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रेवाड़ी: पब्लिक टॉयलेट गंदा होगा तो साहब के दफ्तर के टॉयलेट पर लगेगा ताला

पब्लिक टॉयलेट साफ-सुथरे यानी उपयोग करने लायक न होने पर संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी के कार्यालय के टॉयलेट को सील करने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि उक्त अधिकारी को भी पब्लिक टॉयलेट का उपयोग करना पड़े.

public toilet in rewari
सार्वजनिक शौचालय
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Published : Feb 7, 2020, 7:57 AM IST

रेवाड़ी: उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित किए पब्लिक टॉयलेट की निरंतर सफाई व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी संबंधित विभाग की है. शहर के विभिन्न स्थानों पर नगर परिषद सामान्य बस स्टैंड और परिवहन विभाग कार्यालय में संबंधित विभागों द्वारा आमजन के उपयोग के लिए पब्लिक टॉयलेट बनाए गए हैं. उपायुक्त ने बैठक में नगराधीश संजीव कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि आप पब्लिक टॉयलेट का औचक निरीक्षण करें.

पब्लिक टॉयलेट साफ-सुथरे यानी उपयोग करने लायक न होने पर संबंधित विभाग जिम्मेदार अधिकारी के कार्यालय के टॉयलेट को सील कर दें. ताकि उक्त अधिकारी को भी पब्लिक टॉयलेट का उपयोग करना पड़े.

डीसी ने कहा कि सामान्य बस स्टैंड का पब्लिक टॉयलेट गंदा मिलने पर जीएम रोडवेज, शहर के पब्लिक टॉयलेट गंदा मिलने पर कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद के कार्यालय के टॉयलेट को सील करते हुए उन्हें पब्लिक टॉयलेट यूज करने को कहें.

सार्वजनिक शौचालयों की सफाई पर सख्त प्रशासन, देखें वीडियो

उपायुक्त ने कहा कि लघु सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालयों में पब्लिक और कर्मचारियों के लिए बने टॉयलेट की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करें.

लघु सचिवालय और सरकारी कार्यालयों में बेसिक एमेनिटीज मुहैया करवाना प्रशासन का दायित्व है. इसमें किसी प्रकार ढिलाई नहीं होनी चाहिए. प्रदेश सरकार साल 2020 को सुशासन संकल्प साल के रूप में मना रही है. सरकारी कार्यालयों में अब उनके साथ व्यवहार कुशल होकर उनका कार्य तय समय में करने के साथ-साथ बेसिक एमेनिटीज मुहैया करवाना भी जरूरी है.

उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि महिलाओं के लिए बनाए गए पब्लिक टॉयलेट के औचक निरीक्षण के दौरान महिला अधिकारी भी साथ हो. ताकि महिला टॉयलेट की स्वच्छता के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था की भी सही से पड़ताल हो सके.

उपायुक्त ने कहा कि लघु सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालय हमेशा साफ-सुथरा रहने चाहिए. कार्यालय में सभी फाइल रिकॉर्ड स्वस्थ रखें. ताकि कार्यालय का रिकॉर्ड ठीक से ढंग से हो सके. उपायुक्त ने संबंधित एसडीएम को अपने-अपने उपमंडल में भी पब्लिक टॉयलेट में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए इस दौरान संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें- सूरजकुंड मेले में मिस्त्र के कलाकारों ने बांधा समां, झूम उठे दर्शक

रेवाड़ी: उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित किए पब्लिक टॉयलेट की निरंतर सफाई व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी संबंधित विभाग की है. शहर के विभिन्न स्थानों पर नगर परिषद सामान्य बस स्टैंड और परिवहन विभाग कार्यालय में संबंधित विभागों द्वारा आमजन के उपयोग के लिए पब्लिक टॉयलेट बनाए गए हैं. उपायुक्त ने बैठक में नगराधीश संजीव कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि आप पब्लिक टॉयलेट का औचक निरीक्षण करें.

पब्लिक टॉयलेट साफ-सुथरे यानी उपयोग करने लायक न होने पर संबंधित विभाग जिम्मेदार अधिकारी के कार्यालय के टॉयलेट को सील कर दें. ताकि उक्त अधिकारी को भी पब्लिक टॉयलेट का उपयोग करना पड़े.

डीसी ने कहा कि सामान्य बस स्टैंड का पब्लिक टॉयलेट गंदा मिलने पर जीएम रोडवेज, शहर के पब्लिक टॉयलेट गंदा मिलने पर कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद के कार्यालय के टॉयलेट को सील करते हुए उन्हें पब्लिक टॉयलेट यूज करने को कहें.

सार्वजनिक शौचालयों की सफाई पर सख्त प्रशासन, देखें वीडियो

उपायुक्त ने कहा कि लघु सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालयों में पब्लिक और कर्मचारियों के लिए बने टॉयलेट की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करें.

लघु सचिवालय और सरकारी कार्यालयों में बेसिक एमेनिटीज मुहैया करवाना प्रशासन का दायित्व है. इसमें किसी प्रकार ढिलाई नहीं होनी चाहिए. प्रदेश सरकार साल 2020 को सुशासन संकल्प साल के रूप में मना रही है. सरकारी कार्यालयों में अब उनके साथ व्यवहार कुशल होकर उनका कार्य तय समय में करने के साथ-साथ बेसिक एमेनिटीज मुहैया करवाना भी जरूरी है.

उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि महिलाओं के लिए बनाए गए पब्लिक टॉयलेट के औचक निरीक्षण के दौरान महिला अधिकारी भी साथ हो. ताकि महिला टॉयलेट की स्वच्छता के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था की भी सही से पड़ताल हो सके.

उपायुक्त ने कहा कि लघु सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालय हमेशा साफ-सुथरा रहने चाहिए. कार्यालय में सभी फाइल रिकॉर्ड स्वस्थ रखें. ताकि कार्यालय का रिकॉर्ड ठीक से ढंग से हो सके. उपायुक्त ने संबंधित एसडीएम को अपने-अपने उपमंडल में भी पब्लिक टॉयलेट में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए इस दौरान संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.

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Intro:सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों की निरंतर सफाई रखें विभाग: उपायुक्त
डीसी ने नगरा देश को दिए और चक निरीक्षण के निर्देश
पब्लिक टॉयलेट्स आपने हो तो संबंधित अधिकारी के कार्यालय के टॉयलेट को सील करने के निर्देश
रेवाड़ी 6 फरवरी।


Body:उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित किए पब्लिक टॉयलेट की निरंतर सफाई व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी संबंधित विभाग की है। शहर के विभिन्न स्थानों पर नगर परिषद सामान्य बस स्टैंड व परिवहन विभाग कार्यालय में संबंधित विभागों द्वारा आमजन के उपयोग के लिए पब्लिक टॉयलेट बनाए गए हैं। उपायुक्त ने बैठक में नगराधीश संजीव कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि आप पब्लिक टॉयलेट का औचक निरीक्षण करें। पब्लिक टॉयलेट साफ-सुथरे यानी उपयोग करने लायक न होने पर संबंधित विभाग जिम्मेदार अधिकारी के कार्यालय के टॉयलेट को सील कर दें ताकि उक्त अधिकारी को भी पब्लिक टॉयलेट का उपयोग करना पड़े। डीसी ने कहा कि सामान्य बस स्टैंड का पब्लिक टॉयलेट्स गंदा मिलने पर जीएम रोडवेज, शहर के पब्लिक टॉयलेट्स गंदा मिलने पर कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद के कार्यालय के टॉयलेट को सील करते हुए उन्हें पब्लिक टॉयलेट यूज़ करने को कहें। उपायुक्त ने कहा कि लघु सचिवालय व अन्य सरकारी कार्यालयों में पब्लिक व कर्मचारियों के लिए बने टॉयलेट की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करें। लघु सचिवालय व सरकारी कार्यालयों में बेसिक एमेनिटीज मुहैया करवाना प्रशासन का दायित्व है। इसमें किसी प्रकार ढिलाई नहीं होनी चाहिए। प्रदेश सरकार वर्ष 2020 को सुशासन संकल्प वर्ष के रूप में मना रही है सरकारी कार्यालयों में अब उनके साथ व्यवहार कुशल होकर उनका कार्य तय समय में करने के साथ-साथ बेसिक एमेनिटीज मुहैया करवाना भी जरूरी है। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि महिलाओं के लिए बनाए गए पब्लिक टॉयलेट के औचक निरीक्षण के दौरान महिला अधिकारी भी साथ हो ताकि महिला टॉयलेट की स्वच्छता के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था की भी सही से पड़ताल हो सके। उपायुक्त ने कहा कि लघु सचिवालय व अन्य सरकारी कार्यालय हमेशा साफ-सुथरा रहने चाहिए। कार्यालय में सभी फाइल रिकॉर्ड स्वस्थ रखें ताकि कार्यालय का रिकॉर्ड ठीक से ढंग से हो सके। उपायुक्त ने संबंधित एसडीएम को अपने-अपने उपमंडल में भी पब्लिक टॉयलेट में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए इस दौरान संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एक और जहां जिला उपायुक्त शौचालय की साफ सफाई की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर आम पब्लिक शौचालय की बदबू से परेशान है और सड़कों पर बहता यह तस्वीरों में आप पानी की तरह जो देख रहे हैं यह पानी नहीं बल्कि शौचालय से बहता यूरेन है जो लोगों के लिए बीमारी का सबब बना हुआ है। लोगों का कहना है कि एक ओर जहां देश के प्रधानमंत्री साफ-सफाई को लेकर सजग हैं और लोगों से अपील भी करते हैं की स्वच्छ रहे स्वस्थ रहे। लेकिन यह बदबू लोगों के जी का जंजाल बनी हुई है और नगर परिषद इस और कोई भी ध्यान नहीं दे रही है। लोगों का कहना है कि यह तो सरासर लापरवाही है जो अधिकारी और कर्मचारी कर रहे हैं।
बाइट--स्थानीय लोग।
बाइट--यशेन्द्र सिंह, डीसी रेवाड़ी।


Conclusion:अब देखना होगा कि जिला उपायुक्त के आदेशों के बाद इन बदबूदार शौचालयों की साफ सफाई अधिकारी दुरुस्त कर पाएंगे या फिर इस बदबू में लोगों को बीमार होने के लिए छोड़ दिया जाएगा।
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