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नूंह: तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से परेशान आशा वर्करों ने धरने की चेतावनी दी

मेवात में आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर आज एक बैठक की. वेतन न मिलने से नाराज महिलाओं ने अब धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

परेशान आशा वर्करों ने धरने की चेतावनी दी
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Published : Jul 7, 2019, 10:09 PM IST

Updated : Jul 8, 2019, 9:41 AM IST

नूंह: पुन्हाना खंड में आशा वर्कर्स ने अपनी मांगो को लेकर पिनगवां की धर्मशाला में एक बैठक की.

मेवात जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर तक पहुंचाने का काम करने वाली आशा वर्कर्स इन दिनों सरकार से नाराज़ हैं. नाराज होने की वजह इन वर्कर्स को पिछले तीन महीने की आमदनी का नहीं मिलना है. इस बैठक में यह फैसला लिया गया की यदि सरकार ने रुके हुए वेतन को नहीं दिया तो वे धरना देंगे.

आशा वर्कर्स की बैठक

उनकी यह भी मांग थी कि साथ ही मानदेय भी बढ़ाया जाए. आशा वर्कर्स का कहना था कि महिलाओं को डिलीवरी के दौरान रात के समय स्वास्थ्य विभाग के लोग परेशान करते हैं. उन्होंने कहा कि काम का समय रात को नहीं होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स को मानदेय कम मिलता है उसके बावजूद काम ज्यादा करना पड़ता है. सरकार से यह भी मांग की कि मानदेय 18 हजार रुपये होना चाहिए. आशा वर्करों ने सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

नूंह: पुन्हाना खंड में आशा वर्कर्स ने अपनी मांगो को लेकर पिनगवां की धर्मशाला में एक बैठक की.

मेवात जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर तक पहुंचाने का काम करने वाली आशा वर्कर्स इन दिनों सरकार से नाराज़ हैं. नाराज होने की वजह इन वर्कर्स को पिछले तीन महीने की आमदनी का नहीं मिलना है. इस बैठक में यह फैसला लिया गया की यदि सरकार ने रुके हुए वेतन को नहीं दिया तो वे धरना देंगे.

आशा वर्कर्स की बैठक

उनकी यह भी मांग थी कि साथ ही मानदेय भी बढ़ाया जाए. आशा वर्कर्स का कहना था कि महिलाओं को डिलीवरी के दौरान रात के समय स्वास्थ्य विभाग के लोग परेशान करते हैं. उन्होंने कहा कि काम का समय रात को नहीं होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स को मानदेय कम मिलता है उसके बावजूद काम ज्यादा करना पड़ता है. सरकार से यह भी मांग की कि मानदेय 18 हजार रुपये होना चाहिए. आशा वर्करों ने सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- मानदेय नहीं मिलने से परेशान आशावर्कर की बैठक।

मेवात जिले के पुन्हाना खंड की सैंकड़ों आशा वर्कर महिलाओं ने पिनगवां की धर्मशाला में एक बैठक की। बैठक में फैसला लिया गया की अगर सरकार ने चार महीने की रुकी तनखाह नहीं दी गई साथ ही मानदेय नहीं बढ़ाया तो आगामी 17 जुलाई को नूंह मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा।
मेवात जिले की स्वास्थय सेवाओं को जन जन पहुंचाने का काम करने वाली आशा वर्कर इन दिनों सरकार से नाराज चल रही है। नाराज होने की वजह करीब चार महीने की तनखाह नहीं मिलना। आशा वर्करों ने कहा की महिला डिलेवरी के दौरान रात्री के दौरान स्वास्थय विभाग परेशान करते है उन्होंने कहा रात्री की डियूटी खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर को मानदेय कम मिलता है उसके बाबजूद भी आशावर्कर को काम ज्यादा करना पड़ रहा है। जिसको देखते हुए सरकार को 18 हजार रु मानदेय होना चाहिए। आशा वर्करों ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
बाइट ;- भूरी आशा वर्कर।
बाइट ;- रेखा आशा वर्कर।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात। Body:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- मानदेय नहीं मिलने से परेशान आशावर्कर की बैठक।

मेवात जिले के पुन्हाना खंड की सैंकड़ों आशा वर्कर महिलाओं ने पिनगवां की धर्मशाला में एक बैठक की। बैठक में फैसला लिया गया की अगर सरकार ने चार महीने की रुकी तनखाह नहीं दी गई साथ ही मानदेय नहीं बढ़ाया तो आगामी 17 जुलाई को नूंह मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा।
मेवात जिले की स्वास्थय सेवाओं को जन जन पहुंचाने का काम करने वाली आशा वर्कर इन दिनों सरकार से नाराज चल रही है। नाराज होने की वजह करीब चार महीने की तनखाह नहीं मिलना। आशा वर्करों ने कहा की महिला डिलेवरी के दौरान रात्री के दौरान स्वास्थय विभाग परेशान करते है उन्होंने कहा रात्री की डियूटी खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर को मानदेय कम मिलता है उसके बाबजूद भी आशावर्कर को काम ज्यादा करना पड़ रहा है। जिसको देखते हुए सरकार को 18 हजार रु मानदेय होना चाहिए। आशा वर्करों ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
बाइट ;- भूरी आशा वर्कर।
बाइट ;- रेखा आशा वर्कर।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात। Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- मानदेय नहीं मिलने से परेशान आशावर्कर की बैठक।

मेवात जिले के पुन्हाना खंड की सैंकड़ों आशा वर्कर महिलाओं ने पिनगवां की धर्मशाला में एक बैठक की। बैठक में फैसला लिया गया की अगर सरकार ने चार महीने की रुकी तनखाह नहीं दी गई साथ ही मानदेय नहीं बढ़ाया तो आगामी 17 जुलाई को नूंह मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा।
मेवात जिले की स्वास्थय सेवाओं को जन जन पहुंचाने का काम करने वाली आशा वर्कर इन दिनों सरकार से नाराज चल रही है। नाराज होने की वजह करीब चार महीने की तनखाह नहीं मिलना। आशा वर्करों ने कहा की महिला डिलेवरी के दौरान रात्री के दौरान स्वास्थय विभाग परेशान करते है उन्होंने कहा रात्री की डियूटी खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर को मानदेय कम मिलता है उसके बाबजूद भी आशावर्कर को काम ज्यादा करना पड़ रहा है। जिसको देखते हुए सरकार को 18 हजार रु मानदेय होना चाहिए। आशा वर्करों ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
बाइट ;- भूरी आशा वर्कर।
बाइट ;- रेखा आशा वर्कर।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Last Updated : Jul 8, 2019, 9:41 AM IST
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