कुरुक्षेत्र: मूसलाधार बारिश और तूफान के साथ मॉनसून सूबे में दस्तक दे चुका है. मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि आने वाले दिनों में हरियाणा में तेज बारिश हो सकती है. ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और ये जानने की कोशिश कि प्रशासन ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों के लिए क्या तैयारियां की हैं.
बाढ़ क्षेत्रों का जायजा लेने ईटीवी भारत हरियाणा की टीम पहुंची कुरुक्षेत्र की शाहबाद विधानसभा की बाजीगर कॉलोनी में. शाहबाद विधानसभा के बीचो बीच बहने वाली मारकंडा नदी मॉनसून के वक्त विकराल रूप धारण कर लेती है. हालात ये होते हैं कि बाजीगर कॉलोनी में रहने वाले लोग बाढ़ की वजह से पलायन करने को मजूबर हो जाते हैं.
इस कॉलोनी के पास में मारकंडा नाम का एक मंदिर है. बाढ़ के दिनों में ये लोग उस मंदिर में शरण लेते हैं. मंदिर प्रशासन ही इनके खाने और रहने की व्यवस्था करता है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि हमने प्रशासनिक अधिकारियों से लकर सरकार के नेताओं तक इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई, लेकिन उनके सुनने वाला कोई नहीं है.
बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए कॉलोनी के लोगों ने चंदी भी इकट्ठा किया था ताकि खुद से कुछ इंतजाम किया जा सके. लेकिन प्रशासन की मदद नहीं मिलने से स्थिति जैसी की तैसी है. वहीं इस बारे में जब ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने जिला उपायुक्त धीरेंद्र खतखड़ा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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उपायुक्त ने बताया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया गया है. वहीं जब शाहाबाद विधानसभा के विधायक से इस बारे में पूछा गया तो वो भी मुस्तैदी का दावा करते नजर आए. विधायक राम करण काला ने कहा कि शहर के सभी नालों और सीवर को साफ कर लिया गया है. उन्होंने भगवान पर भरोसा जताया कि इस बार बाढ़ नहीं आए.