कुरुक्षेत्र: कोविड-19 के चलते स्कूल-कॉलेज बंद पड़े हैं. सरकार दावा कर रही है कि ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से समेस्टर को पूरा करने की कोशिश जारी है. लॉकडाउन के दौरान सरकारी और निजी संस्थान के अध्यापक छात्रों को घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं. इस बारे में ईटीवी भारत हरियाणा ने अध्यापकों से बात की तो पता चला कि इनको तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. जिसकी वजह से उन्हें घर चलाने में काफी परेशानी हो रही है.
मोनी नाम की अध्यापिका ने बताया कि तीन महीने से उनका वेतन नहीं मिला है. जिसकी वजह से उनके घर चलाने में काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि हमें पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है. पहले तो हम खुद वीडियो बनाते है. उसके बाद उसे अपलोड करते हैं ताकि बच्चे उसे देखकर आसानी से सीख सकें.
वेतन नहीं मिलने से टीचर्स मायूस
सोनिका नाम कि टीचर ने बताया कि इस मुश्किल के दौर में टीचर्स को पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है. वीडियो एक वीडियो को बनाने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ती है. उसमें एडिटिंग करने में काफी समय लगता है. जिससे उनका काम काफी बढ़ा है. पहले से ज्यादा वक्त वो बच्चों को पढ़ाने के लिए दे रही हैं. लेकिन सेलरी नहीं आने की वजह से वो मायूस दिखीं. उन्होंने कहा कि अभी तक तो जमा पूंजी से किसी तरह घर चला लिया. अब आगे उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
टीचर्स के मुताबिक मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद उन्हें अभी तक सैलरी नहीं मिल पाई है. जिसके कारण उनकी रोजमर्रा की जरूरतें भी पूरी नहीं हो रही. सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं ऐसे में उन्हें वेतन की उम्मीद भी कम ही नजर आ रही है. वहीं निजी स्कूल संचालक डॉक्टर आशीष ने बताया कि उन्होंने मार्च की सैलरी स्कूल के सभी टीचर्स को दे दी. जिसके बाद सैलेरी देना मुश्किल हो गया. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद हैं. जिससे फीस भी नहीं आ रही है और बिना फीस के टीचर्स का वेतन देना मुश्किल है.
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फिलहाल देश में लॉकडाउन का चौथा चरण जारी है. स्कूल और कॉलेज के लिए अभी कोई रियायत नहीं मिली है. रियायत अभी इन टीचर्स के लिए भी देखने को नहीं मिल रही. ईटीवी भारत हरियाणा के जरिए इस टीचर्स ने निजी स्कूल संचालकों से वेतन की गुहार लगाई है. साथ ही सरकार और प्रशासन से मदद की मांग की है.