कुरुक्षेत्र: गीता जयंती महोत्सव में जहां शिल्पकार हस्त कलाकारों की तरफ से तैयार की गई चीजें मेले में आकर्षक का केंद्र बनी हुई हैं. वहीं एनआईसी की तरफ से लगाई गई विज्ञान की प्रदर्शनी भी पर्यटकों के लिए जागरुकता और विज्ञान की उपलब्धियां के बारे में मार्ग दर्शन कर रही हैं, जिसमें प्रयटक काफी रूची दिखा रहे हैं.
वो डस्टबिन जो प्रशासन को मैसेज भेजेगा!
एनआईसी की तरफ से लगाई गई इस प्रदर्शनी में अंबाला के बच्चों की तरफ से बनाए गए रोबोट और अन्य यंत्र भी रखे गए हैं. छात्रों ने इस प्रदर्शनी में डस्टबिन का एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जिसको बिना हाथ लगाए ही कचरा उसके अंदर फेंका जा सकता है इतना ही नहीं इस डस्टबिन में जिस तरह कोई जहरीली गैस उत्पन्न होगी, तो तुरंत यह डस्टबिन नगरपालिका से संपर्क कर कचरा उठाने की रिक्वेस्ट सेंड कर देगा.
हाइटेक ब्लाइंड स्टिक भी है दिलचस्प!
छात्रों की तरफ से मच्छरों से रोकथाम के लिए ऐसा उपकरण तैयार किया गया है जो रुके हुए पानी में मच्छरों को अंडे देने से रोकेगा. इस प्रदर्शनी में बहुत से विज्ञान से जुड़ी हुई चीजें रखी गई है यहां के एक छात्र ने देखने में असमर्थ दिव्यांग लोगों के लिए एक तरह की छड़ी बनाई है जो किसी गड्ढे या सामने आने वाली चीज पर आवाज और कंपन दोनों ही करने लगेगी. इस प्रदर्शनी को देखने के लिए स्कूली बच्चे अभिभावक अपने बच्चों को जागरूक करने के लिए इसे देखने पहुंच रहे हैं.
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सिंगल हैंड प्लास्टिक से बना विशालकाय कछुआ
एनआईसी की मदद से इस प्रदर्शनी में लगभग 80000 सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक से एक विशालकाय कछुआ भी बनाया गया है. जो प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और उससे बचने का एक संदेश वाहक बना हुआ है. प्लास्टिक से इंसान ही नहीं बल्कि जीव जंतु वह पानी में रहने वाले जीव भी प्रभावित होते है. ये कछुआ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए इस प्रदर्शनी में एनआईसी के छात्रों ने बनाया है.