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कोरोना काल में भी डेयरी सेक्टर में हैं रोजगार की अपार संभावनाएं, ये है देश का तेजी से बढ़ता उद्योग - विश्व दुग्ध दिवस एनडीआरआई करनाल

आज विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) है, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एएफओ) के तत्वावधान में हर साल एक जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट करनाल में भी वर्चुअली कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

karnal world milk day celebration
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Published : Jun 1, 2021, 6:54 PM IST

करनाल: नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट करनाल में आज विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया. इस अवसर पर वेबीनार के माध्यम से देश भर से गौशालाओं, उद्यमियों, किसानों और कृषि विशेषज्ञों ने डेयरी सेक्टर के विकास और संभावनाओं पर चर्चा की.

डेयरी सेक्टर बना रोजगार का अहम जरिया

संस्थान के निदेशक डॉक्टर एमएस चौहान ने बताया कि आज डेयरी सेक्टर देश का तेजी से बढ़ता उद्योग है. वर्तमान कोरोना काल में डेयरी सेक्टर रोजगार का अहम जरिया बन गया है. आज भी जब अन्य उद्योग कोरोना से प्रभावित हैं तो डेयरी सेक्टर तेजी से ग्रोथ कर रहा है. हमें डेयरी उत्पादकों के साथ-साथ दूध की गुणवत्ता पर काम करना होगा.

कोरोना काल में भी डेयरी सेक्टर में हैं रोजगार की अपार संभावनाएं, ये है देश का तेजी से बढ़ता उद्योग

उन्होंने कहा कि दूध प्रकृति का सबसे अनमोल उपहार है. जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं सभी उम्र के व्यक्तियों द्वारा इसका सेवन किया जा सकता है. 198 मिलियन टन से अधिक दूध उत्पादन के साथ भारत को दुनिया में सर्वाधिक दूध उत्पादक का गौरव प्राप्त है. उन्होंने कहा कि संस्थान कृत्रिम गर्भाधान और क्लोन तकनीक पर काम कर रहा है. जिससे उत्तम नस्ल के दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाई जा सके.

ये भी पढ़ें- संपूर्ण आहार होता है दूध: विश्व दुग्ध दिवस 2021

पिछले कुछ वर्षों में एनडीआरआई ने कई नवीन डेयरी उत्पाद विकसित किए हैं जैसे- कोलेस्ट्रॉल रहित घी, बाजरे की लस्सी, मट्ठा आधारित सुगंधित डेरी पेय, अर्जुन हर्बल घी, तेज अम्लीय पाक, दूध से समृद्ध लो फोर्टीफाइड बाजरे के बिस्किट, खीर मोहन, बेहतर बनावट वाली दही आदि. उन्होंने कहा कि इन सभी नवीन डेयरी उत्पादों की प्रौद्योगिकी को डेयरी उद्योग में स्थानांतरित कर दिया गया है.

क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड मिल्क डे?

बता दें कि, वैश्विक खाद्य के रूप में दूध तथा दुग्ध उत्पादों के महत्व तथा डेयरी क्षेत्र की उपलब्धियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एएफओ) के तत्वावधान में एक जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है. वर्ष 2001 में शुरू हुए इस आयोजन में हर साल 70 से ज्यादा देश भाग लेते हैं. गौरतलब है कि इस वर्ष विश्व दुग्ध दिवस की 21वीं सालगिरह मनाई जा रही है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में जुलाई के पहले हफ्ते तक पहुंचेगा मानसून, जानिए कब मिलेगी गर्मी से राहत

करनाल: नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट करनाल में आज विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया. इस अवसर पर वेबीनार के माध्यम से देश भर से गौशालाओं, उद्यमियों, किसानों और कृषि विशेषज्ञों ने डेयरी सेक्टर के विकास और संभावनाओं पर चर्चा की.

डेयरी सेक्टर बना रोजगार का अहम जरिया

संस्थान के निदेशक डॉक्टर एमएस चौहान ने बताया कि आज डेयरी सेक्टर देश का तेजी से बढ़ता उद्योग है. वर्तमान कोरोना काल में डेयरी सेक्टर रोजगार का अहम जरिया बन गया है. आज भी जब अन्य उद्योग कोरोना से प्रभावित हैं तो डेयरी सेक्टर तेजी से ग्रोथ कर रहा है. हमें डेयरी उत्पादकों के साथ-साथ दूध की गुणवत्ता पर काम करना होगा.

कोरोना काल में भी डेयरी सेक्टर में हैं रोजगार की अपार संभावनाएं, ये है देश का तेजी से बढ़ता उद्योग

उन्होंने कहा कि दूध प्रकृति का सबसे अनमोल उपहार है. जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं सभी उम्र के व्यक्तियों द्वारा इसका सेवन किया जा सकता है. 198 मिलियन टन से अधिक दूध उत्पादन के साथ भारत को दुनिया में सर्वाधिक दूध उत्पादक का गौरव प्राप्त है. उन्होंने कहा कि संस्थान कृत्रिम गर्भाधान और क्लोन तकनीक पर काम कर रहा है. जिससे उत्तम नस्ल के दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाई जा सके.

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पिछले कुछ वर्षों में एनडीआरआई ने कई नवीन डेयरी उत्पाद विकसित किए हैं जैसे- कोलेस्ट्रॉल रहित घी, बाजरे की लस्सी, मट्ठा आधारित सुगंधित डेरी पेय, अर्जुन हर्बल घी, तेज अम्लीय पाक, दूध से समृद्ध लो फोर्टीफाइड बाजरे के बिस्किट, खीर मोहन, बेहतर बनावट वाली दही आदि. उन्होंने कहा कि इन सभी नवीन डेयरी उत्पादों की प्रौद्योगिकी को डेयरी उद्योग में स्थानांतरित कर दिया गया है.

क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड मिल्क डे?

बता दें कि, वैश्विक खाद्य के रूप में दूध तथा दुग्ध उत्पादों के महत्व तथा डेयरी क्षेत्र की उपलब्धियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एएफओ) के तत्वावधान में एक जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है. वर्ष 2001 में शुरू हुए इस आयोजन में हर साल 70 से ज्यादा देश भाग लेते हैं. गौरतलब है कि इस वर्ष विश्व दुग्ध दिवस की 21वीं सालगिरह मनाई जा रही है.

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