नूंह: शुक्रवार को कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव नूंह दौरे पर रहे. यहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कई अहम मुद्दों पर निशाना साधा. नासीर जुनैद हत्याकांड में न्यूज चैनल ने पुलिस अधिकारियों और गौ रक्षकों का स्टिंग ऑपरेशन किया था. जिसमें वो सभी मिलीभगत की बात को स्वीकारते नजर आ रहे थे. इसपर अजय यादव ने कहा कि गौरक्षक का काम गोली चलाना नहीं है, उसका काम गाय पालना है. पूर्व मंत्री ने कहा कि मैंने 20 गाय पाली हुई हैं, इसे गोपालक कहते हैं.
उन्होंने कहा कि गौ तस्करों को पकड़ने का काम पुलिस का है. जो स्टिंग ऑपरेशन किया है, उसके आधार पर जांच होनी चाहिए. अगर इस तरह का गलत काम हो रहा है, तो लोकतंत्र के लिए खतरा है. बजरंग दल के लोग अपने हाथ में कानून लेना चाहते हैं. किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है. इस मामले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करानी चाहिए. दोषी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. कैप्टन ने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम को पूरी सफलता मिल रही है. लोग बात को सुन रहे हैं और मान भी रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मेवात की आवाम ने मुझे पिछले लोकसभा चुनाव में भी भारी वोटों से जीताकर भेजा था, सोहना विधानसभा में भी अच्छी बढ़त मिली थी. इसलिए मेरा फर्ज बनता है कि जब समय आए तो यहां के लोगों से भी मिलना जुलना बदस्तूर रहना चाहिए. सांसद राव इंद्रजीत पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने ना शिक्षा, चिकित्सा के लिए काम किया. यूनिवर्सिटी नहीं बनवाई, रेल की सीटी नहीं बजाई. उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश, कर्नाटक में सरकार बनेगी. छत्तीसगढ़ में सरकार रिपीट होगी.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में मुकाबला है, लेकिन पलड़ा कांग्रेस का ही भारी है, वहां भी कांग्रेस की सरकार रिपीट करेगी. लोग महंगाई से तंग हैं, बेरोजगारी से तंग हैं. लोगों के अंदर आक्रोश है, किसान को उसकी फसलों का मूल्य नहीं मिल रहा. इन सब बातों को लेकर हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि इस बार सरकार कांग्रेस की बनेगी. उन्होंने कहा कि संगठन में जल्दी ही बड़ा बदलाव होगा. रायपुर में जो अधिवेशन हुआ था, उसमें 50 फीसदी युवाओं को संगठन में पद देने की बात हुई थी. ओबीसी तथा एससी एसटी इत्यादि वर्ग के लोगों को भी प्राथमिकता दी जाएगी. कांग्रेस की सरकार आने पर अग्निपथ योजना को खत्म किया जाएगा. जातिगत जनगणना कराई जाएगी, इसके अलावा भी समाज के हित में बड़े फैसले लिए जाएंगे.