महेंन्द्रगढ़: उचित मुआवजे की मांग को लेकर अन्नदाता धरने पर बैठा हैं. लघु सचिवालय परिसर में अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर किसानों का धरना पांचवें दिन भी जारी रहा.
धरना स्थल को पहुंचाया नुकसान
बीते रात कुछ असामाजिक तत्वों ने धरना स्थल के टैंटो के पाईप तोड़ दिए थे, जिसके बाद किसान नेता ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराई. धरने में किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, लेकिन धरने पर बैठे किसान की मांग पर सरकार ने अभी तक बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया है.
ये हैं मांग
इन किसानों की मांग है कि जो किसानों की जमीन विकास के नाम पर अधिकृत की जा रही है, उन किसानों अन्य जगह जमीन दें दी जाए नहीं तो एनसीआर की तर्ज पर जमीनों का मुआवजा दें. जमीनों की मुआवजा राशि को बढ़ा दी जाए.
सरकार पर लगाया आरोप
किसान बारिश होने के बावजूद भी धरने पर बैठे थे. किसानों का आरोप है कि सरकार हमारी जमीन पानी के भाव में खरीद कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है. सस्ते दामों पर जमीन हड़पने के कारण किसान बर्बादी के कागार पर पहुंच गए है.
बड़े आंदोलन की चेतावनी
किसान नेता धर्मेन्द्र यादव ने एक बड़े आंदोलन की चेदावनी भी दी. आज इस धरने में पीडब्लूडी विभाग संघर्ष समिति के कई बड़े नेता और कई गांवों के किसान भी मौजूद थे.