महेंद्रगढ़: कोरोना भले ही अपने चरम पर हो और लोग उसकी चपेट में आ रहे हो, लेकिन जोश-जज्बे से ये जंग जीती जा सकती है. लोगों को बस अपना हौसला बनाए रखना है और अपनी सोच पॉजिटिव रखनी. ये कहना है नारनौल के कोरोना योद्धा महेंद्र सोनी का.
36 वर्षीय महेंद्र सोनी ने बताया कि हल्के बुखार और हाथ-पैर दर्द के बाद पहले पांच दिन तो घर पर रहकर आइसोलेशन में रहा. इस दौरान परिजनों से अलग कमरे में रह कर चिकित्सक के बताए अनुसार दवाईयां ली और अपनी दिनचर्या भी उनके अनुसार ही बिताई.
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महेंद्र सोनी ने बताया कि परिजन परेशान थे और डर के चलते आखिरकार उन्होंने अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. महेंद्र ने बताया कि अस्पताल में जाने के बाद भी अपनी दिनचर्या में बदलाव नहीं किया, भरपूर नींद और दवाइयों के अलावा योग किया. पॉजिटिव सोच रखी और परिजनों ने भी हमेशा हौसला बढ़ाया रखा.
इसका परिणाम ये रहा कि सात दिन में ही कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई और फिर सकुशल घर पहुंच गया. महेंद्र सोनी ने डॉक्टर्स और नर्स का आभार जताते हुए कहा कि ये असली कोरोना योद्धा है जो दिन रात इस महामारी से जंग लड़ रहे हैं और लोगों की जिंदगिया बचा रहे हैं.
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वहीं डॉक्टर विनीत यादव का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है तो वो पैनिक न हो और डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह का पालन करे. उन्होंने कहा कि अगर मुश्किल समय में हमारी सोच पॉजिटिव होगी तो कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव जरूर आएगी. डॉक्टर विनीत यादव ने कहा कि लोगों को जागरुक होने की जरूरत है और हौंसला बनाए रखेंगे तो हम कोरोना से जंग जीत जाएंगे.