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ब्रह्म सरोवर पर आकर्षण का केंद्र बनी विज्ञान प्रदर्शनी, देखिए वो रोबोट जो प्रशासन से खुद संपर्क करेगा!

छात्रों ने इस प्रदर्शनी में डस्टबिन का एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जिसको बिना हाथ लगाए ही कचरा उसके अंदर फेंका जा सकता है. इस डस्टबिन में जैसे ही कोई जहरीली गैस उत्पन्न होगी, तो तुरंत यह डस्टबिन नगरपालिका से संपर्क कर कचरा उठाने की रिक्वेस्ट सेंड कर देगा.

geeta jayanti science exhibition in kurukshetra
देखिए वो रोबोट जो प्रशासन से खुद संपर्क करेगा
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Published : Dec 3, 2019, 4:58 PM IST

कुरुक्षेत्र: गीता जयंती महोत्सव में जहां शिल्पकार हस्त कलाकारों की तरफ से तैयार की गई चीजें मेले में आकर्षक का केंद्र बनी हुई हैं. वहीं एनआईसी की तरफ से लगाई गई विज्ञान की प्रदर्शनी भी पर्यटकों के लिए जागरुकता और विज्ञान की उपलब्धियां के बारे में मार्ग दर्शन कर रही हैं, जिसमें प्रयटक काफी रूची दिखा रहे हैं.

वो डस्टबिन जो प्रशासन को मैसेज भेजेगा!
एनआईसी की तरफ से लगाई गई इस प्रदर्शनी में अंबाला के बच्चों की तरफ से बनाए गए रोबोट और अन्य यंत्र भी रखे गए हैं. छात्रों ने इस प्रदर्शनी में डस्टबिन का एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जिसको बिना हाथ लगाए ही कचरा उसके अंदर फेंका जा सकता है इतना ही नहीं इस डस्टबिन में जिस तरह कोई जहरीली गैस उत्पन्न होगी, तो तुरंत यह डस्टबिन नगरपालिका से संपर्क कर कचरा उठाने की रिक्वेस्ट सेंड कर देगा.

देखिए वो रोबोट जो प्रशासन से खुद संपर्क करेगा, देखिए वीडियो

हाइटेक ब्लाइंड स्टिक भी है दिलचस्प!
छात्रों की तरफ से मच्छरों से रोकथाम के लिए ऐसा उपकरण तैयार किया गया है जो रुके हुए पानी में मच्छरों को अंडे देने से रोकेगा. इस प्रदर्शनी में बहुत से विज्ञान से जुड़ी हुई चीजें रखी गई है यहां के एक छात्र ने देखने में असमर्थ दिव्यांग लोगों के लिए एक तरह की छड़ी बनाई है जो किसी गड्ढे या सामने आने वाली चीज पर आवाज और कंपन दोनों ही करने लगेगी. इस प्रदर्शनी को देखने के लिए स्कूली बच्चे अभिभावक अपने बच्चों को जागरूक करने के लिए इसे देखने पहुंच रहे हैं.

ये भी पढ़िए: मोस्टवांटेड तोतला को पुलिस ने रिमांड पर लिया, हरियाणा सहित 4 राज्यों के लिए बना था सिरदर्द

सिंगल हैंड प्लास्टिक से बना विशालकाय कछुआ
एनआईसी की मदद से इस प्रदर्शनी में लगभग 80000 सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक से एक विशालकाय कछुआ भी बनाया गया है. जो प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और उससे बचने का एक संदेश वाहक बना हुआ है. प्लास्टिक से इंसान ही नहीं बल्कि जीव जंतु वह पानी में रहने वाले जीव भी प्रभावित होते है. ये कछुआ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए इस प्रदर्शनी में एनआईसी के छात्रों ने बनाया है.

कुरुक्षेत्र: गीता जयंती महोत्सव में जहां शिल्पकार हस्त कलाकारों की तरफ से तैयार की गई चीजें मेले में आकर्षक का केंद्र बनी हुई हैं. वहीं एनआईसी की तरफ से लगाई गई विज्ञान की प्रदर्शनी भी पर्यटकों के लिए जागरुकता और विज्ञान की उपलब्धियां के बारे में मार्ग दर्शन कर रही हैं, जिसमें प्रयटक काफी रूची दिखा रहे हैं.

वो डस्टबिन जो प्रशासन को मैसेज भेजेगा!
एनआईसी की तरफ से लगाई गई इस प्रदर्शनी में अंबाला के बच्चों की तरफ से बनाए गए रोबोट और अन्य यंत्र भी रखे गए हैं. छात्रों ने इस प्रदर्शनी में डस्टबिन का एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जिसको बिना हाथ लगाए ही कचरा उसके अंदर फेंका जा सकता है इतना ही नहीं इस डस्टबिन में जिस तरह कोई जहरीली गैस उत्पन्न होगी, तो तुरंत यह डस्टबिन नगरपालिका से संपर्क कर कचरा उठाने की रिक्वेस्ट सेंड कर देगा.

देखिए वो रोबोट जो प्रशासन से खुद संपर्क करेगा, देखिए वीडियो

हाइटेक ब्लाइंड स्टिक भी है दिलचस्प!
छात्रों की तरफ से मच्छरों से रोकथाम के लिए ऐसा उपकरण तैयार किया गया है जो रुके हुए पानी में मच्छरों को अंडे देने से रोकेगा. इस प्रदर्शनी में बहुत से विज्ञान से जुड़ी हुई चीजें रखी गई है यहां के एक छात्र ने देखने में असमर्थ दिव्यांग लोगों के लिए एक तरह की छड़ी बनाई है जो किसी गड्ढे या सामने आने वाली चीज पर आवाज और कंपन दोनों ही करने लगेगी. इस प्रदर्शनी को देखने के लिए स्कूली बच्चे अभिभावक अपने बच्चों को जागरूक करने के लिए इसे देखने पहुंच रहे हैं.

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सिंगल हैंड प्लास्टिक से बना विशालकाय कछुआ
एनआईसी की मदद से इस प्रदर्शनी में लगभग 80000 सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक से एक विशालकाय कछुआ भी बनाया गया है. जो प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और उससे बचने का एक संदेश वाहक बना हुआ है. प्लास्टिक से इंसान ही नहीं बल्कि जीव जंतु वह पानी में रहने वाले जीव भी प्रभावित होते है. ये कछुआ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए इस प्रदर्शनी में एनआईसी के छात्रों ने बनाया है.

Intro:कुरुक्षेत्र गीता जयंती महोत्सव में जहां शिल्पकार हस्त कलाकारों द्वारा प्यार की गई चीजें मेले में आकर्षक का केंद्र बनी हुई है वहीं एनआईसी द्वारा लगाई गई विज्ञान की प्रदर्शनी भी पर्यटकों के लिए जागरूकता ओर विज्ञान की उपलब्धियां के बारे में मार्ग दर्शन कर रही हैं
एनआईसी द्वारा सगाई कई इस प्रदर्शनी में अंबाला किडोबोटिक्ज आ हुए बच्चों द्वारा बनाए गए रोबोट और यंत्र भी रखे गए हैं छात्रों ने इस प्रदर्शनी में इस तरह के डस्टबिन का एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जिसको बिना हाथ लगाए ही कचरा उसके अंदर फेंका जा सकता है इतना ही नहीं इस डस्टबिन में जिस तरह कोई जहरीली गैस उत्पन्न होगी तो तुरंत यह डस्टबिन नगरपालिका से संपर्क कर कचरा उठाने की रिक्वेस्ट सेंड कर देगा।
छात्रों द्वारा मच्छरों से रोकथाम के लिए ऐसा उपकरण तैयार किया गया है जो रुके हुए पानी में मच्छरों को अंडे देने से रोकेगा इस प्रदर्शनी में बहुत से विज्ञान से जुड़ी हुई चीजें रखी गई है यहां के एक छात्र ने अंधे लोगों के लिए एक तरह की छड़ी बनाई है जो किसी गड्ढे या सामने आने वाली चीज पर आवाज और कंपनी दोनों ही करने लगेगी इस प्रदर्शनी को देखने के लिए स्कूली बच्चे वह अभिभावक अपने बच्चों को जागरूक करने के लिए इसे देखने पहुंच रहे हैं।
एनआईसी की मदद से इस प्रदर्शनी में लगभग 80000 सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक से एक विशालकाय कछुआ भी बनाया गया है जो प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और उससे बचने का एक संदेश वाहक बना हुआ है प्लास्टिक से इंसान ही नहीं बल्कि जीव जंतु वह पानी में रहने वाले जीव भी इससे प्रभावित है और यह आने वाले समय में कितना खतरनाक साबित होने वाला है यह कछुआ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए इस प्रदर्शनी में एन आई सी के छात्रों ने बनाया है इससे पहले सिंगापुर में 60000 पॉलिथीन से एक विशालकाय ऑक्टोपस बनाया था जोकि अब तक का वर्ल्ड रिकॉर्ड है


Body:wt nic. exhibition


Conclusion:1
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