कुरुक्षेत्र: जेएनयू में फीस वृद्धि और होंडा मोटर्स कंपनी के विरोध में विभिन्न कर्मचारी संगठनों और सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन के बाद लोगों ने जेएनयू के विद्यार्थियों और होंडा के कर्मचारियों के समर्थन में कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.
'जेएनयू की फीस वृद्धि करना सरकार की सामंतवादी मानसिकता का परिचायक'
प्रदर्शन कर रहे सीआईटीयू के नेता भीम सिंह और जन संघर्ष मंच नेत्री उषा रानी ने कहा कि जेएनयू में देश भर से गरीब मगर प्रतिभाशाली बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. उनमें बहुत ऐसे बच्चे भी होते हैं जिनके माता-पिता दो वक्त की रोटी के लिए भी काफी परिश्रम करते हैं. केंद्र की मोदी सरकार जेएनयू में फीस वृद्धि करके अपने सामंतवादी सोच को प्रकट कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि गरीबों के बच्चे भी उच्च शिक्षा हासिल करें. यह सरकार नहीं चाहती कि गरीब के बच्चे पीएचडी की डिग्री लें.
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होंडा कंपनी कर रही कर्मचारियों को बेरोजगार
भीम सिंह और उषा रानी ने होंडा कंपनी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कंपनी बिना कोई कारण बताए कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही है, जिसके कारण नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समय देश में अफरा तफरी का माहौल है. उन्होंने कहा कि इतना सब होने के बावजूद सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है. इस समय देश की अर्थव्यवस्था गिर रही है और सरकार कुछ भी नहीं कर रही है.