महेंद्रगढ़: शुक्रवार को हरियाणा सरकार की पहल पर सिविल एयरस्ट्रिप बाछौद में पायलट प्रशिक्षण (Bachhod Airstrip) की शुरुआत की गई. पायलट प्रशिक्षण की शुरुआत चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रोहन शर्मा ने की. प्रशिक्षण की शुरुआत से पहले उन्होंने नारियल फोड़कर पूजा अर्चना की. इसके बाद उन्होंने ट्रेनी पायलट से बातचीत भी की. उन्होंने बताया कि पायलट प्रशिक्षण एविएशन ट्रेनिंग फर्म में 10+2 में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ सब्जेक्ट होना जरूरी है.
बता दें कि फ्लाइंग स्कूल में फिलहाल 30 से अधिक विद्यार्थी एफएसटीसी (फ्लाइट सिमुलेशन टेक्निक सेंटर) फ्लाइंग स्कूल में प्रशिक्षण ले (Pilot Training at Civil Airstrip Bachhod) रहे हैं. फ्लाइंग स्कूल के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रोहन शर्मा ने बताया कि यहां पर बच्चों को आधुनिक तरीके से प्रशिक्षण दिया जाएगा. लेटेस्ट डिजाइन से बने 12 हवाई जहाज यहां मौजूद रहेंगे. यह सभी हाल ही में खरीदे गए हैं. चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने बताया कि उच्च क्वालिटी के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग देंगे. इसके साथ ही बाहर से आने वाले बच्चों के लिए हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
![Pilot Training at Civil Airstrip Bachhod](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16326993_aviation.jpg)
फ्लाइंग स्कूल में सभी क्लासरूम डीजीसीए की तर्ज पर बनेंगे. बच्चों को यहां पर सभी सुविधा मुहैया कराई जाएगी और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) के हिसाब से पायलट प्रशिक्षण दिया जाएगा. यहां सभी रूल रेगुलेशन डीजीसीए के हिसाब से लागू होंगे. यह उड़ान प्रशिक्षण एक साल का होगा जिसको पूरा करने के लिए बच्चों को सीपीएल लाइसेंस मिलेगा. रोहन शर्मा ने बताया यहां पर सीमूलेटर भी स्थापित किया जाएगा जिससे बच्चों को आधुनिक तरीके से विमान के बारे में जानकारी दी जा सके.
सिविल एयरस्ट्रिप बाछौद के मैनेजर सुरेश कुमार यादव ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की सोच के मुताबिक पर महेंद्रगढ़ में प्रशिक्षण शुरू किया गया है जिससे सिविल एविएशन के क्षेत्र में स्थानीय बच्चे प्रोत्साहित हो सकें. उन्होंने बताया कि एफएसटीसी स्कूल खुलने से महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और राजस्थान के इलाकों से लगते विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा. फिलहाल एडमिशन की प्रक्रिया जारी है. कोर्स ड्यूरेशन एक साल का है. इस कोर्स के लिए 10+2 में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ सब्जेक्ट होना जरूरी है.
मैनेजर सुरेश कुमार यादव ने बताया कि हरियाणा सरकार के इस प्रयास से बाछौद हवाई पट्टी में फ्लाइंग स्कूल खुलने से कई लोगों को रोजगार भी मिला है और भविष्य में भी रोजगार की संभावना तलाशने की प्रक्रिया जारी है. हरियाणा सरकार और नागरिक उड्डयन विभाग हरियाणा हवाईपट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने के लिए प्रयासरत है. इस हवाई पट्टी का भविष्य का विजन तैयार हो चुका है. हवाईपट्टी के रनवे की लंबाई को बढ़ाया जाएगा. इसके लिए अतिरिक्त जमीन ली जाएगी. इसके अलावा दो तीन अतिरिक्त हैंगर बनाने का कार्य भी प्रस्तावित है. उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार के साथ मिलकर एफएसटीसी फ्लाइंग स्कूल की ओर से एविएशन सेक्टर को ग्रोथ की ओर ले जाने का प्लान है.