कुरुक्षेत्र: किसानों के दिल्ली कूच से पहले पुलिस ने पूरे प्रदेश में किसानों के अगुओं को हिरासत मे लेना शुरू कर दिया है. पुलिस प्रशासन का कहना है कि किसानों के इस आंदोलन से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. पुलिस के एक्शन पर भारतीय किसान यूनियन ने भी अपनी तैयारी में कुछ बदलाव के संकेत दिए हैं. इसी को लेकर भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने एक वीडियो जारी कर किसानों से शंभू बॉर्डर की बजाए मार्ग बदल कर आंदोलन को आगे बढ़ाने की अपील की है.
क्या है नया रुट?
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों से अपील की है कि 25 नवंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए कूच की बजाए जिला अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल और कैथल के किसान बुधवार को 11:00 बजे से पहले मोहड़ा अनाज मंडी जीटी रोड पर पहुंच जाएं.
'किसान हिंसा ना करें'
गुरनाम सिंह ने कहा कि अगर पुलिस रास्ते में रोके तो सारे बैरियर तोड़ते हुए किसी भी हाल में भी सुनिश्चित स्थान तक पहुंचे. साथ ही चढूनी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वहां कुछ भी हो, लेकिन किसी भी हालत में किसान हिंसा पर उतारु ना हों. इतना ही नहीं चढूनी ने अन्य किसानों से अपील की है कि जो किसान दिल्ली कूच के दौरान हिरासत में लिए गए हैं या लिए जा सकते हैं तो ऐसे हालात में वो अपने पड़ोसी उनके खेत में काम करें ताकि उनका काम भी निरन्तर रूप से चलता रहे.
बता दें कि किसान संगठन कृषि कानूनों के विरोध के चलते 26 नवम्बर को दिल्ली कूच एलान कर चुके हैं, जिसके लिए किसानों को 25 नवम्बर से शम्भू बोर्डर से यात्रा शुरू करनी थी, लेकिन सरकार की सख्ती के चलते रणनीति में बदलाव किया गया है.
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