धि खलासी को लेकर गांव ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों व क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना है. वहीं खलासी के मंदबुद्धि की खबर के बाद से ही पुलिस की सांसे फूली हुई है. अब वह इस मामले पर किस प्रकार पर्दा डालेगी यह तो आने वाला वक्त ही बता पायेगा. इस खुलासे के बाद पुलिस महकमें पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.
क्या है पूरा मामला? हरियाणा के डीजीपी के मुताबिक डीएसपी सुरेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि कुछ लोग तावडू के पचगांव में अवैध खनन कर रहे (illegal mining in Tauru) हैं. सूचना मिलते ही डीएसपी अवैध खनन को रुकवाने के लिए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. डीएसपी अपनी टीम के एक ड्राइवर, दो सुरक्षाकर्मी के साथ मौजूद थे. मौके पर पहुंचने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने खनन माफियाओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की. इस दौरान खनन माफियाओं ने पत्थर से भरा डंपर डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर चढ़ा दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
डीएसपी की मौत के बाद उनके साथ आए सुरक्षाकर्मियों की खनन माफियाओं के साथ मुठभेड़ हुई. जिसमें एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल रही. इस आरोपी का नाम इक्कर है. जिसे कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया (police remand for dsp murder accused) है. वहीं मामले में दूसरा आरोपी डंपर चालक भी राजस्थान से गिरफ्तार हो चुका है. जिसका नाम शब्बीर उर्फ मित्तर है. मित्तर को भी कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. जबकि मामले में तीसरे सह-आरोपी जाबिद उर्फ बिल्ला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी जाबिद पुत्र मगरू राजस्थान में अलवर जिले के गंडवा का रहने वाला है. उसे गांव बीबीपुर थाना सदर नूंह से गिरफ्तार किया गया. अदालत में पेश करके 2 दिन की पुलिस रिमांड पर उसे लिया गया है.
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