कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पर्यटक देश के विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य और सांस्कृतिक गतिविधियों का आनंद ले रहे हैं, लेकिन रागिनी में हरियाणवी लोक नृत्य और चुटकुलों का रंग पर्यटकों के चेहरे पर साफ नजर आया. इस राहगीरी कार्यक्रम में प्रर्यटकों ने खूब आनंद लिया. अहम पहलू ये है कि इस रागिनी थीम का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करना है.
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर के घाट पर पुलिस प्रशासन की तरफ से राहगीरी का मंच सजाया गया. इस मंच पर विभिन्न प्रदेश से आए कलाकारों ने जहां लोगों का मनोरंजन किया वहीं स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से खूब वाह वाही लूटी. इस मंच को एक सूत्र में पिरोने का काम सब इंस्पेक्टर ट्रैफिक कोऑर्डिनेटर नरेश सांगवान ने किया.
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सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोह लिया मन
ब्रह्मसरोवर के घाट पर हुए राहगीरी कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशों की झलक दिखाई दी. उत्तराखंड, कश्मीर, हरियाणवी समेत कई प्रदेशों के सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए. कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से पर्यटकों का मन मोह लिया.
लोक गीतों के साथ बॉलीवुड के गानों की रही धूम
ब्रह्मसरोवर के तट पर आयोजित राहगीरी कार्यक्रम में हर आयु वर्ग के हिसाब से गाने भी सुनाई दिए. राहगीरी कार्यक्रम में जहां सांस्कृतिक और लोक गीतों ने वाह वाही बटोरी, तो वहीं युवाओं ने बॉलीवुड के गानों पर भी अपनी प्रतिभा दिखाई.
राहगीरी कार्यक्रम का महत्व
राहगीरी कार्यक्रम हरियाणा सरकार द्वारा किया जाता है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य होता है कि लोग अपनी भाग-दौड़ भरी जिंदगी से कुछ समय निकालकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लें. ऐसे कार्यक्रमों से खास फायदा छोटे-छोटे बच्चों को मिलता है, जिन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका दिया जाता है. छोटे-छोटे बच्चे भी बिना किसी हिचक के राहगीरी में हिस्सा लेते हैं. तो वहीं बड़े-बुजुर्ग भी इस कार्यक्रम को मुख्य हिस्सा होते हैं.