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नारनौल का ये फौजी विदेशों में देता था सेना की खुफिया जानकारी, पुलिस ने ऐसे किया काबू - pakistan

विदेशों में सेना की खूफिया जानकारी देने वाले फौजी को पुलिस ने गिरफ्तार कर दो दिन की रिमांड पर ले लिया है. सूत्रों की मानें तो इसके तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हो सकते हैं.

फौजी को पुलिस ने गिरफ्तार किया
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Published : Jul 13, 2019, 10:47 AM IST

महेंद्रगढ़: सेना की खूफिया जानकारी लीक करने के आरोप में सिटी थाना पुलिस ने एक फौजी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है. आरोपी की फेसबुक पर एक विदेशी महिला से जान पहचान हुई थी. फौजी पर आरोप है कि वो विदेशी महिला को सेना से जुड़ी जानकारी देता था. इतना ही नहीं पुलिस ये भी आशंका जता रही है कि आरोपी के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हो सकते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

'फौजी की विदेशी महिला से हुई दोस्ती'
आपको बता दें बसई गांव निवासी रविंद्र साल 2017 में पांचवीं कुमाऊं रेजिमेंट में सिपाही पद पर भर्ती हुआ था. आरोपी की साल 2018 में अमृतसर में पोस्टिंग थी. इस दौरान ही उसकी एक विदेशी महिला से दोस्ती हुई थी. रविंद्र ने महिला को बताया कि वह सेना में अमृतसर में कार्यरत है. जिसके बाद दोनों का वीडियो कॉलिंग के जरिए भी बात होने लग गई.

'फौजी विदेशी महिला को देता था सेना से जुड़ी जानकारियां'
इतना ही नहीं महिला ने यूनिट के लोकेशन और सेना में प्रयोग होने वाली राइफल के बारे में जानकारी मांगी. आरोपी ने गूगल पर सर्च करके राइफल की फोटो महिला के पास भेजी. जिसके बाद आरोपी यूनिट के साथ अमृतसर से अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गया. उसने इस बात की भी जानकारी महिला को भेज दी. इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो विदेश से फौजी के अकाउंट में पैसे भी आते थे, आरोपी लगातार देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जगहों की जानकारी महिला को देता रहा. जैसे ही सूत्रों के अनुसार इसकी जानकारी खूफिया एजेंसियों को लगी. एजेंसियों ने पुलिस से इस जानकारी को सांझा किया.

पुलिस ने फौजी को नारनौल रेलवे स्टेशन से किया काबू
जिसके बाद पुलिस को पता चला कि सिपाही रविंद्र आठ जुलाई को पांच दिन की छुट्टी लेकर घर आ रहा है और जैसे ही नारनौल रेलवे स्टेशन पर उतरा. पुलिस ने आरोपी को चाय की दुकान से काबू किया. तलाशी में आरोपी फौजी के पास सात रौंद, दो मोबाइल और तीन सिम भी बरामद हुए हैं.

पुलिस पता करेगी इस गिरोह में और कौन शामिल ?
रिमांड के दौरान पुलिस पता करेगी कि गिरोह में कौन-कौन शामिल है, किस-किस को जानकारियां दी गई हैं. इस मामले साइबर सेल भी पुलिस की मदद कर रही है. इतना ही नहीं आरोपी अलग-अलग नंबरों की जांच भी की जा रही है. प्रारंभिक जांच में यह नहीं पता चल सका है कि जिससे आरोपी फौजी बात करता है, वो महिला किस देश की है.

पाकिस्तान से जुड़े आरोपी फौजी के तार !
लेकिन सूत्रों की माने तो कुछ संकेत ऐसे मिले हैं कि जिससे लगता है कि आरोपी फौजी के तार कहीं न कहीं पाकिस्तान से जुड़े हैं.

महेंद्रगढ़: सेना की खूफिया जानकारी लीक करने के आरोप में सिटी थाना पुलिस ने एक फौजी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है. आरोपी की फेसबुक पर एक विदेशी महिला से जान पहचान हुई थी. फौजी पर आरोप है कि वो विदेशी महिला को सेना से जुड़ी जानकारी देता था. इतना ही नहीं पुलिस ये भी आशंका जता रही है कि आरोपी के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हो सकते हैं.

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'फौजी की विदेशी महिला से हुई दोस्ती'
आपको बता दें बसई गांव निवासी रविंद्र साल 2017 में पांचवीं कुमाऊं रेजिमेंट में सिपाही पद पर भर्ती हुआ था. आरोपी की साल 2018 में अमृतसर में पोस्टिंग थी. इस दौरान ही उसकी एक विदेशी महिला से दोस्ती हुई थी. रविंद्र ने महिला को बताया कि वह सेना में अमृतसर में कार्यरत है. जिसके बाद दोनों का वीडियो कॉलिंग के जरिए भी बात होने लग गई.

'फौजी विदेशी महिला को देता था सेना से जुड़ी जानकारियां'
इतना ही नहीं महिला ने यूनिट के लोकेशन और सेना में प्रयोग होने वाली राइफल के बारे में जानकारी मांगी. आरोपी ने गूगल पर सर्च करके राइफल की फोटो महिला के पास भेजी. जिसके बाद आरोपी यूनिट के साथ अमृतसर से अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गया. उसने इस बात की भी जानकारी महिला को भेज दी. इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो विदेश से फौजी के अकाउंट में पैसे भी आते थे, आरोपी लगातार देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जगहों की जानकारी महिला को देता रहा. जैसे ही सूत्रों के अनुसार इसकी जानकारी खूफिया एजेंसियों को लगी. एजेंसियों ने पुलिस से इस जानकारी को सांझा किया.

पुलिस ने फौजी को नारनौल रेलवे स्टेशन से किया काबू
जिसके बाद पुलिस को पता चला कि सिपाही रविंद्र आठ जुलाई को पांच दिन की छुट्टी लेकर घर आ रहा है और जैसे ही नारनौल रेलवे स्टेशन पर उतरा. पुलिस ने आरोपी को चाय की दुकान से काबू किया. तलाशी में आरोपी फौजी के पास सात रौंद, दो मोबाइल और तीन सिम भी बरामद हुए हैं.

पुलिस पता करेगी इस गिरोह में और कौन शामिल ?
रिमांड के दौरान पुलिस पता करेगी कि गिरोह में कौन-कौन शामिल है, किस-किस को जानकारियां दी गई हैं. इस मामले साइबर सेल भी पुलिस की मदद कर रही है. इतना ही नहीं आरोपी अलग-अलग नंबरों की जांच भी की जा रही है. प्रारंभिक जांच में यह नहीं पता चल सका है कि जिससे आरोपी फौजी बात करता है, वो महिला किस देश की है.

पाकिस्तान से जुड़े आरोपी फौजी के तार !
लेकिन सूत्रों की माने तो कुछ संकेत ऐसे मिले हैं कि जिससे लगता है कि आरोपी फौजी के तार कहीं न कहीं पाकिस्तान से जुड़े हैं.

Intro:देश विरोधी एजेंट को सोशल मीडिया से सेना की खुफिया जानकारी देने का आरोप, फौजी पकड़ा

-आरोप है कि सेना से जुड़ी जानकारियां देने के बदले विदेशी एजेंटों से बैंक खातों में पैसा भी मंगवाया

-सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज, दो दिन का मिला रिमांड


नारनौल। देश विरोधी एजेंटों से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़कर भारतीय सेना की खुफिया जानकारी देने का महेंद्रगढ़ जिला के एक फौजी पर आरोप लगा है। इस आरोप में ही नारनौल पुलिस ने फौजी रविंद्र को रेलवे स्टेशन राजीव चौक के पास पकड़ा है। आरोप है कि वह मोबाइल फोन से कुछ अरसे से देश विरोधी विदेशी एजेंटों से वीडियो कालिंग, फेसबुक, वाट्सअप के जरिए संबंध बनाए हुए है। लोभ लालच में देश की खुफिया जानकारी भारतीय सेना व सेना के कैंपों की जानकारी, संवेदनशील गुप्त जगहों की फोटो, सेना के हथियारों व ट्रेनिंग से संबंधित जानकारी विदेशी एजेंटों को इंटरनेट के माध्यम से भेजता है। उसके बदले में विदेशी एजेंटों से बैंक खाते में पैसा भी मंगवाता है। पुलिस ने आरोपित को दोपहर के समय अतिरिक्त सिविल जज एवं मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी प्रवेश सिंगला की नारनौल कोर्ट में पेश किया। अदालत ने आरोपित फौजी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। 




Body:एसआई कैलाशचंद की ओर से नारनौल सिटी थाना में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि वह एचसी कृष्ण कुमार, एसपीओ अजय कुमार के साथ गस्त पर नारनौल शहर में रेलवे रोड राजीव चौक पर मौजूद था। मुखबिर से पता चला कि रविंद्र पुत्र रतनसिंह वासी बसई थाना महेंद्रगढ़ जिला महेंद्रगढ़ जो फौज में नौकरी करता है। अपने मोबाइल फोन से कुछ अरसे से देश विरोधी विदेशी एजेंटों से वीडियो कालिंग, फेसबुक, वाट्सअप के जरिए संबंध बनाए हुए है। जो लोभ लालच में अपने देश की खुफिया जानकारी भारतीय सेना व सेना के कैंपों की जानकारी, संवेदनशील गुप्त जगहों की फोटो, सेना के हथियारों व ट्रेनिंग से संबंधित जानकारी विदेशी एजेंटों को इंटरनेट के माध्यम से भेजता है। इन जानकारी के बदले विदेशी एजेंटों से अपने बैंक खाते में पैसा भी मंगवाता है। जो उपरोक्त डाटा व जानकारी देश विरोधी ताकतों द्वारा अलग-अलग तरह से हमारे देश की आंतरिक व बाहरी सुरक्षा में सैंध लगाने में प्रयोग किया जा सकता है। रविंद्र फौजी आज ट्रेन में बैठकर रेलवे स्टेशन नारनौल से उतरकर साधन के इंतजार में बाहर चाय की दुकान पर बैठा है। जो अपने हाथ में एक बैग लिए हुए है। अगर फौरी रेड की जाए तो सामग्री सहित काबू आ सकता है। इस सूचना को विश्वनीय मानते हुए एसआई ने उच्चाधिकारियों को सूचित किया और रविंद्र फौजी को मौके पर ही पकड़ लिया गया।


Conclusion:दो दिन के पुलिस रिमांड में उजागर होंगे कई राज

इस मामले के आईओ राजकरण ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रविंद्र फौजी को नारनौल रेलवे स्टेशन के पास पकड़ा है। आरोपित पर सरकारी गोपनीयता अधिनियम-1923 की 3,4,5,9 के तहत नारनौल सिटी थाना में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित को दोपहर कोर्ट में पेश किया। अदालत ने दो दिन का पुलिस रिमांड दिया है। इस रिमांड अवधि में मामला पूरी तरह उजागर होगा। आरोपित रविंद्र फौजी महेंद्रगढ़ के पास बसई गांव का है। 

दो मोबाइल, तीन सिम व सात रोंद बरामद

dsp विनोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान आरोपित फौजी रविंद्र के पास दो मोबाइल व तीन सिम मिली है। जिनसे विदेशी एजेंटों से वाट्सअप संदेश के जरिए भारतीय सेना के कैंपों व हथियारों की फोटो खींचकर पांच मोबाइल नंबरों पर अनिका चौपड़ा के पास भेजना व संदेशों का आदान-प्रदान करना पाया गया है। जिनके लिए उसके एसबीआई खाता में पांच हजार विदेशी एजेंट द्वारा सितम्बर 2018 में रुपए डाले गए। जो मोबाइलों के संदेशों का प्रिंट आउट निकालकर बतौर वजह सबूत कब्जा पुलिस में लिया है। यहीं नहीं, आरोपित फौजी के बैग से 7 अदद रोंद जिंदा जिनमें 6 रोंद 5.56 व 1 रोंद 7.62 मिला। जिनके बारे में आरोपित संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। जिस पर आरोपित पर 25-54-59 आर्म्स एक्ट भी लगाया गया है। आरोपित ने रोंद बारे बताया है कि अमृतसर से उनकी यूनिट अरूणांचल के लिए मूव हुई उस समय अम्युनेशन को लोडिंग के दौरान सात रोंद निकालकर अलग से छुपाकर रख लिए थे। 

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