नूंह: पिछले तीन महीने से इंसाफ की गुहार लगे रहे एक परिवार को दर-दर भटकना पड़ रहा है. परिवार थाने से लेकर एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रहा है, लेकिन परिवार की सुनवाई नहीं हो पा रही है. सोमवार को एक बार फिर परिवार एसपी से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाने पहुंचा.
पीड़िता को एसपी की ओर इस बार मामले पर सुनवाई करने के लिए आश्वासन दिया गया. मामला तावडू खंड के मोहम्मदपुर गांव का है. मोहम्मदपुर गांव की रहने वाली सुमन व उसके पति ने वीरेंद्र ने एसपी संगीता कालिया को दी हुई शिकायत में कहा कि 12 अगस्त को गांव में रास्ते को लेकर एडवोकेट अजय कुमार से झगड़ा हो गया.
झगड़े में मारपीट के दौरान मेरे अलावा पति को भी फ्रैक्चर आया. मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने एडवोकेट की शिकायत पर हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया, लेकिन हमारी किसी प्रकार की सुनवाई न करते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया.
केस के जांच अधिकारी की तरफ से फैसला करने के लिए दबाव बनाया. इस ओर बात न मानने पर पति के साथ मारपीट की गई. लंबे समय से पुलिस थाने के चक्कर काटने के बावजूद सुनवाई नहीं की जा रही. वहीं शिकायतकर्ता ने एसपी से गुहार लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
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शिकायकर्ता वीरेंद्र का आरोप है कि स्थानीय पुलिस द्वारा उनके मामले को अनसुना किया जा रहा है. थाने के बार-बार चक्कर काटने के बावजूद उनकी शिकायत पर गौर नहीं फरमाया जा रहा. केस के जांच अधिकारी से लेकर थाना प्रभारी सुनवाई नहीं कर रहे.