कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में 7 दिसंबर को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शंखनाद की ध्वनि के बीच कुरुक्षेत्र में सरस और शिल्प मेले का उद्घाटन किया. इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 का भव्य शुभारंभ हुआ. सरस और शिल्प मेले के शुभारंभ के साथ ही प्रदेश के 24 राज्यों से आए कलाकार और शिल्पकार भी उत्साहित नजर आए. इस दौरान कलाकारों ने अपने-अपने राज्यों की संस्कृति की छटा बिखेर कर उद्घाटन समारोह में चार चांद लगाकर यादगार बना दिया. साथ ही राज्यपाल ने मंत्रोच्चार के बीच महोत्सव के मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन किया.
गीता महोत्सव का भव्य आगाज: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने परंपरा के मुताबिक सरस और शिल्प मेले का शुभारंभ किया और श्रीमद्भगवद गीता की प्रति पर पुष्प अर्पित किए. इसके बाद राज्यपाल ने ब्रह्मसरोवर के तट पर शिल्प और सरस मेले का अवलोकन किया. इस दौरान राज्यपाल ने शिल्पकारों और कलाकारों से भी बातचीत की. राज्यपाल ने कहा कि हम सभी के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है. इस शिल्प और सरस मेले की सुंदर और भव्य शुरुआत शिल्पकारों के लिए सार्थक होगी.
शिल्पकारों और कलाकारों का होगा अद्भुत संगम: आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 का आगाज 7-24 दिसंबर तक किया जा रहा है. वहीं, मुख्य कार्यक्रम पहली बार 8 दिवसीय होंगे और ये कार्यक्रम 17 से 24 दिसंबर तक चलेंगे. महोत्सव में संत सम्मेलन,दीपोत्सव, गीता सेमिनार, वैश्विक गीता पाठ मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे. इन कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी और प्राचीन संस्कृति से आत्मसात होने का अनोखा अवसर भी मिलेगा.
राज्यपाल ने किया महोत्सव का शुभारंभ: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के शुभारंभ का ऐतिहासिक अवसर है. हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र की भूमि पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था. यह गीता ज्ञान उस वक्त जितना उपयोगी था, आज भी उतना ही उपयोगी है. राज्यपाल ने कहा कि गीता महोत्सव न केवल कुरुक्षेत्र की भूमि पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर भी मनाया जा रहा है. विधिवत रूप से सरस मेले के उद्घाटन के साथ गीता महोत्सव शुभारंभ हुआ.
ये भी पढ़ें: कुरुक्षेत्र में इस दिन से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन, 18 हजार विद्यार्थी एक साथ श्लोक उच्चारण करेंगे