नूंह: नूंह हिंसा में आरोपों का सामना कर रहे फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान का पार्टी ने एक बार फिर समर्थन किया है. सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता आफताब अहमद ने कहा कि नूंह हिंसा में हमारे साथी मामन खान किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं हैं. किसी भी कांग्रेस विधायक या कार्यकर्ता की हिंसा में कोई भूमिका नहीं है. सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही है. आफताब अहमद ने इस मामले में हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग की.
हाईकोर्ट के सिटिंग जज से हो मामले की जांच- कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के उपनेता आफताब अहमद ने कहा कि नूंह हिंसा के लिए सरकार पूरी तरह से कसूरवार है. सरकार हिंसा को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है, इसलिए यह ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ रही है. आफताब अहमद ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जानी चाहिए. इसके अलावा जितनी भी एफआईआर नूंह हिंसा मामले में हुई है, उन सभी की आईजी स्तर के अधिकारी की निगरानी में एसआईटी गठित करके की जाए.
पुलिस पैसा लेकर छोड़ रही- सीएलपी उपनेता आफताब अहमद ने कहा कि हिंसा के दौरान आगजनी, तोड़फोड़, बुलडोजर कार्रवाई के दौरान जितना भी नुकसान हुआ है, पीड़ित परिवारों को सरकार के द्वारा जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाना चाहिए. पुलिस की गलत कार्रवाई से आज भी लोग इलाके में डरे हुए हैं. आफताब अहमद ने पुलिस कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि निर्दोष लोगों को नाजायज तरीके से पकड़ा जा रहा है और पैसे लेकर छोड़ा जा रहा है. सीएलपी नेता ने कहा कि मेवली, मुरादाबाद, नूंह कई बेगुनाह लोगों को पकड़ा गया है, जिनका इस हिंसा से लेना-देना नहीं था.
बेकसूरों को परेशान ना किया जाए- सीएलपी उपनेता आफताब अहमद ने साफ तौर पर कहा कि किसी के साथ भी नाजायज नहीं होने देंगे, जो दोषी हैं उन्हें पकड़ा जाए, निर्दोषों को छेड़ा नहीं जाना चाहिए. आफताब अहमद ने कहा कि इस पूरे मामले की पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से अगर जांच कराई जाती है तो इलाके के लोगों को न्याय मिलने की पूरी की उम्मीद है. अभी तक नूंह हिंसा मामले में पूरी तरह से सरकार कसूरवार रही है.
मोहम्मद इलियास ने किया मामन खान का समर्थन- आफताब अहमद के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पुनहाना विधायक मोहम्मद इलियास ने कहा कि मामन खान के साथ हम पूरी मजबूती के साथ खड़े हुए हैं. हम तीनों विधायकों ने विधानसभा में अपनी बात को मजबूती से रखा था. अगर प्याज फोड़ने की बात मामन खान ने कही है तो छिलका भाजपा की सरकार ने प्याज के ऊपर से उतार दिया है. जिन लोगों के साथ गुरुग्राम, पलवल, होडल, सोहना इत्यादि इलाकों में मारपीट हुई, उसके पीछे कौन था.
नूंह हिंसा में मामन खान का नाम क्यों- आपको बता दें कि नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा फैल गई थी. इसके बाद विधानसभा में मोनू मानेसर को लेकर दिए गये मामन खान के विवादित बयान का मामला तूल पकड़ने लगा. इस मामले में बीजेपी कांग्रेस और फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को सीधे जिम्मेदार ठहरा रही है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज खुद कांग्रेस विधायक पर सीधा आरोप लगा चुके हैं. पुलिस ने 31 अगस्त को मामन कान को इस मामले में पुछातछ के लिए बुलाया था लेकिन वो बीमारी का हवाला देकर नहीं पहुंचे.