ETV Bharat / state

शाहबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राम भरोसे इलाज, 3 डॉक्टर्स संभाल रहे CHC

प्रदेश सरकार नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का दावा कर रही है, लेकिन शाहाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ केवल तीन डॉक्टर्स के भरोसे चल रहा है. ऐसे में किसी व्यक्ति को यहां क्या सुविधाएं मिलती होंगी इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.

community health center shahbad
शाहबाद स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल
author img

By

Published : Feb 1, 2020, 11:21 PM IST

कुरुक्षेत्र: 30 बेड के शाहबाद स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिर्फ 3 डॉक्टर देख रहे हैं. वैसे तो अस्पताल में 4 डॉक्टर्स हैं, लेकिन एक डॉक्टर का तबादला हो गया है. जिस वजह से अस्पताल में डॉक्टर्स की संख्या सिर्फ तीन रह गई है.

एक तरफ जहां प्रदेश सरकार नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का दावा कर रही है. वहीं शाहबाद स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है. ऐसे में किसी व्यक्ति को यहां क्या सुविधा मिलती होगी. इस बात का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.

शाहबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर्स की कमी

सामुदायिक केंद्र संभाल रहे 3 डॉक्टर
बता दें कि शाहबाद स्थित स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 30 से बढ़ाकर 100 बेड करने की क्रिया चल रही है, लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र मेंमूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने में ही प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. हर रोज ओपीडी के लिए 200 मरीज आते हैं, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर ना होने के कारण कई मरीज को निजी अस्पताल में जाना पड़ता है. इतने बड़े स्वास्थ्य केंद्र में ना तो कोई चाइल्ड स्पेशलिस्ट है और ना ही कोई स्त्री रोग विशेषज्ञ. इसके अलावा न ही आंखों और कान का डॉक्टर है और ना ही हड्डी रोग विशेषज्ञ. वहीं स्वास्थ्य केंद्र में हृदय रोग विशेषज्ञ का भी टोटा है.

ये भी पढ़िए: फतेहाबाद: महिला से छेड़छाड़ करने वाले शख्स की पिटाई का वीडियो वायरल

गौरतलब है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुरुक्षेत्र अंबाला के बीच में पड़ता है. जिस कारण आए दिन दुर्घटना के केस भी यहां आते रहते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण मरीजों को पीजीआई रेफर करना पड़ता है. इसके साथ-साथ शहर औक देहात के लोग भी भारी संख्या में आते हैं और जब उन्हें इलाज नहीं मिलता तो वो मजबूरन प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज करवाते हैं.

कुरुक्षेत्र: 30 बेड के शाहबाद स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिर्फ 3 डॉक्टर देख रहे हैं. वैसे तो अस्पताल में 4 डॉक्टर्स हैं, लेकिन एक डॉक्टर का तबादला हो गया है. जिस वजह से अस्पताल में डॉक्टर्स की संख्या सिर्फ तीन रह गई है.

एक तरफ जहां प्रदेश सरकार नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का दावा कर रही है. वहीं शाहबाद स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है. ऐसे में किसी व्यक्ति को यहां क्या सुविधा मिलती होगी. इस बात का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.

शाहबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर्स की कमी

सामुदायिक केंद्र संभाल रहे 3 डॉक्टर
बता दें कि शाहबाद स्थित स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 30 से बढ़ाकर 100 बेड करने की क्रिया चल रही है, लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र मेंमूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने में ही प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. हर रोज ओपीडी के लिए 200 मरीज आते हैं, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर ना होने के कारण कई मरीज को निजी अस्पताल में जाना पड़ता है. इतने बड़े स्वास्थ्य केंद्र में ना तो कोई चाइल्ड स्पेशलिस्ट है और ना ही कोई स्त्री रोग विशेषज्ञ. इसके अलावा न ही आंखों और कान का डॉक्टर है और ना ही हड्डी रोग विशेषज्ञ. वहीं स्वास्थ्य केंद्र में हृदय रोग विशेषज्ञ का भी टोटा है.

ये भी पढ़िए: फतेहाबाद: महिला से छेड़छाड़ करने वाले शख्स की पिटाई का वीडियो वायरल

गौरतलब है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुरुक्षेत्र अंबाला के बीच में पड़ता है. जिस कारण आए दिन दुर्घटना के केस भी यहां आते रहते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण मरीजों को पीजीआई रेफर करना पड़ता है. इसके साथ-साथ शहर औक देहात के लोग भी भारी संख्या में आते हैं और जब उन्हें इलाज नहीं मिलता तो वो मजबूरन प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज करवाते हैं.

Intro:शाहबाद के सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचे हैं तो पहले हो जाएं सावधान!Body:वीओ:-
यदि आप इलाज करवाने शाहबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाएं और वहां पर चिकित्सक ही मौजूद ना हो तो क्या होगा।
जी हां शाहबाद के सरकारी अस्पताल में 7 डॉक्टरों की जरूरत है। यहां 4 डॉक्टर उपलब्ध है। जिनमें से एक डॉक्टर का तबादला में कर दिया गया है। अब शाहाबाद के अस्पताल में मात्र 3 डॉक्टर बचे हैं। जिन पर दिन रात की ड्यूटी करने की जिम्मेदारी आन पड़ी है। सुबह से ही ओपीडी को संभालने के लिए कम से कम 2 डॉक्टर जरूरी हैं और एक डॉक्टर रात की ड्यूटी के लिए। इसके बावजूद डॉक्टरों के छुट्टी पर होने,आपातकालीन सेवाएं, बैठक में भाग लेने,ट्रेनिंग पर जाने और कोर्ट केस में भी डॉक्टरों को दिनभर जाना पड़ता है। जिस पर जिस कारण भी डॉक्टरों की कमी हो जाएगी दूसरी और प्रदेश सरकार नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का दावा कर रही है। वहीं शाहबाद स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है। ऐसे में किसी व्यक्ति को यहां क्या सुविधा मिलती है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। शाहबाद स्थित स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 30 से बढ़ाकर 100 बेड का करने की क्रिया चल रही है। लेकिन फिलहाल इस में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने से जनता परेशान है। आम दिन में प्रतिदिन ओपीडी के लिए 200 मरीज आते हैं। लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर ना होने के कारण कई मरीज को निजी अस्पताल में जाना पड़ता है। इतने बड़े अस्पताल में ना तो कोई चाइल्ड स्पेशलिस्ट है और ना ही स्त्री रोग विशेषज्ञ,न ही आंखों और कान का डॉक्टर है और ना ही हड्डी रोग विशेषज्ञ और ना ही हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। उल्लेखनीय है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुरुक्षेत्र अंबाला के मध्य में पड़ता है। जिस कारण आए दिन दुर्घटना के केस आते रहते हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण रोगियों को पीजीआई रेफर करना पड़ता है। इसके साथ-साथ शहर व देहात के लोग भी भारी संख्या में आते हैं और जब भी कोई इलाज नहीं मिलता तो उन्हें मजबूरन प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज करवाना पड़ता है और भारी कीमत चुकानी पड़ती है।

बाईट:-रुपिंदर सिंह सैनी,SMO, शाहबादConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.