कुरुक्षेत्र: हरियाणा विधानसभा चुनाव अंतिम दौर में है. लिहाजा सभी राजनीतिक दल मेनिफेस्टो लेकर जनता के बीच प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं जनता भी चुनाव के लिए तैयार है. पिछले पांच सालों में जनप्रतिनिधियों के काम का आंकलन भी कर रही है और नए विकल्पों पर भी विचार कर रही है. ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम हमारी खास पेशकश 'हरियाणा बोल्या' के तहत जनता का मूड जानने थानेसर विधानसभा क्षेत्र में पहुंची है.
सरकार से नाराज हैं किसान
ईटीवी भारत की टीम ने थानेसर विधानसभा की अनाज मंडी में किसानों से बातचीत की. थानेसर विधानसभा के किसान मौजूदा सरकार के कार्यकाल से असंतुष्ट नजर आए. किसानों ने कहा कि हर पार्टी लोकलुभावन वादे करती है. धरातल पर जिसका कोई असर नहीं होता.
'फसल की नहीं हो रही सरकारी खरीद'
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान किसानों ने कहा कि मेनिफेस्टो तो बस वोट लेने का एक साधन है. इससे ज्यादा कुछ नहीं. किसानों को फसल बेचने के लिए कई-कई दिन मंडी में ही रहना पड़ता है. फिर भी किसानों को फसल का सही मूल्य नहीं मिल पाता. किसानों की फसल की सरकारी खरीद भी नहीं हो रही है.
किसानों ने इच्छा मृत्यु की मांग की
बता दें कि किसानों की धान की फसल मंडी में पहुंचना शुरू हो चुकी है. फसल का सही दाम नहीं मिलने की वजह से किसनों में खासा रोष दिखा. इतना ही नहीं किसानों ने सरकार से इच्छा मृत्यु की भी गुहार लगा दी. किसानों के मुताबिक सभी पार्टियां बस दावे करती है. काम कुछ भी नहीं किया जाता.
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