नूंह: पिनगवां थाना इलाके का औथा गांव में दो साल के मासूम बच्चे को नशीली दवा पिलाने का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि जिन लोगों ने मासूम को नशीली दवा पिलाई है, वे गांव में बेखौफ नशीले पदार्थ बेचते हैं. नशीली दवा पीने के बाद जब मासूम बच्चे की हालत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे पुन्हाना में प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी बेहोशी की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे नलहड़ के लिए रेफर कर दिया.
जानकारी के अनुसार जहां पर कई दिन भर्ती रहकर डॉक्टरों द्वारा इलाज करने पर मासूम की हालत में सुधार आया. मासूम के पिता ने नशा बेचने वाले लोगों के खिलाफ सीएम विंडो, आईजी रेवाड़ी, डीजीपी और गृह मंत्री अनिल विज सहित कई जगह लिखित शिकायत की है. औथा निवासी इब्राहीम पुत्र ईसुफ ने शिकायत में बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाला एक परिवार नशे का कारोबार करता है. इस कारोबार में पिता -पुत्र दोनों बेखौफ होकर नशे की खेप की सप्लाई करते हैं.
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इन्हें पुलिस और कानून का कोई डर नहीं है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि उक्त आरोपियों ने उसके दो साल के बेटे असद को रंजिश के चलते नशीला पदार्थ पिला दिया. आरोप है कि जब आरोपियों से इस बात को लेकर कहासुनी हुई तो उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. इब्राहीम ने बताया कि शिकायत करने की भनक लगने पर आरोपियों ने अपने घर के आस-पास पड़ी नशे की दवाइयों की खाली शीशी को इकट्ठा कराकर आग लगाने की कोशिश की है ताकि मौके पर कोई निशान न मिल सके.
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पीड़ित ने पुलिस प्रशासन सहित हरियाणा सरकार से नशा तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. वहीं उन्होंने ये भी कहा है कि यदि उनके गांव में पुलिस नाका लगा दे, तो वे अपनी सड़क के साथ लगती जमीन को बिना किसी किराये के पुलिस को दस साल तक देने को भी तैयार हैं, बस गांव से नशा रुकना चाहिए.
नूंह में नशीली दवा पिलाने के मामले में जब पिनगवां पुलिस थाना नूंह के प्रभारी राजबीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि औथा गांव में छोटे बच्चे को नशीली दवाई पिलाने की शिकायत मिली है. पुलिस इस मामले की जांच करेगी और अगर शिकायत सच पाई गई तो आरोपियों के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई की जाएगी.