नूंह: राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के जुनैद और नासिर को इंसाफ दिलाने के लिए अब लोग खुलकर सड़क पर आने लगे हैं. पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद की अगुवाई में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अंबेडकर चौक फिरोजपुर झिरका से एसडीएम कार्यालय फिरोजपुर झिरका तक धरना प्रदर्शन किया गया. नायब तहसीलदार फिरोजपुर झिरका के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रपति के नाम सौंपे ज्ञापन में इलाके के लोगों ने मांग की है कि दोनों मृतक के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए.
उन्होंने मांग की है कि एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए, दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना सामने देखने को ना मिले. खास बात यह रही कि एक मामूली सी कॉल पर हजारों की संख्या में लोग जुट गए. जुनैद और नासिर को इंसाफ दिलाने के लिए फिरोजपुर झिरका शहर में जो भीड़ जुटी उसी दौरान कुछ देर के लिए सभी रास्तों पर जाम जैसा नजारा देखने को मिला. धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों में इस जघन्य हत्याकांड के खिलाफ भारी नाराजगी देखने को मिला.
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आपको बता दें कि बजरंग दल से जुड़े लोगों पर आरोप है कि उन्होंने जुनैद और नासिर का अपहरण किया. उनके साथ मारपीट की और उसके बाद भिवानी लोहारू के इलाके में बोलेरो में आग लगा दी. जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई. इस मामले में लगातार राजस्थान की पुलिस खुलासे कर रही है. एक आरोपी गिरफ्तार हो चुका है और 8 आरोपियों के फोटो चस्पा कर दी गई हैं. अभी भी राजस्थान पुलिस की गहनता से जांच चल रही है. सबसे खास बात यह है कि कुछ हिंदू संगठन आरोपियों को बचाने के लिए न केवल खुली धमकी दे रहे हैं बल्कि अभी भी एक विशेष समुदाय के लोगों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं.
इस घटना के बाद भी हथीन क्षेत्र में तीन युवकों को बुरी तरह से मारा पीटा गया है, जिससे कि वह घायल हो गए. उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. दूसरी तरफ जुनैद और नासिर को इंसाफ दिलाने के लिए लोग गांधीवादी तरीके से धरना प्रदर्शन और कैंडल मार्च इत्यादि कर रहे हैं. कुल मिलाकर अब नासिर व जुनैद को इंसाफ दिलाने की मांग तेजी से उठने लगी है. विधानसभा से लेकर सड़कों तक पर हंगामा देखने को मिल रहा है. आने वाले समय में अगर जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई और पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं मिला तो यह लड़ाई और भी तेज हो सकती है. फिरोजपुर झिरका में उमड़े हुजूम ने साफ कर दिया कि लोगों में घटना को लेकर कितनी नाराजगी है.