कुरुक्षेत्र: जिले में सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर यूनियन के कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी कर्मियों का कहना है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से आंगनवाड़ी वर्करों से जीपीएस लोकेशन मांगने के फैसला गलत है.
इस दौरान यूनियन के राज्य महासचिव अनुपमा का कहना है कि 10 मार्च 2018 को यूनियन के साथ किए गए समझौते श्रमिकों का दर्जा देने का वायदा सरकार की तरफ से किया गया था. जो कि अभी तक लागू नहीं हुआ. भारत सरकार द्वारा सितंबर 2018 में 15 सौ रुपये वर्कर तथा 750 रुपये हेल्पर के मानदेय में बढ़ोतरी की गई थी, उसे भी राज्य सरकार ने लागू नहीं किया.
उन्होंने कहा कि सुपरवाइजर के पद पर वर्कर्स की सीधी भर्ती की जानी थी. वह भी सरकार ने नहीं की. इसलिए वो आजफिर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं. राज्य महासचिव अनुपमा ने बताया कि 2018 में सरकार ने आंगनबाड़ी वर्करों के साथ समझौता लागू किया था, जिसमें वर्करों को पीएफ की सुविधा 6 महीने बाद वेतन बढ़ोत्तरी मेडिकल लीव जैसी सुविधाएं देने का वादा किया था. साल 2018 के किए हुए इस वायदे में सरकार ने अब तक 2 साल बीत जाने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया है. जिस वजह से उन्हें फिर से सड़कों पर उतरना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें- क्या होती है इम्यूनिटी और हमें कैसे बचाती है कोरोना से? सुनिए डॉक्टर की राय