महेंद्रगढ़: सेना की खूफिया जानकारी लीक करने के आरोप में सिटी थाना पुलिस ने एक फौजी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है. आरोपी की फेसबुक पर एक विदेशी महिला से जान पहचान हुई थी. फौजी पर आरोप है कि वो विदेशी महिला को सेना से जुड़ी जानकारी देता था. इतना ही नहीं पुलिस ये भी आशंका जता रही है कि आरोपी के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हो सकते हैं.
'फौजी की विदेशी महिला से हुई दोस्ती'
आपको बता दें बसई गांव निवासी रविंद्र साल 2017 में पांचवीं कुमाऊं रेजिमेंट में सिपाही पद पर भर्ती हुआ था. आरोपी की साल 2018 में अमृतसर में पोस्टिंग थी. इस दौरान ही उसकी एक विदेशी महिला से दोस्ती हुई थी. रविंद्र ने महिला को बताया कि वह सेना में अमृतसर में कार्यरत है. जिसके बाद दोनों का वीडियो कॉलिंग के जरिए भी बात होने लग गई.
'फौजी विदेशी महिला को देता था सेना से जुड़ी जानकारियां'
इतना ही नहीं महिला ने यूनिट के लोकेशन और सेना में प्रयोग होने वाली राइफल के बारे में जानकारी मांगी. आरोपी ने गूगल पर सर्च करके राइफल की फोटो महिला के पास भेजी. जिसके बाद आरोपी यूनिट के साथ अमृतसर से अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गया. उसने इस बात की भी जानकारी महिला को भेज दी. इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो विदेश से फौजी के अकाउंट में पैसे भी आते थे, आरोपी लगातार देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जगहों की जानकारी महिला को देता रहा. जैसे ही सूत्रों के अनुसार इसकी जानकारी खूफिया एजेंसियों को लगी. एजेंसियों ने पुलिस से इस जानकारी को सांझा किया.
पुलिस ने फौजी को नारनौल रेलवे स्टेशन से किया काबू
जिसके बाद पुलिस को पता चला कि सिपाही रविंद्र आठ जुलाई को पांच दिन की छुट्टी लेकर घर आ रहा है और जैसे ही नारनौल रेलवे स्टेशन पर उतरा. पुलिस ने आरोपी को चाय की दुकान से काबू किया. तलाशी में आरोपी फौजी के पास सात रौंद, दो मोबाइल और तीन सिम भी बरामद हुए हैं.
पुलिस पता करेगी इस गिरोह में और कौन शामिल ?
रिमांड के दौरान पुलिस पता करेगी कि गिरोह में कौन-कौन शामिल है, किस-किस को जानकारियां दी गई हैं. इस मामले साइबर सेल भी पुलिस की मदद कर रही है. इतना ही नहीं आरोपी अलग-अलग नंबरों की जांच भी की जा रही है. प्रारंभिक जांच में यह नहीं पता चल सका है कि जिससे आरोपी फौजी बात करता है, वो महिला किस देश की है.
पाकिस्तान से जुड़े आरोपी फौजी के तार !
लेकिन सूत्रों की माने तो कुछ संकेत ऐसे मिले हैं कि जिससे लगता है कि आरोपी फौजी के तार कहीं न कहीं पाकिस्तान से जुड़े हैं.