ETV Bharat / state

फसल खरीद और सही मूल्य नहीं मिलने से परेशान किसानों ने की इच्छा मृत्यु की मांग

ईटीवी भारत हरियाणा की खास पेशकश 'हरियाणा बोल्या' में हमारी टीम ने थानेसर विधानसभा का जायजा लिया और जाना कि यहां की जनता इस बार विधानसभा चुनाव में किस मुद्दे पर वोट डालेगी.

जानिए कुरुक्षेत्र के किसानों की क्या है मांग
author img

By

Published : Oct 17, 2019, 10:09 PM IST

कुरुक्षेत्र: हरियाणा विधानसभा चुनाव अंतिम दौर में है. लिहाजा सभी राजनीतिक दल मेनिफेस्टो लेकर जनता के बीच प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं जनता भी चुनाव के लिए तैयार है. पिछले पांच सालों में जनप्रतिनिधियों के काम का आंकलन भी कर रही है और नए विकल्पों पर भी विचार कर रही है. ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम हमारी खास पेशकश 'हरियाणा बोल्या' के तहत जनता का मूड जानने थानेसर विधानसभा क्षेत्र में पहुंची है.

सरकार से नाराज हैं किसान
ईटीवी भारत की टीम ने थानेसर विधानसभा की अनाज मंडी में किसानों से बातचीत की. थानेसर विधानसभा के किसान मौजूदा सरकार के कार्यकाल से असंतुष्ट नजर आए. किसानों ने कहा कि हर पार्टी लोकलुभावन वादे करती है. धरातल पर जिसका कोई असर नहीं होता.

'फसल की नहीं हो रही सरकारी खरीद'
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान किसानों ने कहा कि मेनिफेस्टो तो बस वोट लेने का एक साधन है. इससे ज्यादा कुछ नहीं. किसानों को फसल बेचने के लिए कई-कई दिन मंडी में ही रहना पड़ता है. फिर भी किसानों को फसल का सही मूल्य नहीं मिल पाता. किसानों की फसल की सरकारी खरीद भी नहीं हो रही है.

जानिए कुरुक्षेत्र के किसानों की क्या है मांग

किसानों ने इच्छा मृत्यु की मांग की
बता दें कि किसानों की धान की फसल मंडी में पहुंचना शुरू हो चुकी है. फसल का सही दाम नहीं मिलने की वजह से किसनों में खासा रोष दिखा. इतना ही नहीं किसानों ने सरकार से इच्छा मृत्यु की भी गुहार लगा दी. किसानों के मुताबिक सभी पार्टियां बस दावे करती है. काम कुछ भी नहीं किया जाता.

ये भी पढ़ेंः हरियाणा बोल्या: जानें विधानसभा चुनाव में अंबाला की जनता का क्या है मूड?

कुरुक्षेत्र: हरियाणा विधानसभा चुनाव अंतिम दौर में है. लिहाजा सभी राजनीतिक दल मेनिफेस्टो लेकर जनता के बीच प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं जनता भी चुनाव के लिए तैयार है. पिछले पांच सालों में जनप्रतिनिधियों के काम का आंकलन भी कर रही है और नए विकल्पों पर भी विचार कर रही है. ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम हमारी खास पेशकश 'हरियाणा बोल्या' के तहत जनता का मूड जानने थानेसर विधानसभा क्षेत्र में पहुंची है.

सरकार से नाराज हैं किसान
ईटीवी भारत की टीम ने थानेसर विधानसभा की अनाज मंडी में किसानों से बातचीत की. थानेसर विधानसभा के किसान मौजूदा सरकार के कार्यकाल से असंतुष्ट नजर आए. किसानों ने कहा कि हर पार्टी लोकलुभावन वादे करती है. धरातल पर जिसका कोई असर नहीं होता.

'फसल की नहीं हो रही सरकारी खरीद'
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान किसानों ने कहा कि मेनिफेस्टो तो बस वोट लेने का एक साधन है. इससे ज्यादा कुछ नहीं. किसानों को फसल बेचने के लिए कई-कई दिन मंडी में ही रहना पड़ता है. फिर भी किसानों को फसल का सही मूल्य नहीं मिल पाता. किसानों की फसल की सरकारी खरीद भी नहीं हो रही है.

जानिए कुरुक्षेत्र के किसानों की क्या है मांग

किसानों ने इच्छा मृत्यु की मांग की
बता दें कि किसानों की धान की फसल मंडी में पहुंचना शुरू हो चुकी है. फसल का सही दाम नहीं मिलने की वजह से किसनों में खासा रोष दिखा. इतना ही नहीं किसानों ने सरकार से इच्छा मृत्यु की भी गुहार लगा दी. किसानों के मुताबिक सभी पार्टियां बस दावे करती है. काम कुछ भी नहीं किया जाता.

ये भी पढ़ेंः हरियाणा बोल्या: जानें विधानसभा चुनाव में अंबाला की जनता का क्या है मूड?

Intro:चुनाव आते ही सभी पार्टी अपने अपने घोषणा पत्र लेकर जनता के बीच उतर चुकी है और लोक लुभावने वायदे मेनिफेस्टो में किए जा रहे हैं और किसानों की हित सभी पार्टियों के मेनिफेस्टो में बड़े-बड़े वायदे किए गए हैं तो धरातल पर की कितना इन मेनिफेस्टो पर पूरा किया जाता है यह जाने के लिए ईटीवी भारत की टीम थानेसर की अनाज मंडी में किसानों के पास पहुंची तो पूछने पर किसानों का कहना था कि वह तो बड़े बड़े होते कर्ज माफी का भी वादा बिजली देने का भी वायदे पर एक भी पूरा नहीं किया जाता किसान आज भी मरा हुआ है और कल भी मरा हुआ सभी का पेट भरने वाला किसान आजा अपनी रोजी रोटी के लिए भटकता है किसान को अपनी फसल को बेचने के लिए भी एक संघर्ष से गुजरना पड़ता है तो किसानों का कहना है कि मेनिफेस्टो मैं भाई सिर्फ वोट लेने का एक चुनावी जुमला है जो कि एक चुनावी दौर में ही किया जाता है उसके बाद कौन से वादे कहां जाते हैं कुछ भी पता नहीं तो अब की बार किसानों ने कहा बीजेपी सरकार अब तक की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार साबित हुई है


Body:1


Conclusion:1
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.