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नारनौल में किसानों का धरना 43वें दिन भी जारी, सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी

नारनौल में जमीन की मुआवजा राशि बढ़वाने को लेकर किसानों का प्रदर्शन 43वें दिन भी जारी है. समस्या का समाधान नहीं होने के कारण किसान 43 दिनों से लघु सचिवालय में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार और प्रशासन दोनों में से कोई भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है.

किसानों का धरना 43वें दिन भी जारी
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Published : Aug 26, 2019, 4:59 PM IST

Updated : Aug 26, 2019, 5:53 PM IST

महेन्द्रगढ़: जिले के नारनौल के किसान पिछले 43 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन न सरकार और न ही प्रशासन इस पर ध्यान दे रही है. किसानों का सरकार पर आरोप है कि सरकार ने उनके जमीन का सही दाम नहीं दिया है.

किसानों का धरना 43वें दिन भी जारी

किसानों का कहना है कि सरकार उन्हें बर्बाद करके विकास के नाम पर प्रदेश की तरक्की और खुशहाली का झूठा ढिंढोरा पीट रही है. किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर सरकार कोई एक्शन नहीं लेती है तो किसान एक बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.

प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि प्रशासन भी उनकी बातों की अनदेखी कर रही है. अब तक प्रशासन ने किसानों से यही कहा है कि उनकी जो मांगें हैं उसे हमें सौंप दे हम उसे सरकार तक पहुंचा देंगे.

इस मौके पर जिला प्रधान महेंद्र कुमार यादव ने कहा कि किसान पिछले 43 दिनों से अपनी मुआवजा राशि को बढ़वाने को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर रहा है और सरकार अहंकारवश यात्राएं निकाल रही है. जिससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है.

जिला प्रधान ने कहा कि किसान को बर्बाद करके सरकार विकास के नाम पर प्रदेश की तरक्की व खुशहाली का झूठा ढिंढोरा पीट रही है, जबकि प्रदेश का किसान अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.

महेन्द्रगढ़: जिले के नारनौल के किसान पिछले 43 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन न सरकार और न ही प्रशासन इस पर ध्यान दे रही है. किसानों का सरकार पर आरोप है कि सरकार ने उनके जमीन का सही दाम नहीं दिया है.

किसानों का धरना 43वें दिन भी जारी

किसानों का कहना है कि सरकार उन्हें बर्बाद करके विकास के नाम पर प्रदेश की तरक्की और खुशहाली का झूठा ढिंढोरा पीट रही है. किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर सरकार कोई एक्शन नहीं लेती है तो किसान एक बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.

प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि प्रशासन भी उनकी बातों की अनदेखी कर रही है. अब तक प्रशासन ने किसानों से यही कहा है कि उनकी जो मांगें हैं उसे हमें सौंप दे हम उसे सरकार तक पहुंचा देंगे.

इस मौके पर जिला प्रधान महेंद्र कुमार यादव ने कहा कि किसान पिछले 43 दिनों से अपनी मुआवजा राशि को बढ़वाने को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर रहा है और सरकार अहंकारवश यात्राएं निकाल रही है. जिससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है.

जिला प्रधान ने कहा कि किसान को बर्बाद करके सरकार विकास के नाम पर प्रदेश की तरक्की व खुशहाली का झूठा ढिंढोरा पीट रही है, जबकि प्रदेश का किसान अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.

Intro:किसानों का धरना 43वें दिन भी जारी

कल ढोल नगाड़े बजाकर नींद से जगायेंगे सरकार को


नारनौल। अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में जिला महेंद्रगढ़ के किसानों का आनिश्चितकालीन धरना लघु सचिवालय परिसर नारनौल में 43 वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र कुमार यादव ने की तथा संचालन भी धर्मेंद्र यादव ने ही किया। कल 27 अगस्त को किसान फिर से सरकार, प्रशासन व अपने जनप्रतिनिधियों को गहरी नींद से जगाने के लिए ढोल नगाड़ों के साथ प्रदर्शन करेंगे।





Body:जिला प्रधान महेंद्र कुमार यादव ने इस अवसर पर बताया कि किसान पिछले 43 दिनों से अपनी मुआवजा राशि को बढ़वाने को देकर सड़कों पर आंदोलन कर रहा है और सरकार अहंकारवश यात्राएं निकाल रही है। जिससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है। इस मौके पर जिला प्रधान ने कहा कि किसान को बर्बाद करके सरकार विकास के नाम पर प्रदेश की तरक्की व खुशहाली का झूठा ढिंढोरा पीट रही है, जबकि प्रदेश का किसान अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सरकार को अहंकार छोड़ कर किसानों से बातचीत करके उनका समाधान करना चाहिए, ताकि किसान अपना व अपने परिवार का पालन पोषण ठीक से कर सके।





Conclusion:आपको बता दें कि इससे पूर्व भी सैकड़ों किसानों ने अपनी जमीन की मुआवजा राशि को बढ़वाने के लिए अपनी गिरफ्तारियां भी दी थी और अभी 2 दिन पहले अर्धनग्न होकर भी प्रदर्शन किया था। साथ ही 43 दिन से सैकड़ों किसान लघु सचिवालय परिसर में धरना दे रहे हैं, जबकि प्रशासन से किसानों को केवल इतना ही आश्वासन मिल पाया है कि आप अपनी जो भी मांगे हैं वह हमें सौंप दें और वह हम आगे सरकार तक पहुंचाएंगे। बावजूद इसके आज इतने दिनों बाद भी उनकी जायज मांग का कोई समाधान नहीं हुआ है। किसानों का यह भी कहना है कि 31 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नारनौल आगमन पर वो उनसे मिलेंगे और अपनी समस्याएं उनके सामने रखकर उनसे आग्रह करेंगे कि जल्द से जल्द इसका निपटान किया जाए। बावजूद इसके उनकी समस्या का समाधान नहीं होता तो किसान एक बड़ा आंदोलन करने को विवश होगा। जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना होगा। इस मौके पर अनेक गांव के कई किसान मौजूद थे।

bite जिला प्रधान, महेंद्र कुमार यादव ।।।।।
Last Updated : Aug 26, 2019, 5:53 PM IST
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