कुरुक्षेत्र: हरियाणा की सबसे पुरानी और ए ग्रेड कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी इस कदर खस्ताहाल हो चली है कि इसमें कार्य कर रहे 400 शिक्षकों, 1400 गैर शिक्षकों, 700 आउटसोर्स कर्मियों और 3000 पेंशनर्स के लिए सैलरी का टोटा हो गया है.
विश्वविद्यालय की कुलपति भी प्रतिनिधिमंडल को दो बार आश्वासन का लॉलीपॉप दे चुकी हैं, लेकिन समाधान नहीं हो पाया है. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के प्रवक्ता संजीव शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी प्रशासन सुन नहीं रहा है. दो बार कुलपति से भी मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन सैलरी का कोई अता पता नहीं है.
संजीव शर्मा ने कहा कि जिनके बच्चे विदेशों में पढ़ रहे हैं, जिन्होंने हाउस लोन लेना है या गैर शिक्षक कर्मचारियों को गेहूं लेना है, सब परेशान हैं. वहीं विश्वविद्यालय प्रवक्ता से जब इस बारे में बात करनी चाही तो वो ऑनलाइन क्लासेस का राग अलापने लगे.
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं. सभी कोर्स कंप्लीट हो चुके हैं, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि सैलरी कब मिलेगी तो उन्होंने कहा कि सकारात्मक बात चल रही है,, जल्दी तनख्वाह मिल जाएगी. जब उनसे पूछा गया कि शिक्षक, गैर शिक्षक, पेंशनर्स की तनख्वा का बजट कितना है तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया.
ये भी पढ़िए: 15 मई से इन इलाकों में चलेंगी बसें, कुछ बातों का रखना होगा विशेष ध्यान
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में काम कर रहे स्टाफ का कहना है कि लॉकडाउन के इस दौर में भी उन्हें सैलरी नहीं मिल रही है. जिस वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कुलपति भी सिर्फ आश्वासन ही दे रही हैं. ऐसे में ये लोग अब करें भी तो क्या करें